ये दिखावे की दुनिया…

Contentsआज कल हर व्यक्तिपर एक फितूर सा सवार हो गया है कि लोग उसे देखें। चाहे इसके लिए उसको कोई तमाशा करना पड़े या फिर खुद को ही तमाशा बनाना पड़े। उसकी साडी मेरी साडी से सफ़ेद कैसे, उसकी गाडी मेरी गाडी से लम्बी कैसे, उसकी कोठी मेरी कोठी से ऊंची कैसे? एक से बढ़ … Continue reading ये दिखावे की दुनिया…