जवाहर लाल नेहरु यूनिवर्सिटी (जेएनयू) के चार छात्रों को कॉलेज कैंपस में बिरयानी पकाना महंगा पड़ गया। चारों छात्रों पर संस्थान ने नियमों का उल्लंघन करने का हवाला देते हुए जुर्माना लगाया है।
बताया जा रहा है कि जेएनयू के एडमिनिस्ट्रेशन ब्लॉक के पास ये चारों छात्र बिरयानी बना रहे थे। मुख्य प्रॉक्टर कौशल कुमार की ओर से जारी नोटिस के अनुसार चार छात्रों पर 6,000 रूपए और 10,000 रुपये के बीच जुर्माना लगाया गया है।
यही नहीं, यूनिवर्सिटी प्रशासन ने जुर्माना चुकाने के लिए उन्हें 10 दिन का समय दिया है साथ ही कहा है कि यदि वे जुर्माना नहीं भरते हैं तो उन पर सख्त कार्रवाई होगी।
बताया जा रहा है कि चारों छात्रों ने बिरयानी जून माह में बनाई गई थी। उस वक्त छात्रों ने आरोप लगाया था कि उन्हें झूठे आरोप में फंसाया जा रहा है। हालांकि, यह कार्रवाई जेएनयू ने लंबी जांच के बाद की है।
वहीं, यूनिवर्सिटी की कार्रवाई को सही ठहराते हुए इस बारे में एबीवीपी नेताओं ने कहा कि चारों छात्रों ने बीफ बिरयानी बनाई थी। इसीलिए उन पर कार्रवाई की गई है।
जिन छात्रों पर कार्रवाई की गई है उनमें से एक जेएनयू स्टूडेंट यूनियन के महासचिव शत्रुपा चक्रवर्ती भी हैं। उन पर यूनिवर्सिटी ने 10,000 रुपये का जुर्माना लगाया गया है।
बता दें कि शत्रुपा को विरोध प्रदर्शन करने और उसी दिन बिरयानी पकाने से पहले वीसी कार्यालय में नारे लगाने का दोषी पाया गया था। 27 जून को तत्कालीन छात्र संघ अध्यक्ष मोहित कुमार पांडे और महासचिव शत्रुपा छात्रों के मुद्दे पर वीसी से मिलने गये थे तब उन्होंने वीसी के बात ना सुनने पर वहां से जाने से इनकार कर दिया था। इसके बाद ही उन्होंने कथित रूप से बिरयानी पकाई थी।