महाराष्ट्र पुलिस ने पिछले दिनों गिरफ्तार किए गए शख्स के पास से कथित रूप से जब्त किए गए एक पत्र का हवाला देते हुए कहा था कि नक्सली पूर्व प्रधानमंत्री राजीव गांधी की हत्या की तर्ज पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की हत्या करने की योजना बना रहे हैं । इसके बाद शरद पवार ने बयान दिया कि सहनाभूति बटोरने के लिए पत्र को उछाला जा रहा है। शरद पवार के बयान के बाद महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने ट्वीट कर कहा कि पवार से इतना नीची गिरने की उम्मीद नहीं की जा सकती। यह बहुत दुर्भाग्यपूर्ण है कि पुलिस ने जो दस्तावेज बरामद किए और उनमें प्रधानमंत्री मोदी जी की हत्या की साजिश की बात आ रही है।
पुण महाराष्ट्र प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की राजीव गांधी की तरह हत्या किये जाने के नक्सलियों के कथित प्लान पर राजनीति तेज हो गई है। राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (एनसीपी) के अध्यक्ष शरद पवार ने कहा कि सहानुभूति बटोरने के लिए पत्र को उछाला जा रहा है। उन्होंने पुणे में एक कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कहा, ”वे कहते हैं कि एक धमकाने वाला पत्र मिला है। मैंने एक रिटायर्ड पुलिस अधिकारी से बात की, वो सीआईडी के लिए काम कर चुके हैं। उन्होंने मुझे बताया कि पत्र में ऐसा कुछ है भी नहीं। पत्र का उपयोग लोगों की सहानुभूति लेने के लिए किया जा रहा है।”
महाराष्ट्र के पूर्व मुख्यमंत्र शरद पवार ने कहा, ”जब एकसमान सोचवाले लोगों ने मिलकर एल्गार परिषद का आयोजन किया तो उन्हें नक्सली कहकर गिरफ्तार कर लिया गया। सब जानते हैं कि भीमा-कोरगांव में हिंसा किसने की लेकिन जिनका इससे कोई संबंध नहीं है, वे गिरफ्तार हो गए। यह सिर्फ सत्ता का दुरुपयोग है बस।” इससे पहले कांग्रेस नेता संजय निरुपम ने भी कहा था कि जब लोकप्रियता में गिरावट आती है, हत्या की साजिश की खबर प्लांट करा देते हैं।
शरद पवार के बयान को महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने दुर्भाग्यपूर्ण करार दिया है। उन्होंने कहा कि पवार से इतना नीची गिरने की उम्मीद नहीं की जा सकती है। उन्होंने ट्वीट कर कहा, ”यह बहुत दुर्भाग्यपूर्ण है कि पुलिस ने जो दस्तावेज बरामद किए और उनमें प्रधानमंत्री मोदी जी की हत्या की साजिश की बात आ रही है, उस पर शरद पवार जी संदेह कर रहे हैं।” उन्होंने कहा, ”प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी हमारे देश के नेता हैं किसी एक पार्टी के नहीं। शरद पवार से इतना नीचे गिरने की उम्मीद नहीं की जाती है। पुलिस के पास सारे सबूत हैं और सच सामने आ ही जाएगा।
पुलिस ने बताया कि पत्र कार्यकर्ता रोना विल्सन के घर से बरामद किया गया जिसे हाल में मुंबई, नागपुर और दिल्ली से पांच दूसरे लोगों सहित गिरफ्तार किया गया था। इन लोगों को दिसंबर में आयोजित किए गए ‘एलगार परिषद’ और उसके बाद जिले के भीमा-कोरेगांव में हुई हिंसा के सिलसिले में गिरफ्तार किया गया। पुलिस के अनुसार यह पत्र ‘आर’ नाम के किसी व्यक्ति ने किसी कॉमरेड प्रकाश को लिखा है। इसमें सुझाया गया है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को उनके ‘‘रोड शो’’ के दौरान निशाना बनाया जाए। पत्र में एम-4 रायफल खरीदने के लिए आठ करोड़ रुपये की और साथ ही घटना को अंजाम देने के लिए चार लाख राउंड गोला बारूद की जरूरत की बात की गयी है। जिसके बाद से राजनीति गरमाई हुई है। बीजेपी विपक्षी दलों को आड़े हाथों ले रही है। पार्टी का दावा है कि भीमा-कोरेगांव हिंसा को विपक्षी दलों खासकर कांग्रेस और वामदलों ने बढ़ावा दिया। अब गिरफ्तार लोगों के संबंध राजनीतिक दलों से होने की बात कही जा रही है। वित्त मंत्री अरुण जेटली ने पत्र सामने आने के बाद कहा था, “दुर्भाग्यपूर्ण है कि कुछ राजनीतिक दल एनडीए विरोधी अभियान में माओवादियों को अपने औजार के रूप में देखते हैं।
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