सबरीमाला मंदिर पर सुप्रीम कोर्ट के फैसला सुनाने के बावजूद भी मंदिर में महिलाओं के प्रवेश पर लगातार विरोध हो रहा था। तो कही इसके खिलाफ प्रदर्शन भी किये गए। इसी बीच, मुंबई में आयोजित एक कार्यक्रम में केन्द्रीय मंत्री स्मृति ईरानी ने एक विवादित बात कह दी। उन्होंने कहा कि महिलाएं पीरियड्स टाइम में खून से सना सैनिटरी नेपकिन अपने दोस्त के घर नहीं ले जाती तो भगवान के घर कैसे ले जा सकती है।
एएनआई न्यूज़ एजेंसी के मुताबिक़, केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी ने कहा, “ये तो कॉमन सेंस की बात है। क्या आप पीरियड्स ब्लड से सना हुआ सैनिटरी नेपकिन अपने दोस्त के घर में ले जाएंगे। नहीं ले जाएंगे और क्या आपको लगता है कि ऐसा हमें भगवान के घर यानी मंदिर जाते समय करना चाहिए। यही अंतर है और ये मेरी निजी राय भी है। उनका मानना है कि हम सभी को प्रार्थना करने का अधिकार है, लेकिन किसी स्थान को अपवित्र करने का अधिकार नहीं है।
#WATCH Union Minister Smriti Irani says," I have right to pray,but no right to desecrate. I am nobody to speak on SC verdict as I'm a serving cabinet minster. Would you take sanitary napkins seeped in menstrual blood into a friend's home? No.Why take them into house of God?" pic.twitter.com/Fj1um4HGFk
सबरीमाला मंदिर पर सुप्रीम कोर्ट के फैसला सुनाने के बावजूद भी मंदिर में महिलाओं के प्रवेश पर लगातार विरोध हो रहा था। तो कही इसके खिलाफ प्रदर्शन भी किये गए। इसी बीच, मुंबई में आयोजित एक कार्यक्रम में केन्द्रीय मंत्री स्मृति ईरानी ने एक विवादित बात कह दी। उन्होंने कहा कि महिलाएं पीरियड्स टाइम में खून से सना सैनिटरी नेपकिन अपने दोस्त के घर नहीं ले जाती तो भगवान के घर कैसे ले जा सकती है।एएनआई न्यूज़ एजेंसी के मुताबिक़, केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी ने कहा, “ये तो कॉमन सेंस की बात है। क्या आप पीरियड्स ब्लड से सना हुआ सैनिटरी नेपकिन अपने दोस्त के घर में ले जाएंगे। नहीं ले जाएंगे और क्या आपको लगता है कि ऐसा हमें भगवान के घर यानी मंदिर जाते समय करना चाहिए। यही अंतर है और ये मेरी निजी राय भी है। उनका मानना है कि हम सभी को प्रार्थना करने का अधिकार है, लेकिन किसी स्थान को अपवित्र करने का अधिकार नहीं है।साथ ही, ईरानी ने कहा कि सुप्रीम कोर्ट के फैसले पर उनका कुछ कहना उचित नहीं है, क्योंकि वह एक केंद्रीय मंत्री हैं। बता दें कि सुप्रीम कोर्ट ने केरल के सबरीमाला मंदिर में सभी उम्र की महिलाओं के प्रवेश की अनुमति दे दी है। इस मामले के फैसले के खिलाफ दायर पुनर्विचार याचिकाओं पर सुप्रीम कोर्ट अब सुनवाई 13 नवंबर को करेगा।जब स्मृति ईरानी के इस बयान पर बबाल मचने लगा तो इस पर इस पर भी उन्होंने अपनी सफाई दी। साथ ही, उन्होंने ट्वीट करते हुए कहा कि यह न्यूज़ फेक है। वह जल्द ही इसका नया वीडियो पोस्ट करेंगी।सबरीमाला मंदिर मामले का विवाद थमने का नाम नहीं ले रहा है। और सभी मंत्री अपनी इस पर अलग अलग राय दे रहे है फिर उन्हें झूठ करार भी दे रहे है। अब सच तो आने वाले वीडियो में ही पता चलेगा।
— ANI (@ANI) October 23, 2018
साथ ही, ईरानी ने कहा कि सुप्रीम कोर्ट के फैसले पर उनका कुछ कहना उचित नहीं है, क्योंकि वह एक केंद्रीय मंत्री हैं। बता दें कि सुप्रीम कोर्ट ने केरल के सबरीमाला मंदिर में सभी उम्र की महिलाओं के प्रवेश की अनुमति दे दी है। इस मामले के फैसले के खिलाफ दायर पुनर्विचार याचिकाओं पर सुप्रीम कोर्ट अब सुनवाई 13 नवंबर को करेगा।
जब स्मृति ईरानी के इस बयान पर बबाल मचने लगा तो इस पर इस पर भी उन्होंने अपनी सफाई दी। साथ ही, उन्होंने ट्वीट करते हुए कहा कि यह न्यूज़ फेक है। वह जल्द ही इसका नया वीडियो पोस्ट करेंगी।
Fake news …… calling you out on it. Will post my video soon. https://t.co/ZZzJ26KBXa
— Smriti Z Irani (@smritiirani) October 23, 2018