जम्मू-कश्मीर के पुलवामा में हुए आतंकी हमले के बाद मंगलवार को भारत ने पाकिस्तान से अपना बदला पूरा कर लिया। जिसके चलते भारत-पाकिस्तान के बीच काफी तनाव बढ़ गया है। इसी बढ़ते तनाव से बौखलाए पाक पीएम इमरान खान ने आपस में बातचीत कर मामले को सुलझाने को कहा है। इमरान ने कहा है कि पाकिस्तान नहीं चाहता की दहशतगर्दी के लिए उसकी सरज़मीं का इस्तेमाल हो।
न्यूज़ एजेंसी एएनआई के मुताबिक़, पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान ने कहा कि जंग छिड़ने के बाद यह मेरे या नरेंद्र मोदी के कंट्रोल में नहीं रह जाएगा। इमरान ने कहा, हमने नरेंद्र मोदी को दावत दी की वो आए और पुलवामा से जुड़े मसले पर बैठ कर हल निकालें।
Pakistan Prime Minister Imran Khan: If a war takes place, it will not be in my or Narendra Modi's control. If you want any kind of talks on terrorism, we are ready. Better sense must prevail. We should sit down & talk pic.twitter.com/XydmNgLYYC
जम्मू-कश्मीर के पुलवामा में हुए आतंकी हमले के बाद मंगलवार को भारत ने पाकिस्तान से अपना बदला पूरा कर लिया। जिसके चलते भारत-पाकिस्तान के बीच काफी तनाव बढ़ गया है। इसी बढ़ते तनाव से बौखलाए पाक पीएम इमरान खान ने आपस में बातचीत कर मामले को सुलझाने को कहा है। इमरान ने कहा है कि पाकिस्तान नहीं चाहता की दहशतगर्दी के लिए उसकी सरज़मीं का इस्तेमाल हो।न्यूज़ एजेंसी एएनआई के मुताबिक़, पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान ने कहा कि जंग छिड़ने के बाद यह मेरे या नरेंद्र मोदी के कंट्रोल में नहीं रह जाएगा। इमरान ने कहा, हमने नरेंद्र मोदी को दावत दी की वो आए और पुलवामा से जुड़े मसले पर बैठ कर हल निकालें।खबरों की माने तो आगे इमरान ने कहा कि मुझे पता है कि पुलवामा में जो कुछ हुआ है, उसके बाद भारत जिस दर्द से गुजर रहा है वह मुझे पता है। पिछले 10 वर्षों से, मैं कई अस्पतालों में गया हूँ, बम विस्फोट पीड़ितों को देखा है। मुझे पता है कि मरने वालों के परिवारों के साथ क्या होता है।पाकिस्तान के प्रधानमंत्री ने कहा कि इतिहास बताता है कि जंगों में हम एक-दूसरों का आंकलन नहीं कर पाते। जो हथियार हमारे पास हैं और आपके पास हैं, क्या उसका आंकलन न कर पाने की गलती की जा सकती है। क्या हमें सोचना नहीं चाहिए अगर जंग शुरू होती है तो यह किधर जाएगी। साथ ही कहा कि पहला विश्व युद्ध 6 साल चला, दूसरे में हिटलर रूस को जीतना चाहता था लेकिन ऐसा नहीं हो सका। वॉर ऑन टेरर में अमेरिका अफगानिस्तान में 17 साल फंसा रहा।इमरान ने दोहराया हम भारत के साथ आतंकवाद के मुद्दे पर चर्चा के लिए तैयार हैं लेकिन मसले बातचीत के जरिए ही हल करने चाहिए। इमरान ने कहा कि भारत पर हमने वायुसेना की कार्रवाई इसलिए करी ताकि हम बता सकें कि हमें भी जवाब देना आता है। इमरान ने दावा कि हमने भारतीय वायुसेना के दो विमानों को गिराया है और पायलट हमारे पास हैं।
— ANI (@ANI) February 27, 2019
खबरों की माने तो आगे इमरान ने कहा कि मुझे पता है कि पुलवामा में जो कुछ हुआ है, उसके बाद भारत जिस दर्द से गुजर रहा है वह मुझे पता है। पिछले 10 वर्षों से, मैं कई अस्पतालों में गया हूँ, बम विस्फोट पीड़ितों को देखा है। मुझे पता है कि मरने वालों के परिवारों के साथ क्या होता है।
पाकिस्तान के प्रधानमंत्री ने कहा कि इतिहास बताता है कि जंगों में हम एक-दूसरों का आंकलन नहीं कर पाते। जो हथियार हमारे पास हैं और आपके पास हैं, क्या उसका आंकलन न कर पाने की गलती की जा सकती है। क्या हमें सोचना नहीं चाहिए अगर जंग शुरू होती है तो यह किधर जाएगी। साथ ही कहा कि पहला विश्व युद्ध 6 साल चला, दूसरे में हिटलर रूस को जीतना चाहता था लेकिन ऐसा नहीं हो सका। वॉर ऑन टेरर में अमेरिका अफगानिस्तान में 17 साल फंसा रहा।
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