उत्तर प्रदेश की फैजाबाद जेल मे आयोजन एक कार्यक्रम के दौरान पाकिस्तान के संस्थापक मुहम्मद अली जिन्ना की तस्वीर लगाने से हंगामा खड़ा हो गया है। भाजपा और राइट-विंग के लोग आयोजकों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की मांग कर रहे हैं। यह घटना बुधवार की है जब स्वतंत्रता सेनानी अशफाकुल्ला खान के शहीद दिवस पर उन्हे याद करने करने के लिए जेल परिसर में समारोह आयोजित किया गया था। घटना के दौरान, जिन्ना की तस्वीर बहादुर शाह जफर, टीपू सुल्तान और मौलाना अबुल कलाम आजाद जैसे कई महान व्यक्तित्वों के साथ लगाई गई थी।
वहाँ के स्थानीय भाजपा विधायक का कहना है कि जिन्ना की तस्वीर लगाने से आयोजकों ने अशफाकुल्ला खान के शहीद दिवस पर एक विवाद को जन्म दे दिया है। ऐसा करके वे सिर्फ लाइटलाइट में आना चाहते हैं, लेकिन यह स्वीकार नहीं किया जाएगा। वीएचपी के प्रवक्ता शरद शर्मा ने भी मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से गुहार लगाई है कि आयोजकों और जेल प्रशासन के खिलाफ कार्रवाई की जाए।
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उत्तर प्रदेश की फैजाबाद जेल मे आयोजन एक कार्यक्रम के दौरान पाकिस्तान के संस्थापक मुहम्मद अली जिन्ना की तस्वीर लगाने से हंगामा खड़ा हो गया है। भाजपा और राइट-विंग के लोग आयोजकों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की मांग कर रहे हैं। यह घटना बुधवार की है जब स्वतंत्रता सेनानी अशफाकुल्ला खान के शहीद दिवस पर उन्हे याद करने करने के लिए जेल परिसर में समारोह आयोजित किया गया था। घटना के दौरान, जिन्ना की तस्वीर बहादुर शाह जफर, टीपू सुल्तान और मौलाना अबुल कलाम आजाद जैसे कई महान व्यक्तित्वों के साथ लगाई गई थी।वहाँ के स्थानीय भाजपा विधायक का कहना है कि जिन्ना की तस्वीर लगाने से आयोजकों ने अशफाकुल्ला खान के शहीद दिवस पर एक विवाद को जन्म दे दिया है। ऐसा करके वे सिर्फ लाइटलाइट में आना चाहते हैं, लेकिन यह स्वीकार नहीं किया जाएगा। वीएचपी के प्रवक्ता शरद शर्मा ने भी मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से गुहार लगाई है कि आयोजकों और जेल प्रशासन के खिलाफ कार्रवाई की जाए।आफको बता दे कि यह कार्यक्रम ‘अशफाकुल्ला खान मेमोरियल शहीद शोध संस्थान’ द्वारा आयोजित किया गया था, जो वरिष्ठ कम्युनिस्ट नेता सूर्य कांत पांडे द्वारा संचालित एक सामाजिक संगठन है। आयोजकों का कहना है कि स्वतंत्रता संग्राम में जिन्ना की एक बड़ी भूमिका थी और वह भारत औऱ पाकिस्तान की साझा संस्कृति और विरासत का हिस्सा हैं। पांडे ने कहा, “भारत के स्वतंत्रता संग्राम का इतिहास जिन्ना के बिना अधूरा है, स्वतंत्रता आंदोलन में उनकी बड़ी भूमिका थी और हमें स्वतंत्रता की लड़ाई में उनके योगदान के लिए जिन्ना को श्रेय देना होगा।”पूर्व उत्तर प्रदेश के गवर्नर अज़ीज़ कुरेशी कार्यक्रम के मुख्य अतिथि थे। साहित्य में कवि और प्रोफेसर अनिल सिंह, जो इस कार्यक्रम में उपस्थित थे उनका कहना है कि “जिन्ना ने शहीद भगत सिंह और कई अन्य क्रांतिकारी स्वतंत्रता सेनानियों के हक मे लड़े थे और उन्होंने इसके लिए कोई श्रेय नहीं मांगा। उनका योगदान महात्मा गांधी, जवाहर लाल नेहरू, सरदार पटेल, खान अब्दुल गफार खान के रूप में स्वतंत्रता संग्राम में समान है।