भारत के बैडमिटन खिलाड़ी एच।एस। प्रणॉय बुधवार को डॉ। अखिलेश दास गुप्ता इंडिया ओपन सुपरसीरीज टूर्नामेंट के पहले दौर में ही उलटफेर का शिकार हो कर बाहर हो गए हैं। प्रणॉय पैर में चोट के बावजूद भी कोर्ट में उतरे और वह पहले दौर में ही हार गए हालांकि, पीवी सिंधू और साइना नेहवाल ने जीत के साथ दूसरे दौर में जगह बनाई। साइना ने डेनमार्क की सोफी डहल को 21-15, 21-9 से हराया, जबकि सिंधू ने डेनमार्क की ही नतालिया कोच रोड को 21-10, 21-13 से मात दी। हमवतन श्रेयांश जायसवाल के खिलाफ मैच के दौरान प्रणय पूरी तरह से असहज दिखे और उन्हें 4-21, 6-21 से हार का सामना करना पड़ा।
प्रणय ने कहा, ‘मुझे कम से कम 12 टूर्नामेंट में खेलने के नए बीएफडब्ल्यू नियम के कारण इंडिया ओपन में खेलना पड़ा। मैं मैच से हट भी नहीं सकता था, क्योंकि मेरा प्रतिद्वंद्वी मेरे ही देश का खिलाड़ी था और बीडब्ल्यूएफ के नए नियमों के अनुसार अगर मैं अपने देश के खिलाड़ी के खिलाफ मैच से हटता तो उसे और मुझे दोनों को ही अंक नहीं मिलते।’
साइना ने मांगा आराम-
साइना नेहवाल ने कहा कि उन्हें इस साल के व्यस्त कैलेंडर में बड़ी स्पर्धाओं में खेलने के लिए ज्यादा आराम की जरूरत है। पिछले हफ्ते इंडोनिशया ओपन के फाइनल में पहुंचने वाली साइना ने भारतीय बैडमिंटन संघ को पत्र लिखकर छह से 11 फरवरी के बीच मलेशिया में होने वाली एशिया टीम चैंपियनशिप से अपना नाम वापस लेने की इजाजत मांगी है।
श्रीकांत की नजर लय वापस पाने पर-
विश्व के नंबर तीन बैडमिंटन खिलाड़ी किदांबी श्रीकांत ने कहा कि चोट के बाद वह इंडिया ओपन में अपनी लय हासिल करने पाने पर जोर देंगे। उनका मानना है कि इंडिया ओपन का ड्रॉ मुश्किल है। श्रीकांत को प्रीमियर बैडमिंटन लीग के दौरान पेट की मांसपेशियों में खिंचाव महसूस हुआ था। जिसके चलते उन्होंने इंडोनेशिया ओपन में भाग नहीं लिया था।
उन्होंने कहा, ‘मेरी मौजूदा फॉर्म के लिहाज से मुझे लगता है कि इंडिया ओपन में मुझे कठिन ड्रॉ मिला है। यही वजह है कि फिलहाल मेरा जोर अपनी लय वापस पाने पर होगा। चोट के चलते मैं इस टूनॉमेंट से पहले अभ्यास नहीं कर सका। मैंने केवल दो हफ्ते पहले अभ्यास शुरू किया है इसलिए अभी कोई लक्ष्य तय नहीं कर रहा।’
श्रीकांत का मानना है कि विश्व के नंबर एक खिलाड़ी विक्टर एक्सेलसन के टूर्नामेंट से नाम वापस लेने के बावजूद उनके लिए ड्रॉ आसान नहीं होगा।