कर्नाटक में टीपू सुल्तान की जयंती को लेकर फिर से राजनीति गरमा गई है। ऐसा हर साल होता है, इस मुद्दे को लेकर पूरी राजनीति में हडकंप मच जाता है। इस बार भी टीपू सुल्तान की जयंती मनाने को लेकर हंगामा काफी तेजी से बढ़ रहा है। कर्नाटक सरकार 2016 से टीपू सुल्तान की जयंती मना रही है। जबकि बीजेपी ने इस कार्यक्रम को रोकने की धमकी दी है, जिसके बाद हुबली, धारवाड़ और शिवमोग्गा सहित कर्नाटक के कई शहरों में धारा-144 लागू कर दी गई है। इस बार जयंती पर कई कार्यक्रम आयोजित करने की योजना है।
#Karnataka: #Visuals from outside Tipu Sultan's Summer Palace in Bengaluru. #TipuJayanthi pic.twitter.com/K8kahavhOZ
कर्नाटक में टीपू सुल्तान की जयंती को लेकर फिर से राजनीति गरमा गई है। ऐसा हर साल होता है, इस मुद्दे को लेकर पूरी राजनीति में हडकंप मच जाता है। इस बार भी टीपू सुल्तान की जयंती मनाने को लेकर हंगामा काफी तेजी से बढ़ रहा है। कर्नाटक सरकार 2016 से टीपू सुल्तान की जयंती मना रही है। जबकि बीजेपी ने इस कार्यक्रम को रोकने की धमकी दी है, जिसके बाद हुबली, धारवाड़ और शिवमोग्गा सहित कर्नाटक के कई शहरों में धारा-144 लागू कर दी गई है। इस बार जयंती पर कई कार्यक्रम आयोजित करने की योजना है।धारा 144 लागू होने से एक दिन पहले बीजेपी ने जेडीएस एवं कांग्रेस सरकार से जश्न न मनाने की अपील की थी। साथ ही बेंगलुरु, मैसूर और कोडागु सहित कई स्थानों पर विरोध प्रदर्शन भी किया गया था। 10 और 11 नवंबर को सुबह 6 बजे और 7 बजे से इन दोनों शहरों में कर्फ्यू लगा दिया जाएगा। इस दौरान एक ही जगह पर 4 से ज्यादा लोग इकट्ठा नहीं हो सकते।इस मामले पर गठबंधन की सरकार के मुख्यमंत्री एचडी कुमारस्वामी ने कहा कि पिछली कांग्रेस सरकार की नीति को जारी रखने के लिए 10 नवंबर को टीपू सुल्तान की जयंती मनाई जाएगी। मुख्यमंत्री एच डी कुमारस्वामी ने लोगों को शुभकामनाएं देते हुए कहा कि आज पूरे राज्य में टीपू सुल्तान की जयंती मनाई जा रही है।साथ ही, उन्होंने जयंती समारोह में शामिल नहीं होने बीजेपी को सफाई पेश की। उन्होंने कहा, ‘डॉक्टरों ने मुझे आराम करने की सलाह दी है। इसीलिए मैं जयंती समारोहों में शामिल नहीं हो पाऊंगा। इसका दूसरा अर्थ निकालने की जरूरत नहीं है। मैं अंधविश्वास के खिलाफ हूं और जो लोग कह रहे हैं कि मैं सत्ता खोने के डर में टीपू सुल्तान की जयंती में शामिल नहीं हो रहा हूं वह बिल्कुल झूठी बात है।’ कर्नाटक बीजेपी ने ट्वीट कर कुमारस्वामी की टीपू जयंती के समारोह में गैरमौजूदगी पर सवाल किए हैं।बीजेपी ने नेता आर अशोक ने शुक्रवार को कुमारस्वामी पर आरोप लगते हुए कहा था कि कुमारस्वामी टीपू जयंती में शामिल नहीं होंगे क्योंकि वे इसमें जाना नहीं चाहते। अशोक ने कहा, ‘सब लोग जानते हैं कि जो टीपू जयंती में गए उनका क्या हश्र हुआ। विजय माल्या को देश छोड़कर भागना पड़ा। संजय खान का चेहरा झुलस गया और सिद्धारमैया को मैसूर से चुनाव हारना पड़ा।’
— ANI (@ANI) November 10, 2018
धारा 144 लागू होने से एक दिन पहले बीजेपी ने जेडीएस एवं कांग्रेस सरकार से जश्न न मनाने की अपील की थी। साथ ही बेंगलुरु, मैसूर और कोडागु सहित कई स्थानों पर विरोध प्रदर्शन भी किया गया था। 10 और 11 नवंबर को सुबह 6 बजे और 7 बजे से इन दोनों शहरों में कर्फ्यू लगा दिया जाएगा। इस दौरान एक ही जगह पर 4 से ज्यादा लोग इकट्ठा नहीं हो सकते।
Karnataka: Various groups protesting against #TipuJayanti celebrations in Madikeri detained by police. pic.twitter.com/6RzQNgMWRk
— ANI (@ANI) November 10, 2018