चण्ड़ीगढ़, 9 मई- हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने कहा कि पूर्व मुख्यमंत्री भूपेन्द्र सिंह हुडडा ने विधानसभा में स्वयं मांग की थी कि जिस भी क्षेत्र में अनियमिताएं हुई हैं उनकी निष्पक्ष जांच होनी चाहिए और उसमें दोषी पाये जाने वाले व्यक्तियों के विरूद्ध कार्रवाई होनी चाहिए। हुडडा ने यह भी कहा था कि इस जांच में यदि मैं स्वयं दोषी पाया जाता हूं तो मेरे विरूद्ध भी कार्रवाई हो।
मुख्यमंत्री श्री मनोहर लाल ने यह टिप्पणी आज अम्बाला शहर में महाराणा प्रताप जयंती समारोह के उपरांत मीडिया द्वारा नेशनल हैराल्ड मामले में काग्रेंस द्वारा सरकार पर बदले की भावना से कार्रवाई करने के एक आरोप के सम्बध मे पूछे गये प्रश्र का जवाब देते हुए दी। उन्होंने कहा कि इस मामले की जांच विजिलैंस द्वारा की गई है और विजिलैंस की जांच में जिन लोगों के नाम आये हैं उनके विरूद्ध विजिलैंस द्वारा कार्रवाई की जा रही है और भाजपा बदले की भावना से कार्रवाई में विश्वास नहीं रखती।
उन्होंने कहा कि स्वयं इस जांच की मांग करने वाले पूर्व मुख्यमंत्री अब कानून के शिकंजे में आने से तिलमिला रहे हैं। उन्होंने कहा कि सरकार ने प्रदेश में भ्रष्टाचार के प्रति जीरो टोलरैंस का वायदा किया था और उसी वायदे के मुताबिक भ्रष्टाचार से सम्बन्धित मामलों की निष्पक्ष जांच की जा रही है। उन्होंने कहा कि भ्रष्टाचार के मामले में काग्रेंस, इनैलो, निर्दलीय कोई भी दोषी होगा उसके विरूद्ध कार्रवाई होगी यहां तक यदि भारतीय जनता पार्टी का कोई नेता भ्रष्टाचार में शामिल पाया गया तो उसके विरूद्ध भी कार्रवाई होगी।
गुडगांव में पहले आओ पहले पाओ के आधार पर प्लाट आबंटन मामले में पूछे गये एक प्रश्र के उत्तर में उन्होंने कहा कि इस मामले में जांच के लिए ढिंगरा आयोग गठित किया गया है और सभी पहलूओं की जांच के बाद जो भी व्यक्ति दोषी होगा उसके विरूद्ध नियमानुसार कार्रवाई अमल में लाई जायेगी।
स्कूलों में आरटीई व नियम-134ए के मामले में निजी विद्यालयों के विरोध पर मुख्यमंत्री ने कहा कि सरकार पूरे मामले का कोई हल निकालने के लिए गंभीरतापूर्वक प्रयास कर रही है और बच्चों के भविष्य को सुरक्षित किया जायेगा।