भारत के पूर्व राष्ट्रपति और मिसाइल मैन डॉ. एपीजे अब्दुल कलाम की आज जयंती है। अब्दुल कलाम का पूरा नाम अवुल पकिर जैनुलाअबदीन अब्दुल कलाम था और छोटे शब्दों में उन्हें एपीजे अब्दुल कलाम के नाम से बुलाते थे। उनका जन्म 15 अक्टूबर 1931 को तमिलनाडु के रामेश्वर में हुआ था। उन्होंने सालों तक विज्ञान के क्षेत्र में काफी काम किया है। 1998 में पोखरण में दूसरा परमाणु परीक्षण किया गया था जो कि सफल रहा था। उन्हें बैलिस्टिक मिसाइल और लांच व्हीकल टेक्नोलॉजी का जनक माना जाता है तबसे ही अब्दुल कलाम को मिसाइल मैन के नाम से भी पुकारते है। इतना ही नहीं, कलाम को 1989 में प्रशासकीय सेवा के क्षेत्र में पद्म भूषण से सम्मानित किया गया था।
मी टू मूवमेंट ने एक बार फिर से पकड़ी रफ़्तार
भारत के पूर्व राष्ट्रपति और मिसाइल मैन डॉ. एपीजे अब्दुल कलाम की आज जयंती है। अब्दुल कलाम का पूरा नाम अवुल पकिर जैनुलाअबदीन अब्दुल कलाम था और छोटे शब्दों में उन्हें एपीजे अब्दुल कलाम के नाम से बुलाते थे। उनका जन्म 15 अक्टूबर 1931 को तमिलनाडु के रामेश्वर में हुआ था। उन्होंने सालों तक विज्ञान के क्षेत्र में काफी काम किया है। 1998 में पोखरण में दूसरा परमाणु परीक्षण किया गया था जो कि सफल रहा था। उन्हें बैलिस्टिक मिसाइल और लांच व्हीकल टेक्नोलॉजी का जनक माना जाता है तबसे ही अब्दुल कलाम को मिसाइल मैन के नाम से भी पुकारते है। इतना ही नहीं, कलाम को 1989 में प्रशासकीय सेवा के क्षेत्र में पद्म भूषण से सम्मानित किया गया था।वैसे तो कलाम दिमाग से बहुत तेज होने के साथ-साथ बहुत भावुक स्वभाव के थे। इसके अलावा उन्होंने काफी सारी किताबे भी लिखी थी। उनकी कुछ किताबों का नाम है- ‘विंग्स ऑफ़ फायर’, ‘इण्डिया 2020- ए विज़न फॉर द न्यू मिलेनियम’, ‘माई जर्नी’ तथा ‘इग्नाटिड माइंड्स- अनलीशिंग द पॉवर विदिन इंडिया’। उनकी इन पुस्तकों का कई भारतीय तथा विदेशी भाषाओं में अनुवाद हो चुका है। कलाम भारत के काफी बड़े वैज्ञानिक थे जिन्होंने काफी नाम कमाया और साथ ही देश को तरक्की की ओर ले गए। कलाम बच्चों से काफी प्यार करते थे और किस तरह वे अपने जीवन में सफलता हासिल करे उसके नए नए तरीके बताते थे।एपीजे कलाम हमेशा से ही लोगों को आगे बढ़ने के लिए प्रेरित करते थे। उनके कुछ विचार है जिनसे आप सभी अपने जीवन के लक्ष्य को प्राप्त कर सकते है-इंसान सपने देखता है, तभी वह अपने सपनों को पूरा कर सकता है।अगर सूरज की तरह चमकना है तो पहले सूरज की तरह जलना सीखो।इन्सान के जीवन में कठिनाइयों और दुखों का होना जरुरी है क्योंकि इसके बाद सफलता में जो आनंद आता है वो अलग ही होता है।छात्रों को प्रश्न जरूर पूछना चाहिए क्योंकि यह छात्र का सर्वोत्तम गुण है।सपने वो होते है जो आपको सोने न दे। सोने के बाद देखे गए सपने, सपने नहीं होते।बंद आँखों से सपने मत देखो।जिंदगी का कोई भी लक्ष्य हो उसके लिए ताकत की जरूरत होती है।जरूरी नहीं है क्लासरूम में पहले बेंच पर बैठा बच्चा सबसे ज्यादा होशियार हो।हर व्यक्ति के जीवन में दुख आते हैं, हमे बस इनका डटकर सामना करना चाहिए।जीवन में कभी निराशा हाथ लगे तो हमे कोशिश करनी नही छोडनी चाहिए।
वैसे तो कलाम दिमाग से बहुत तेज होने के साथ-साथ बहुत भावुक स्वभाव के थे। इसके अलावा उन्होंने काफी सारी किताबे भी लिखी थी। उनकी कुछ किताबों का नाम है- ‘विंग्स ऑफ़ फायर’, ‘इण्डिया 2020- ए विज़न फॉर द न्यू मिलेनियम’, ‘माई जर्नी’ तथा ‘इग्नाटिड माइंड्स- अनलीशिंग द पॉवर विदिन इंडिया’। उनकी इन पुस्तकों का कई भारतीय तथा विदेशी भाषाओं में अनुवाद हो चुका है। कलाम भारत के काफी बड़े वैज्ञानिक थे जिन्होंने काफी नाम कमाया और साथ ही देश को तरक्की की ओर ले गए। कलाम बच्चों से काफी प्यार करते थे और किस तरह वे अपने जीवन में सफलता हासिल करे उसके नए नए तरीके बताते थे।
एपीजे कलाम हमेशा से ही लोगों को आगे बढ़ने के लिए प्रेरित करते थे। उनके कुछ विचार है जिनसे आप सभी अपने जीवन के लक्ष्य को प्राप्त कर सकते है-
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इंसान सपने देखता है, तभी वह अपने सपनों को पूरा कर सकता है।
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अगर सूरज की तरह चमकना है तो पहले सूरज की तरह जलना सीखो।
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इन्सान के जीवन में कठिनाइयों और दुखों का होना जरुरी है क्योंकि इसके बाद सफलता में जो आनंद आता है वो अलग ही होता है।
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छात्रों को प्रश्न जरूर पूछना चाहिए क्योंकि यह छात्र का सर्वोत्तम गुण है।
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सपने वो होते है जो आपको सोने न दे। सोने के बाद देखे गए सपने, सपने नहीं होते।
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बंद आँखों से सपने मत देखो।
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जिंदगी का कोई भी लक्ष्य हो उसके लिए ताकत की जरूरत होती है।
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जरूरी नहीं है क्लासरूम में पहले बेंच पर बैठा बच्चा सबसे ज्यादा होशियार हो।
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हर व्यक्ति के जीवन में दुख आते हैं, हमे बस इनका डटकर सामना करना चाहिए।
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जीवन में कभी निराशा हाथ लगे तो हमे कोशिश करनी नही छोडनी चाहिए।