बुलंदशहर में भीड द्वारा मारे गए इंस्पेक्टर सुबोध कुमार सिंह के बेटे अभिषेक ने मीडिया को बताया कि मेरे पिता चाहते थे कि मैं एक अच्छा नागरिक बनूं जो धर्म के नाम पर हिंसा को भड़काता न हो। आज मेरे ही पिता ने इस हिंदू मुस्लिम हिंसा में अपना जीवन खो दिया। कल किसके पिता अपना जीवन खोएंगे?
Abhishek, son of deceased policeman Subodh Kumar Singh: My father wanted me to be a good citizen who doesn't incite violence in society in the name of religion. Today my father lost his life in this Hindu-Muslim dispute, tomorrow whose father will lose his life? #Bulandshahr pic.twitter.com/zpFJoI4O2R
बुलंदशहर में भीड द्वारा मारे गए इंस्पेक्टर सुबोध कुमार सिंह के बेटे अभिषेक ने मीडिया को बताया कि मेरे पिता चाहते थे कि मैं एक अच्छा नागरिक बनूं जो धर्म के नाम पर हिंसा को भड़काता न हो। आज मेरे ही पिता ने इस हिंदू मुस्लिम हिंसा में अपना जीवन खो दिया। कल किसके पिता अपना जीवन खोएंगे?वहीं इंस्पेक्टर सुबोध कुमार का पार्थिव शरीर राजकीय सम्मान के साथ एटा में उनके घर पर पहुंच गया है। शव को पुलिस वैन में लाया गया है। तिरंगे में लिपटे हुए सुबोध कुमार को उनके साथी पुलिसकर्मी तिरंगे में लपेटकर उनके घर लेकर पहुंचे।आपको बता दें कि बीतेदिन उत्तरप्रदेश के बुलंदशहर में 25 गायों की हत्या के आरोप में गुस्साई भीड़ ने गुस्से में एक पुलिस अधिकारी की हत्या कर दी थी। पुलिस ने इस मामले में हिंदुवादी संगठन के कार्यकर्ता को गिरफ्तार किया है। पुलिस ने इस मामले में दो एफआईआर भी दर्ज की है जिसमें से एक एफआईआर गाय काटने को लेकर दर्ज की गई है। यो एफआईआर योगेशराज की शिकायत पर दर्ज की गई है जो हिंदुवादी संगठन बजरंग दल का जिला संयोजक है।दूसरी एफआईआर पुलिस ने सब इंस्पेक्ट की शिकायत पर हिंसा फैलाने के आरोप में दर्ज की है जिसमें योगेशराज को ही मुख्यआरोपी बनाया गया है। मामले में बीजेपी युवा स्याना नगर के अध्यक्ष शिखर अग्रवाल, वीएचपी कार्यकर्ता उपेंद्र राघव को भी नामजद किया गया है। बजरंग दल के योगेशराज ने ही 25 गायों शवों की जंगल में पडे होने की शिकायत दी थी। जंगल में गायों के शवों की खोज के बाद वहां जमा भीड ने सैंकडों की संख्या में आए पुलिसबल पर पथराव किया और उनकी गाडियों को आग के हवाले कर दिया।अनियंत्रित भीड को काबू करने की कोशिश कर रहे को इंस्पेक्टर सुबोध कुमार सिंह के सर में पत्थर मारा गया जिससे वो घायल हो गए। जैसे ही उनके कार चालक ने उन्हें अस्पताल ले जाने की कोशिश की भीड ने कार का पीछा किया और पुलिस अधिकारी को मैदान में रखकर गोली मार दी। मारे गए पुलिसअधिकारी के ड्राईवर ने ये जानकारी मीडिया को दी है। ड्राईवर के अनुसार वो अपनी जान बचाने के लिए कार छोडकर भाग निकले क्योंकी उन्हें नहीं पता था कि भीड उनके साथ क्या करेगी। एक स्थानीय नागरिक भी भीड़ की इस हिंसा में मारा गया।
— ANI UP/Uttarakhand (@ANINewsUP) December 4, 2018
वहीं इंस्पेक्टर सुबोध कुमार का पार्थिव शरीर राजकीय सम्मान के साथ एटा में उनके घर पर पहुंच गया है। शव को पुलिस वैन में लाया गया है। तिरंगे में लिपटे हुए सुबोध कुमार को उनके साथी पुलिसकर्मी तिरंगे में लपेटकर उनके घर लेकर पहुंचे।
Mortal remains of Police Inspector Subodh Singh(who died after being attacked by people protesting over alleged cow slaughter) brought to his residence in Etah. #Bulandshahr pic.twitter.com/0gLqt6xJsp
— ANI UP/Uttarakhand (@ANINewsUP) December 4, 2018
आपको बता दें कि बीतेदिन उत्तरप्रदेश के बुलंदशहर में 25 गायों की हत्या के आरोप में गुस्साई भीड़ ने गुस्से में एक पुलिस अधिकारी की हत्या कर दी थी। पुलिस ने इस मामले में हिंदुवादी संगठन के कार्यकर्ता को गिरफ्तार किया है। पुलिस ने इस मामले में दो एफआईआर भी दर्ज की है जिसमें से एक एफआईआर गाय काटने को लेकर दर्ज की गई है। यो एफआईआर योगेशराज की शिकायत पर दर्ज की गई है जो हिंदुवादी संगठन बजरंग दल का जिला संयोजक है।
बुलंदशहर इंस्पेक्टर हत्या मामले में बजरंग दल का जिला संयोजक योगेशराज गिरफ्तार
दूसरी एफआईआर पुलिस ने सब इंस्पेक्ट की शिकायत पर हिंसा फैलाने के आरोप में दर्ज की है जिसमें योगेशराज को ही मुख्यआरोपी बनाया गया है। मामले में बीजेपी युवा स्याना नगर के अध्यक्ष शिखर अग्रवाल, वीएचपी कार्यकर्ता उपेंद्र राघव को भी नामजद किया गया है। बजरंग दल के योगेशराज ने ही 25 गायों शवों की जंगल में पडे होने की शिकायत दी थी। जंगल में गायों के शवों की खोज के बाद वहां जमा भीड ने सैंकडों की संख्या में आए पुलिसबल पर पथराव किया और उनकी गाडियों को आग के हवाले कर दिया।
Family of Police inspector Subodh Kumar in mourning. Kumar lost his life yesterday after being attacked by people protesting against alleged cattle slaughter in the area #BulandshaharViolence pic.twitter.com/rlm2TNOLe1
— ANI UP/Uttarakhand (@ANINewsUP) December 4, 2018