भारत में बनी सेमी बुलेट ट्रेन 18 को वंदे भारत एक्सप्रेस नाम दिया गया है। बता दे कि चेन्नई की इंटीग्रल कोच फैक्ट्री में बनाई गई यह ट्रेन दिल्ली और वाराणसी के बीच में 160 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से चलाई जानी है। भारतीय रेल में गेम-चेंजर की तरह देखी जाने वाली इस ट्रेन में 2 एग्जीक्यूटिव और 14 नॉन-एग्जीक्यूटिव क्लास को मिलाकर कुल 16 डिब्बे हैं, जिनमें 128 लोग बैठ सकते हैं। सभी डिब्बे वातानुकूलित और चेयर-कार हैं। सारे ही डिब्बे एक-दूसरे से जुड़े हुए होंगे।
इसकी जानकारी न्यूज़ एजेंसी एएनआई ने ट्वीट कर दी है। इसके मुताबिक, रेल मंत्री पीयूष गोयल ने दी है। खबरों की माने तो, गोयल ने कहा कि ट्रेन 18 प्रोजेक्ट के तौर पर इसका निर्माण शुरू किया गया था। जल्द ही यह लोगों की सेवा में शुरू हो जाएगी। ये ट्रेन पूरी तरह से भारत में बनी और डिजाइन की गई है। इसका नाम हमने वंदे भारत एक्सप्रेस दिया है। इसके लिए सबसे सुझाव मांगा था जिसमें से हमने एक नाम चुना है।
Railways Minister P Goyal: Train 18 will now be known as Vande Bharat Express. It's a train built completely in India by Indian engineers, in a span of 18 months. It'll ply from Delhi to Varanasi. It is an example that it's possible to make world-class trains under Make in India. pic.twitter.com/YOO3Mzt84O
भारत में बनी सेमी बुलेट ट्रेन 18 को वंदे भारत एक्सप्रेस नाम दिया गया है। बता दे कि चेन्नई की इंटीग्रल कोच फैक्ट्री में बनाई गई यह ट्रेन दिल्ली और वाराणसी के बीच में 160 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से चलाई जानी है। भारतीय रेल में गेम-चेंजर की तरह देखी जाने वाली इस ट्रेन में 2 एग्जीक्यूटिव और 14 नॉन-एग्जीक्यूटिव क्लास को मिलाकर कुल 16 डिब्बे हैं, जिनमें 128 लोग बैठ सकते हैं। सभी डिब्बे वातानुकूलित और चेयर-कार हैं। सारे ही डिब्बे एक-दूसरे से जुड़े हुए होंगे।इसकी जानकारी न्यूज़ एजेंसी एएनआई ने ट्वीट कर दी है। इसके मुताबिक, रेल मंत्री पीयूष गोयल ने दी है। खबरों की माने तो, गोयल ने कहा कि ट्रेन 18 प्रोजेक्ट के तौर पर इसका निर्माण शुरू किया गया था। जल्द ही यह लोगों की सेवा में शुरू हो जाएगी। ये ट्रेन पूरी तरह से भारत में बनी और डिजाइन की गई है। इसका नाम हमने वंदे भारत एक्सप्रेस दिया है। इसके लिए सबसे सुझाव मांगा था जिसमें से हमने एक नाम चुना है।खबरों के अनुसार, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जल्द ही इसे हरी झंडी दिखाकर रवाना करेंगे। यह ट्रेन 8 घंटे में दिल्ली से वाराणसी की दूरी तय करेगी। साथ ही यह इलाहाबाद और कानपुर में रुकेगी। इस ट्रेन को 18 महीने में बनायी गई है। मेक इन इंडिया का ये उदाहरण है। यह पूरी तरह भारत में बनी सेमी स्पीड ट्रेन हैं। यह ट्रेन दिल्ली से वाराणसी तक जाएगी।ट्रेन की खिड़की भी इस तरह से बनाई गई है कि सफर के दौरान यात्री आराम से बाहर देख सकें। चौड़ी-चौड़ी खिड़कियों में बीच में किसी भी तरह का पार्टिशन नहीं है और बाहर का दृश्य देखा जा सकता है। यह देश की पहली इंजनरहित ट्रेन भी है।
— ANI (@ANI) January 27, 2019
खबरों के अनुसार, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जल्द ही इसे हरी झंडी दिखाकर रवाना करेंगे। यह ट्रेन 8 घंटे में दिल्ली से वाराणसी की दूरी तय करेगी। साथ ही यह इलाहाबाद और कानपुर में रुकेगी। इस ट्रेन को 18 महीने में बनायी गई है। मेक इन इंडिया का ये उदाहरण है। यह पूरी तरह भारत में बनी सेमी स्पीड ट्रेन हैं। यह ट्रेन दिल्ली से वाराणसी तक जाएगी।
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