पुलवामा में हुए आतंकी हमले के बाद मंगलवार को वायु सेना ने पाकिस्तान में घुसकर आतंक के अड्डों को तबाह किया है। इसी के चलते विदेश मंत्री सुषमा स्वराज इस मामले पर बातचीत करने चीन गई है। बुधवार सुबह विदेश मंत्री सुषमा स्वराज ने वुज़ेन में चीन के विदेश मंत्री वांग ली और रूसी विदेश मंत्री से मुलाकात की। यहां उन्होंने पुलवामा में हुए आतंकी हमले का जिक्र किया और कहा भारत आतंकवाद के खिलाफ ज़ीरो टॉलरेंस की नीति रखता है।
EAM Sushma Swaraj in Wuzhen, China: Such dastardly terrorist attacks are a grim reminder for the need of all the countries to show zero tolerance to terrorism and take decisive action against it. #PulwamaTerrorAttack https://t.co/TQmftKxcjS
पुलवामा में हुए आतंकी हमले के बाद मंगलवार को वायु सेना ने पाकिस्तान में घुसकर आतंक के अड्डों को तबाह किया है। इसी के चलते विदेश मंत्री सुषमा स्वराज इस मामले पर बातचीत करने चीन गई है। बुधवार सुबह विदेश मंत्री सुषमा स्वराज ने वुज़ेन में चीन के विदेश मंत्री वांग ली और रूसी विदेश मंत्री से मुलाकात की। यहां उन्होंने पुलवामा में हुए आतंकी हमले का जिक्र किया और कहा भारत आतंकवाद के खिलाफ ज़ीरो टॉलरेंस की नीति रखता है।सुषमा स्वराज ने चीनी विदेश मंत्री से भारत की एयरस्ट्राइक का जिक्र करते हुए कहा कि उनका चीन का दौरा ऐसे समय पर हो रहा है जब भारत दुख और गुस्से से भरा हुआ है। कुछ दिन पहले ही जम्मू-कश्मीर में एक बड़ा आतंकी हमला हुआ था।इसके साथ ही, सुषमा ने कहा कि इस आतंकी हमले को पाकिस्तान से चलने वाले आतंकी संगठन जैश-ए-मोहम्मद ने अंजाम दिया था। जिसका जवाब भारत ने दिया है। सुषमा ने चीन को बताया कि जब पाकिस्तान ने जैश के खिलाफ कोई कड़ा कदम नहीं उठाया, तो भारत ने ऐसा कर दिया।सुषमा ने मंगलवार तड़के भारत के द्वारा की गई एयरस्ट्राइक की जानकारी रूस और चीन के विदेश मंत्रियों को दी। उन्होंने बताया कि पुख्ता इनपुट मिलने के बाद भारत की वायुसेना ने जैश-ए-मोहम्मद के आतंकी अड्डों के खिलाफ कार्रवाई की, इसमें कई आतंकवादी मारे गए हैं।आपको बता दें कि चीन और पाकिस्तान की दोस्ती बीते कुछ समय में मजबूत हुई है। ऐसे में चीन को इस विषय पर भी साधना काफी अहम हो जाता है। जैश-ए-मोहम्मद के सरगना मौलाना मसूद अजहर को ग्लोबल आतंकी घोषित करने की भारत की राह में चीन की सबसे बड़ा रोड़ा है।UNSC की बैठक में चीन कई बार अपनी वीटो पावर का इस्तेमाल कर मसूद अजहर को ग्लोबल आतंकी घोषित होने से बचा चुका है। हाल ही में जब पुलवामा आतंकी हमले को लेकर UNSC की बैठक में निंदा प्रस्ताव लाने की बात हुई, तो चीन ने इसमें मसूद अजहर का नाम आने का विरोध किया। काफी मशक्कत के बाद चीन जैश-ए-मोहम्मद का नाम लेने पर राजी हुआ था।
— ANI (@ANI) February 27, 2019
सुषमा स्वराज ने चीनी विदेश मंत्री से भारत की एयरस्ट्राइक का जिक्र करते हुए कहा कि उनका चीन का दौरा ऐसे समय पर हो रहा है जब भारत दुख और गुस्से से भरा हुआ है। कुछ दिन पहले ही जम्मू-कश्मीर में एक बड़ा आतंकी हमला हुआ था।
इसके साथ ही, सुषमा ने कहा कि इस आतंकी हमले को पाकिस्तान से चलने वाले आतंकी संगठन जैश-ए-मोहम्मद ने अंजाम दिया था। जिसका जवाब भारत ने दिया है। सुषमा ने चीन को बताया कि जब पाकिस्तान ने जैश के खिलाफ कोई कड़ा कदम नहीं उठाया, तो भारत ने ऐसा कर दिया।
EAM: It wasn't a military op, no military installation targeted. Objective was to act against terrorist infrastructure of JeM to preempt another terror attack in India. India doesn't wish to see further escalation of situation. It'll continue to act with responsibility&restraint. pic.twitter.com/oEJWksZlsa
— ANI (@ANI) February 27, 2019
सुषमा ने मंगलवार तड़के भारत के द्वारा की गई एयरस्ट्राइक की जानकारी रूस और चीन के विदेश मंत्रियों को दी। उन्होंने बताया कि पुख्ता इनपुट मिलने के बाद भारत की वायुसेना ने जैश-ए-मोहम्मद के आतंकी अड्डों के खिलाफ कार्रवाई की, इसमें कई आतंकवादी मारे गए हैं।
आपको बता दें कि चीन और पाकिस्तान की दोस्ती बीते कुछ समय में मजबूत हुई है। ऐसे में चीन को इस विषय पर भी साधना काफी अहम हो जाता है। जैश-ए-मोहम्मद के सरगना मौलाना मसूद अजहर को ग्लोबल आतंकी घोषित करने की भारत की राह में चीन की सबसे बड़ा रोड़ा है।
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