मी टू के आरोपों से घिरे विदेश राज्य मंत्री एमजे अकबर ने आखिरकार आज अपने पद से इस्तीफा दे ही दिया। लेकिन विदेशी दौरे से लौटने के बाद अकबर ने अपने ऊपर लगे सभी आरोपों को बेबुनियाद बताया था और इसके खिलाफ कानूनी कार्यवाई करवाने की भी बात कही थी। साथ ही, उन्होंने आरोप लगाने वाली प्रिया रमानी महिला पत्रकार के खिलाफ मानहानि का केस भी दर्ज करवाया था। लेकिन अकबर ने आज हार मान ली और अपने पद से इस्तीफा दे ही दिया।
#MJAkbar resigns from his post of Minister of State External Affairs MEA. pic.twitter.com/FcNLh4cVDv
मी टू के आरोपों से घिरे विदेश राज्य मंत्री एमजे अकबर ने आखिरकार आज अपने पद से इस्तीफा दे ही दिया। लेकिन विदेशी दौरे से लौटने के बाद अकबर ने अपने ऊपर लगे सभी आरोपों को बेबुनियाद बताया था और इसके खिलाफ कानूनी कार्यवाई करवाने की भी बात कही थी। साथ ही, उन्होंने आरोप लगाने वाली प्रिया रमानी महिला पत्रकार के खिलाफ मानहानि का केस भी दर्ज करवाया था। लेकिन अकबर ने आज हार मान ली और अपने पद से इस्तीफा दे ही दिया।इतना ही नहीं, उन्होंने एक न्यूज़ चैनल द्वारा लिए इंटरव्यू में बताया था कि #MeToo के तहत उन पर लगे सभी आरोप गलत है। यह किसी विपक्षी दल का काम है, जो चुनाव को लेकर एजेंडा बना रही है ताकि इन आरोपों के चलते वो अपने कार्यरत पद से हट जाये। लेकिन इस पर भी उन्होंने साफ़ कह दिया था कि वह अपने पद से इस्तीफा नहीं देंगे और मामले की जाँच करवाएंगे। एक अखबार में छपी खबर के अनुसार, प्रिया रमानी का साथ 10 अन्य पत्रकार महिलाओं ने भी दिया है। क्या था मामलासोशल मीडिया पर मी टू मूवमेंट की रफ़्तार बढ़ते समय ही एम जे अकबर पर यौन शोषण करने के आरोप लगे थे। अकबर पर पहला आरोप प्रिया रमानी नाम की एक महिला पत्रकार ने लगाया था, जिसमें उन्होंने एक होटल के कमरे में इंटरव्यू के समय की अपनी कहानी बयां की थी। खबरों के अनुसार, एम जे अकबर पर अबतक दस पत्रकार महिलाए यौन शोषण का आरोप लगा चुकी है। अकबर पर यह आरोप उस समय के है जब वह किसी न्यूज़पेपर के एडिटर थे। उन पर एक आरोप तो उसी अख़बार की इंटर्न करने गई लड़की ने लगाया था। और इन पीड़ित महिलाओं में एक पत्रकार महिला विदेश की है।
— ANI (@ANI) October 17, 2018
इतना ही नहीं, उन्होंने एक न्यूज़ चैनल द्वारा लिए इंटरव्यू में बताया था कि #MeToo के तहत उन पर लगे सभी आरोप गलत है। यह किसी विपक्षी दल का काम है, जो चुनाव को लेकर एजेंडा बना रही है ताकि इन आरोपों के चलते वो अपने कार्यरत पद से हट जाये। लेकिन इस पर भी उन्होंने साफ़ कह दिया था कि वह अपने पद से इस्तीफा नहीं देंगे और मामले की जाँच करवाएंगे। एक अखबार में छपी खबर के अनुसार, प्रिया रमानी का साथ 10 अन्य पत्रकार महिलाओं ने भी दिया है।
महिलाएं ही क्यों कर रही हैं, महिलाओं के मंदिर में प्रवेश का विरोध
क्या था मामला
सोशल मीडिया पर मी टू मूवमेंट की रफ़्तार बढ़ते समय ही एम जे अकबर पर यौन शोषण करने के आरोप लगे थे। अकबर पर पहला आरोप प्रिया रमानी नाम की एक महिला पत्रकार ने लगाया था, जिसमें उन्होंने एक होटल के कमरे में इंटरव्यू के समय की अपनी कहानी बयां की थी। खबरों के अनुसार, एम जे अकबर पर अबतक दस पत्रकार महिलाए यौन शोषण का आरोप लगा चुकी है। अकबर पर यह आरोप उस समय के है जब वह किसी न्यूज़पेपर के एडिटर थे। उन पर एक आरोप तो उसी अख़बार की इंटर्न करने गई लड़की ने लगाया था। और इन पीड़ित महिलाओं में एक पत्रकार महिला विदेश की है।