केरल के सबरीमाला मंदिर में दो महिलाओं के दर्शन करने से चल रहे विरोध के बीच एक श्रीलंकाई महिला भी मंदिर द्वार तक पहुंची लेकिन ये महिला दर्शन नहीं कर पाई। भगवान अयप्पा के दर्शन करने गई 46 वर्षीय श्रीलंकाई महिला ने पुलिस को बताया कि वो मेनोपॉज स्टेज पर पहुंच चुकी है। साथ ही, उन्होंने दावा किया कि इस मेनोपॉज स्टेज का उनके पास मेडिकल सर्टिफिकेट भी है।
इस बात की जानकारी न्यूज़ एजेंसी एएनआई ने ट्वीट कर दी है। इसके अनुसार, 46 वर्षीय श्रीलंकाई महिला ने पुलिस को बताया कि वो मेनोपॉज स्टेज पर पहुंच चुकी है। साथ ही, उन्होंने दावा किया कि इस मेनोपॉज स्टेज का उनके पास मेडिकल सर्टिफिकेट भी है। लेकिन दर्शन करने गई उस महिला की उम्र पर संदेह होने के कारण उन्हें मंदिर में प्रवेश नहीं करने दिया और इसका विरोध किया गया, जिसके बाद वह मंदिर के बाहर ही पूजा कर वापस लौट गई।
46-year-old Srilankan woman who came to #SabarimalaTemple: I went up to the holy steps, but I was not allowed to go further. I had a medical certificate also.
केरल के सबरीमाला मंदिर में दो महिलाओं के दर्शन करने से चल रहे विरोध के बीच एक श्रीलंकाई महिला भी मंदिर द्वार तक पहुंची लेकिन ये महिला दर्शन नहीं कर पाई। भगवान अयप्पा के दर्शन करने गई 46 वर्षीय श्रीलंकाई महिला ने पुलिस को बताया कि वो मेनोपॉज स्टेज पर पहुंच चुकी है। साथ ही, उन्होंने दावा किया कि इस मेनोपॉज स्टेज का उनके पास मेडिकल सर्टिफिकेट भी है।इस बात की जानकारी न्यूज़ एजेंसी एएनआई ने ट्वीट कर दी है। इसके अनुसार, 46 वर्षीय श्रीलंकाई महिला ने पुलिस को बताया कि वो मेनोपॉज स्टेज पर पहुंच चुकी है। साथ ही, उन्होंने दावा किया कि इस मेनोपॉज स्टेज का उनके पास मेडिकल सर्टिफिकेट भी है। लेकिन दर्शन करने गई उस महिला की उम्र पर संदेह होने के कारण उन्हें मंदिर में प्रवेश नहीं करने दिया और इसका विरोध किया गया, जिसके बाद वह मंदिर के बाहर ही पूजा कर वापस लौट गई।आपको बता दें कि, सबरीमाला मंदिर में 10 से 50 साल की महिलाओं की एंट्री का विरोध किया जा रहा है। हालांकि, सुप्रीम कोर्ट ने समानता के अधिकार के आधार पर फैसला सुनाते हुए सबरीमाला मंदिर में महिलाओं के प्रवेश पर रोक को हटा दिया था। इसके बाद भी मंदिर में महिलाओं को प्रवेश नहीं मिल रहा था। तमाम प्रदर्शन और कथित रोक के बावजूद बीते बुधवार को करीब 40 साल की 2 महिलाओं (बिन्दू और कनकदुर्गा) ने मंदिर में प्रवेश कर सदियों पुरानी परंपरा को ध्वस्त कर दिया था।इसके बाद केरल में महिलाओं के प्रवेश पर जमकर बवाल हुआ। तिरुवनंतपुरम में आरएसएस कार्यकर्ताओं ने पुलिस पर देसी बम फेंके। इस दौरान पुलिस के जवान बचने के लिए इधर-उधर भागते नजर आए। कई जवान घायल भी हुए। बता दें कि अब तक 745 लोगों की अनेकों हिंसा के आरोप में गिरफ्तारी हो चुकी है। अब भी लगातार विरोध प्रदर्शन जारी है।
— ANI (@ANI) January 4, 2019
आपको बता दें कि, सबरीमाला मंदिर में 10 से 50 साल की महिलाओं की एंट्री का विरोध किया जा रहा है। हालांकि, सुप्रीम कोर्ट ने समानता के अधिकार के आधार पर फैसला सुनाते हुए सबरीमाला मंदिर में महिलाओं के प्रवेश पर रोक को हटा दिया था। इसके बाद भी मंदिर में महिलाओं को प्रवेश नहीं मिल रहा था। तमाम प्रदर्शन और कथित रोक के बावजूद बीते बुधवार को करीब 40 साल की 2 महिलाओं (बिन्दू और कनकदुर्गा) ने मंदिर में प्रवेश कर सदियों पुरानी परंपरा को ध्वस्त कर दिया था।
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