न उम्र की सीमा हो, न जन्म का हो बंधन छत्तीसगढ के जश्पुरा में ये बात सही साबित हो गई। यहां दो बुज़ुर्ग महिला-पुरुष ने उम्र के अंतिम पड़ाव में शादी के बंधन में बंधकर सबको हैरान कर दिया है।
लिव इन रिलेशन में 8 दिन से रह रहे 75 वर्ष के रतिया राम और 70 वर्ष की जीवनी बड़ी ने समाज से अनुमति लेकर शादी कर ली। जंगली फल-अनाज और शिकार पर जीवन-यापन करने वाली पहाडी कोरवा जनजाति से तालुक्ख रखने वाले इन बुजुर्ग प्रेमियों ने शादी कर आधुनिक सभ्यता के सामने एक मिसाल पेश की है।
इन दोनों की देखभाल करने वाला कोई नहीं है। हालांकि इन दोनों के कई रिश्तेदार हैं। एक सामाजिक कार्यक्रम में 15 दिन पहले इन दोनों की मुलाक़ात हुई। उसी समय दोनों ने एक-दूसरे के साथ रहने का मन बना लिय।
इसके बाद रतिया राम जीवनी बड़ी को लेकर अपने गाँव बगडोल आ गया और साथ रहने लगे। इसी दौरान सरपंच ललित नागेश को यह बात पता चली। और फिर दोनों की धूमधाम से शादी कर दी गई।
दोनों बुज़ुर्ग 20 सालों से अकेले जीवन बिता रहे थे। दुल्हन बनी जीवनी बड़ी कहती हैं कि “जब रतिया राम मुझे रखने को तैयार हैं तो मुझे क्या परेशानी. इस समय कोई पूछता नहीं है कम से कम ये तो मेरा ख्याल रखेगा. पेंशन से दोनों जी लेंगे।”
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