कांसगज में 26 जनवरी को हुई तिरंगा यात्रा के बाद हुई सांप्रदायिक हिंसा के बाद वीएचपी(विश्व हिंदू परिषद) ने आज आगरा और फिरोजाबाद में तिरंगा यात्रा निकाल कासगंज हिंसा पर विरोध जताया है। इस तिरंगा यात्रा में तिरेंगे के साथ साथ भगवा झंडा भी शामिल था। वहीं कुछ लोग अपने कंधे पर भगवा गमछा भी रखे हुए थे।
इस तिरंगा यात्रा में वीएचपी के अलावा बजरंग दल और अन्य हिन्दूवादी संगठनों के कार्यकर्ता भी शामिल थे। इस बीच यूपी पुलिस ने कासगंज हिंसा के मुख्य आरोपी सलीम को गिरफ्तार कर लिया है। बता दें कि 26 जनवरी को तिरंगा यात्रा निकालने और उसे रास्ता देने के विवाद पर कासगंज में दो समुदायों के बीच साम्प्रदायिक हिंसा भड़क उठी थी, जिसमें चंदन गुप्ता नाम के एक युवक की गोली लगने से मौत हो गई थी। आरोप है कि सलीम ने ही घर की छत पर से गोली चलाई थी जो चंदन गुप्ता के सिर में जा लगी। इससे चंदन की मौत हो गई।
इस घटना के बाद दोनों समुदायों के लोग सड़कों पर उतर आए और जगह-जगह आगजनी तोड़फोड़ शुरू कर दी। इसी दौरान अकरम हबीब नाम के एक शख्स को उपद्रवियों ने निशाना बनाया जिसमें उसकी एक आंख में गंभीर चोट आई। यूपी पुलिस मामले की तहकीकात कर रही है। केंद्र सरकार ने राज्य सरकार से इस घटना पर विस्तृत रिपोर्ट मांगी है। घटना को दर्दनाक और दुखद करार देते हुए राज्य के राज्यपाल राम नाईक ने इसे यूपी का कलंक बताया था।
इधर, कासगंज जा रही कांग्रेस की टीम को प्रशासन ने रास्ते में ही रोक दिया है। यूपी कांग्रेस अध्यक्ष राज बब्बर के नेतृत्व में कांग्रेस का एक दल कासगंज जाकर हालात का जायजा लेना चाहता था लेकिन प्रशासन ने कानून-व्यवस्था का हवाला देकर इन नेताओं को बीच रास्ते में ही रोक दिया है। इससे नाराज कांग्रेसियों ने अलीगढ़ में विरोध-प्रदर्शन किया है।