प्रधानमंत्री मोदी आज से तीन देशों की यात्रा शुरू कर रहे है। प्रधानमंत्री फिलिस्तीन, युनाइटेड अरब अमीरात और ओमान की यात्रा पर जाएंगे। पीएम मोदी की इस यात्रा के दौरान भारत और इन देशों के बीच व्यापार, निवेश, सुरक्षा, आतंकवाद के खिलाफ सहयोग, ऊर्जा समेत द्विपक्षीय संबंधों को और सुदृढ़ बनाने पर जोर दिया जाएगा। यात्रा से पहले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि भारत के लिए खाड़ी तथा पश्चिम एशिया प्रमुख प्राथमिकता वाला क्षेत्र है और उनकी इस यात्रा का मकसद क्षेत्र के साथ संबंधों को मजबूत बनाना है। प्रधानमंत्री ने फ़िलिस्तीन और ओमान की यात्रा की पूर्व संध्या पर यह बात कही। 2015 के बाद खाड़ी और पश्चिमी एशिया क्षेत्र की उनकी यह पांचवीं यात्रा है।
फिलिस्तीन के साथ संबंध संतुलित करने की कोशिश प्रधानमंत्री 10 फरवरी को फिलिस्तीन के रामल्ला पहुंचेंगे जहां फिलिस्तीन के राष्ट्रपति महमूद अब्बास उनका स्वागत करेंगे और कई मसलों पर उनसे चर्चा करेंगे। यह यात्रा इसलिए भी खास है क्योंकि पिछली बार इजरायल की यात्रा के दौरान पीएम मोदी यहां नहीं गए थे, जिसके बाद दोनों देशों के बीच संबंध को संतुलित करने की कोशिश की जाएगी। इजरायल की पीएम मोदी की यात्रा के बाद विदेश मंत्रालय की ओर से कहा गया था कि फिलिस्तीन के मुद्दे पर भी भारत ने कई पहल की है।
शिव मंदिर भी जाएंगे 10 फरवरी की शाम पीएम मोदी यूएई के लिए रवाना होंगे और यहां छठे वर्ल गवर्नमेंट शिख सम्मेलन को संबोधित करेंगे, जहां विकास के लिए प्रोद्योगिकी विषय पर पीएम अपना भाषण देंगे। इसके बाद पीएम मोदी 11 फरवरी को ओमान के लिए रवाना होंगे और 12 फरवरी को वह ओमान के सीईओ समूह संग मुलाकात करेंगे। इस दौरान पीएम शिव मंदिर भी जाएंगे। पीएम मोदी ओमान की यात्रा पर सामरिक विषयों पर बातचीत करेंगे।