कोलकाता में चल रही विपक्ष रैली में ममता बनर्जी सहित सभी विपक्षियों ने पीएम मोदी पर जमकर हमला किया। इस रैली में विपक्ष के सभी बड़े नेताओं ने एक-एक करके मोदी सरकार की आलोचना की। ये रैली ब्रिगेड परेड मैदान में चल रही है। यहां पढ़ें किसने क्या कहा…
ममता बनर्जी (TMC)
तृणमूल कांग्रेस की मुखिया और पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी रैली में मोदी सरकार पर जमकर हमला किया। उन्होंने कहा, ‘मोदी सरकार की ‘एक्सपायरी डेट’ खत्म हो गयी है। राजनीति में शिष्टता होती है लेकिन बीजेपी इसका पालन नहीं करती है, जो उनके साथ नहीं हैं उन्हें चोर बता दिया जाता है।’ कोलकाता रैली में ममता बनर्जी ने एक नया दिया नारा ‘बदल दो, बदल दो, दिल्ली की सरकार बदल दो।‘ ममता बनर्जी ने ये भी कहा कि प्रधानमंत्री के नाम पर फैसला लोकसभा चुनाव के बाद होगा।
अरविंद केजरीवाल (AAP)
दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने लोगों से केंद्र में ‘खतरनाक’ बीजेपी सरकार को किसी भी कीमत पर हराने का आह्वान किया। उन्होंने कहा कि देश गंभीर संकट के दोराहे पर है। देश और लोकतंत्र को बचाने के लिए मोदी सरकार को तुरंत बदलने की जरूरत है। केजरीवाल ने कहा, ‘अगर (नरेंद्र) मोदी-(अमित) शाह की जोड़ी 2019 का चुनाव जीतकर देश में शासन करती रही तो वो संविधान को बदल देगी और कभी चुनाव नहीं करवाएगी। जर्मनी में हिटलर ने जो किया था, वही होगा।’
अखिलेश यादव (SP)
समाजवादी पार्टी के प्रमुख अखिलेश यादव ने कहा कि सपा और बसपा के साथ आने से देश में खुशी की लहर दौड़ गयी है और इससे चिंतित होकर भाजपा उत्तरप्रदेश में एक-एक सीट जीतने की रणनीति तैयार करने लिए बैठकें कर रही है। विपक्ष की रैली को यहां संबोधित करते हुए यादव ने प्रधानमंत्री पद के उम्मीदवार को लेकर विपक्षी दलों से सवाल करने पर भी भाजपा से जवाब मांगा। यादव ने कहा, ‘वे पूछते हैं विपक्षी दलों का प्रधानमंत्री पद का उम्मीदवार कौन है…हमारा कहना है कि हमारी तरफ से लोग प्रधानमंत्री उम्मीदवार का फैसला करेंगे। लेकिन, उनकी ओर से इस नाम (नरेंद्र मोदी) ने देश को निराश किया है, आपका दूसरा नाम कौन सा है?’
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कोलकाता में चल रही विपक्ष रैली में ममता बनर्जी सहित सभी विपक्षियों ने पीएम मोदी पर जमकर हमला किया। इस रैली में विपक्ष के सभी बड़े नेताओं ने एक-एक करके मोदी सरकार की आलोचना की। ये रैली ब्रिगेड परेड मैदान में चल रही है। यहां पढ़ें किसने क्या कहा…ममता बनर्जी (TMC)तृणमूल कांग्रेस की मुखिया और पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी रैली में मोदी सरकार पर जमकर हमला किया। उन्होंने कहा, ‘मोदी सरकार की ‘एक्सपायरी डेट’ खत्म हो गयी है। राजनीति में शिष्टता होती है लेकिन बीजेपी इसका पालन नहीं करती है, जो उनके साथ नहीं हैं उन्हें चोर बता दिया जाता है।’ कोलकाता रैली में ममता बनर्जी ने एक नया दिया नारा ‘बदल दो, बदल दो, दिल्ली की सरकार बदल दो।‘ ममता बनर्जी ने ये भी कहा कि प्रधानमंत्री के नाम पर फैसला लोकसभा चुनाव के बाद होगा।अरविंद केजरीवाल (AAP)दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने लोगों से केंद्र में ‘खतरनाक’ बीजेपी सरकार को किसी भी कीमत पर हराने का आह्वान किया। उन्होंने कहा कि देश गंभीर संकट के दोराहे पर है। देश और लोकतंत्र को बचाने के लिए मोदी सरकार को तुरंत बदलने की जरूरत है। केजरीवाल ने कहा, ‘अगर (नरेंद्र) मोदी-(अमित) शाह की जोड़ी 2019 का चुनाव जीतकर देश में शासन करती रही तो वो संविधान को बदल देगी और कभी चुनाव नहीं करवाएगी। जर्मनी में हिटलर ने जो किया था, वही होगा।’अखिलेश यादव (SP)समाजवादी पार्टी के प्रमुख अखिलेश यादव ने कहा कि सपा और बसपा के साथ आने से देश में खुशी की लहर दौड़ गयी है और इससे चिंतित होकर भाजपा उत्तरप्रदेश में एक-एक सीट जीतने की रणनीति तैयार करने लिए बैठकें कर रही है। विपक्ष की रैली को यहां संबोधित करते हुए यादव ने प्रधानमंत्री पद के उम्मीदवार को लेकर विपक्षी दलों से सवाल करने पर भी भाजपा से जवाब मांगा। यादव ने कहा, ‘वे पूछते हैं विपक्षी दलों का प्रधानमंत्री पद का उम्मीदवार कौन है…हमारा कहना है कि हमारी तरफ से लोग प्रधानमंत्री उम्मीदवार का फैसला करेंगे। लेकिन, उनकी ओर से इस नाम (नरेंद्र मोदी) ने देश को निराश किया है, आपका दूसरा नाम कौन सा है?’यशवंत सिन्हा (बीजेपी के पूर्व नेता)कभी बीजेपी का हिस्सा रहे पूर्व केन्द्रीय मंत्री यशवंत सिन्हा ने नरेन्द्र मोदी सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि आजादी के बाद ये पहली सरकार है जो विकास के आंकड़ों के साथ ‘बाजीगरी’ कर रही है। सिन्हा ने कहा, ‘मौजूदा शासन में अगर आप सरकार की तारीफ करते हैं तो वो ‘देश भक्ति’ है और अगर आलोचना करते हैं तो वो ‘देश द्रोह’ है। आजादी के बाद ये पहली सरकार है जो जनता को मूर्ख बनाने के लिए विकास के झूठे और मनगढ़ंत आंकड़े पेश कर रही है।’फारूक अब्दुल्ला (नेशनल कांफ्रेंस)पारदर्शिता के लिए मतपत्र प्रणाली फिर से लागू करने की वकालत करते हुए नेशनल कांफ्रेंस के प्रमुख फारूक अब्दुल्ला ने ईवीएम को ‘चोर’ मशीन करार दिया। तृणमूल कांग्रेस सुप्रीमो ममता बनर्जी की ओर से आयोजित संयुक्त विपक्ष की रैली को संबोधित करते हुए जम्मू-कश्मीर के पूर्व मुख्यमंत्री ने कहा, ‘ये किसी एक व्यक्ति (प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी) को सत्ता से बाहर करने की बात नहीं है। ये देश को बचाने और आजादी के लिए लड़ने वालों के बलिदान का सम्मान करने की बात है।’हेमंत सोरेन (झारखंड मुक्ति मोर्चा)झारखंड मुक्ति मोर्चा के नेता हेमंत सोरेन ने बीजेपी को देश से उखाड़ फेंकने का आह्वान करते हुए विपक्षी दलों से अपील की कि अगले लोकसभा चुनावों में वे ‘सांप्रदायिक’ पार्टी को ‘करारा’ जवाब दें। सोरेन ने कहा कि जिस तरह से बीजेपी देश को चला रही है उससे देश में ‘हिंसा और अशांति का माहौल’ पैदा हो गया है।जिगनेश मेवानी (गुजरात से निर्दलीय विधायक)जिगनेश मेवानी ने कहा कि तृणमूल कांग्रेस की विपक्षी रैली में कई विपक्षी दलों का एकसाथ आना आगामी लोकसभा चुनाव में बदलाव का संदेश देता है। मेवानी ने कहा कि ‘महागठबंधन’ आरएसएस और बीजेपी की हार सुनिश्चित करेगा।हार्दिक पटेल (पाटीदार के नेता)गुजरात में पाटीदार आंदोलन के नेता हार्दिक पटेल ने कोलकाता में विपक्ष की रैली के दौरान कहा कि नेताजी सुभाष चन्द्र बोस ने ‘गोरों’ के खिलाफ लड़ने की अपील की थी और हम ‘चोरों’ के खिलाफ लड़ रहे हैं। जनसैलाब की ओर इशारा करते हुए पटेल ने कहा कि ये संकेत है कि बीजेपी सत्ता से बाहर जा रही है।एम के स्टालिन (DMK)द्रमुक अध्यक्ष एम के स्टालिन ने कहा कि आगामी आम चुनाव बीजेपी के ‘कट्टर हिंदुत्व’ के खिलाफ भारत के लोगों के लिए आजादी की दूसरी लड़ाई के समान होंगे। उन्होंने ये भी कहा कि कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी समेत कुछ लोगों से ‘डरते’ हैं।सतीश चन्द्र मिश्रा (BSP)बहुजन समाज पार्टी के वरिष्ठ नेता सतीश चन्द्र मिश्रा ने कहा कि उत्तर प्रदेश में बसपा-सपा गठबंधन केन्द्र की ‘अनुसूचित जनजाति-विरोधी’ और ‘अल्पसंख्यक-विरोधी’ राजग सरकार के अंत की शुरूआत है। उन्होंने कहा कि केन्द्र की भाजपा सरकार को सत्ता से बाहर करने में सपा-बसपा गठबंधन के बाद ये रैली अगला कदम है।
यशवंत सिन्हा (बीजेपी के पूर्व नेता)
कभी बीजेपी का हिस्सा रहे पूर्व केन्द्रीय मंत्री यशवंत सिन्हा ने नरेन्द्र मोदी सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि आजादी के बाद ये पहली सरकार है जो विकास के आंकड़ों के साथ ‘बाजीगरी’ कर रही है। सिन्हा ने कहा, ‘मौजूदा शासन में अगर आप सरकार की तारीफ करते हैं तो वो ‘देश भक्ति’ है और अगर आलोचना करते हैं तो वो ‘देश द्रोह’ है। आजादी के बाद ये पहली सरकार है जो जनता को मूर्ख बनाने के लिए विकास के झूठे और मनगढ़ंत आंकड़े पेश कर रही है।’
फारूक अब्दुल्ला (नेशनल कांफ्रेंस)
पारदर्शिता के लिए मतपत्र प्रणाली फिर से लागू करने की वकालत करते हुए नेशनल कांफ्रेंस के प्रमुख फारूक अब्दुल्ला ने ईवीएम को ‘चोर’ मशीन करार दिया। तृणमूल कांग्रेस सुप्रीमो ममता बनर्जी की ओर से आयोजित संयुक्त विपक्ष की रैली को संबोधित करते हुए जम्मू-कश्मीर के पूर्व मुख्यमंत्री ने कहा, ‘ये किसी एक व्यक्ति (प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी) को सत्ता से बाहर करने की बात नहीं है। ये देश को बचाने और आजादी के लिए लड़ने वालों के बलिदान का सम्मान करने की बात है।’
हेमंत सोरेन (झारखंड मुक्ति मोर्चा)
झारखंड मुक्ति मोर्चा के नेता हेमंत सोरेन ने बीजेपी को देश से उखाड़ फेंकने का आह्वान करते हुए विपक्षी दलों से अपील की कि अगले लोकसभा चुनावों में वे ‘सांप्रदायिक’ पार्टी को ‘करारा’ जवाब दें। सोरेन ने कहा कि जिस तरह से बीजेपी देश को चला रही है उससे देश में ‘हिंसा और अशांति का माहौल’ पैदा हो गया है।
बीजेपी नेता प्रहलाद बंधवार का हत्यारा निकला बीजेपी कार्यकर्ता