उत्तर प्रदेश में नई सरकार के आते ही सभी सरकारी कर्मचारियों ने अपना काम करना शुरू कर दिया है। सरकार ने महिलाओं की सुरक्षा को अहम मुद्दा बनाते हुए 20 मार्च को एंटी रोमियो दल का गठन किया गया। इस दल को बनाने का उद्देश्य महिलाओं को सुरक्षा प्रदान करने के साथ-साथ उनके प्रति हो रहे अत्याचारों को भी रोकना है। यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ का यह कदम प्रदेश की महिलाओं के लिए काफी अच्छा माना जा रहा है।
सवाल ये है कि पुलिस के इस दस्ते का नाम रोमियो क्यों रखा गया। ये रोमियो कौन है। रोमियो तो शेक्सपियर का एक बड़ा किरदार था। जिसके प्यार की मिसालें दी जाती हैं कि उसने अपनी माशूका जूलियट के लिये क्या क्या नहीं किया और इतिहास में अमर हो गया। सवाल फिर वहीं उठता है कि मनचले और सिरफिरे आशिकों को भारत में कब से रोमिया बुलाया जाने लगा। और ऐसे रोमियो के पीछे पुलिस क्यों पड़ी है। मुहब्बत का हीरो भारत पहुंचते पहुंचते ज़ीरो कैसे हो गया। वो रोमिया जिसने अपनी माशूका के प्यार में अपनी जान दे दी थी।
पुलिस का मानना है कि रोमियो शब्द शरारती तत्वों को दर्शाता है। इसलिए पुलिस ने रोमियो और जूलिएट को ही अलग करने पर विचार कर लिया है। इस संगठन के बल पर लव जिहाद पर भी रोक लगाने की बात कही जा रही है। फिर क्या था पुलिस की टीम दल-बल के साथ बड़े बाज़ारों और पार्कों में युवा जुगल जोड़ियों की तलाश करने लगे और उनसे उनका बायोडाटा मांगने लगे। गाजियाबाद से इस दल द्वारा भाई –बहन को भी तंग करने का मामला सामने आया है। लगता है यूपी पुलिस ये भूल गई है कि रोमियो दल का काम केवल महिलाओं के प्रति हो रहे दुर्व्यवहार को रोकना है न कि किसी की निजी जिंदगी मे हस्तक्षेप करना।
दूसरी और लव जिहाद के नाम पर बवाल मचने लगा है। हमें ये समझना होगा कि भारतीय कानून मे सभी को अधिकार है कि वे किसी से भी शादी कर सकते हैं और किसी के साथ भी किसी भी जगह पर घूम सकते हैं। लेकिन इस संगठन ने ऐसा हडकंप मचा दिया है कि भाई-बहन भी साथ नही चल सकते। इस दल के नाम पर गुंडागर्दी की जा रही है। इसी के चलते कई ऐसी घटनाएं भी सामने आ रही हैं कि बुआ भतीजे साथ नही चल सकते उन्हें भी इस दल के लोग गलत समझकर मारपीट कर रहे हैं, कोई दोस्त लड़का-लड़की भी साथ फिल्म देखने नहीं जा सकते हैं। सरकार को एंटी रोमियो दल को उसके कार्य बताने होंगे कि वह सिर्फ महिला सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए है न कि किसी को तंग करने के लिए।
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