अजय चौधरी
किसी भी अच्छे गाने की जान उसके बोल होते हैं। गायक उन मोतियों को अपनी आवाज में पिरोता है और चार चांद लगा देता है। सिर्फ गाना ही नहीं किसी की अच्छी लेखनी पर पूरी फिल्म बन जाती है लोग अभिनेता का अभिनंदन भी कर देते हैं लेकिन उस अच्छे किरदार के पीछे की ताकत नहीं जान पाते न ही जानने की कोशिश करते। यहां चेतन भगत को एक अपवाद मानकर छोड़ देना चाहिए।
मेरे हिसाब से ये ट्रेंड गलत है कि आप जिन शब्दों को गाकर झूम रहे होते हैं और उसे लिखने वाले का नाम तक नहीं जानते। आप क्या उन गानों में दिखने वाले अभिनेता भी कईं बार नहीं जानते कि ये खूबसूरत बोल किसने लिखे हैं। हम कॉपी पेस्ट वाली दुनिया में जी रहे हैं। अच्छी लाईनों को अक्सर अपनी बनाकर स्टेटस पर लगा दिया जाता है। फेसबुक पर नकली गालिबों की जमात की भी कमी नहीं है।
इस दर्दभरे गाने के पीछे छिपा है ये राज जो आप नहीं जानते होगें
इस बारे में मुझे एक और धक्का जब लगा जब दिल्ली में केसरी फिल्म की प्रेसवार्ता हो रही थी और अक्षय कुमार बता रहे थे कि मुझे इस फिल्म का गाना “तेरी मिट्टी” बहुत पसंद है इतना पसंद है कि मैं इसे जब भी सुनता हूं तो इमोशनल हो जाता हूं। मैंने इस गाने को 2 दिन में 35 से 40 बार देखा है। उन्होंने अपने 30 से 40 साल के बॉलिवुड के करियर में इस गाने को सबसे अच्छा गाना बता दिया। गाने के लिरिक्स को भी अबतक के बेस्ट लिरिक्स बता दिया लेकिन जब लिरिक्स किसने लिखे ये बताने की बारी आई तो अक्षय फिल्म के डायरेक्टर अनुराग सिंह की और देखने लगे। वैसे फिल्म के किस्से बताने में अक्षय की बगल में बैठी परिणीति भी फिल्म के किस्से बताने में अक्षय की पूरी मदद कर रही थी लेकिन इस बार वो भी टकटकी लगाए अनुराग की ओर ही देख रही थी।
फिर अनुराग अक्षय को उस गाने के बोल लिखने वाले का नाम बताते हैं जिसे अक्षय 35 से 40 बार देखकर इमोशनल हो चुके थे। फिर अक्षय इन्हीं शब्दों में बताते हैं कि “जो लिरिक्स लिखें वो मनोज मुन्ताशिर करके लड़के ने लिखे हुए हैं”। अक्षय को लिखने वाले का नहीं पता बडी बात नहीं है लेकिन आपको भी नहीं पता ये तो बड़ी बात है। क्योंकि आप पहले भी उन बोलों को अपने लबों पर ला चुके हैं जो मनोज ने अपनी कलम से लिखे हैं।
ये हैं फिल्म के गानों के पीछे की सीक्रेट सुपर स्टार
मनोज ने एक विलेन फिल्म का “गलियां” गाना, अक्षय की फिल्म रुसतम का “तेरे संग यारा”, एम एस धोनी का कौन तुझे, हाफ गर्लफेंड्र का “मैं फिर भी तुमको चाहूंगा” लिखा है। ये गाना तो हर किसी की जुबान पर रहा ही है। 500 करोड़ की फिल्म बहुबली के डायलॉग और लिरिक्स लिखे हैं। फिर भी आप नहीं जानते। ऐसे में आप उन लेखकों को कैसे जान पाएंगे जो बहुत अच्छा लिख रहे हैं और अगर आप जान नहीं पाएंगे तो उनकी ये कला कैसे आप तक पहुंच पाएगी। और जिनतक ये कला पहुंच जाती है वो उसे अपना बना आगे परोस देते हैं। तो कुछ आगे कैसे बढ़े। अब कलामकार तो खुद को प्रमोट करने के लिए बड़ा बजट लेकर बैठ नहीं सकता। उसके शब्द ही उसकी ताकत होते हैं।
ऐसे में हम इतना तो कर ही सकते हैं कि जो भी बोल हमें अच्छे लगें हम उनके लेखक के बारे में जानने की कोशिश करें कि आखिर इनको लिखने वाला है कौन। आपकी तरफ से एक लेखक के लिए इतना प्रोत्सहान काफी होगा।