भारतीय क्रिकेटर महेंद्र सिंह धोनी ने आम्रपाली ग्रुप के खिलाफ सुप्रीम कोर्ट का दरवाजा खटखटाया है। धोनी की ओर से याचिका में कहा गया है कि वह काफी लंबे समय तक कंपनी का चेहरा रहे, लेकिन उनका भुगतान नहीं किया गया है। साथ ही, उन्होंने इस याचिका में सुप्रीम कोर्ट से अपील की है कि उनके बकाया 40 करोड़ रुपए इस ग्रुप से दिलवाए जाएं। इसकी जानकारी न्यूज़ एजेंसी एएनआई ने ट्वीट कर दी है।
Former Indian cricket captain MS Dhoni has approached the Supreme Court seeking a direction to the Amrapali Group to give him Rs 40 Crore due towards his service to the real estate company as brand ambassador. (file pic) pic.twitter.com/l7hjAfdvXK
भारतीय क्रिकेटर महेंद्र सिंह धोनी ने आम्रपाली ग्रुप के खिलाफ सुप्रीम कोर्ट का दरवाजा खटखटाया है। धोनी की ओर से याचिका में कहा गया है कि वह काफी लंबे समय तक कंपनी का चेहरा रहे, लेकिन उनका भुगतान नहीं किया गया है। साथ ही, उन्होंने इस याचिका में सुप्रीम कोर्ट से अपील की है कि उनके बकाया 40 करोड़ रुपए इस ग्रुप से दिलवाए जाएं। इसकी जानकारी न्यूज़ एजेंसी एएनआई ने ट्वीट कर दी है।जाने क्या है पूरा मामलाएमएस धोनी 2009 में आम्रपाली ग्रुप के ब्रांड एम्बेसडर रहे। लेकिन साल 2016 में जब कंपनी पर खरीददारों को ठगने का आरोप लगा, तब उन्होंने आम्रपाली से खुद को अलग कर लिया और कंपनी की तरफ से धोनी का 40 करोड़ रुपये बकाया नहीं चुकाया गया। जिसके लिए उन्होंने सुप्रीम कोर्ट में याचिका दर्ज की।आपको बता दें कि आम्रपाली ग्रुप पर करीब 45000 होम बायर्स को घर ना देने का आरोप है, इसी कारण तब हज़ारों लोगों ने ग्रुप के खिलाफ सोशल मीडिया पर कैंपेन चलाया था। इसी कैंपेन के बाद धोनी ने घर खरीदारों का समर्थन करते हुए आम्रपाली ग्रुप से अपना नाता तोड़ लिया था। तब लोग मांग कर रहे थे कि ब्रांड एंबेसडर होने के नाते धोनी को उनके हक में बोलना चाहिए। एमएस धोनी की पत्नी साक्षी भी ग्रुप का हिस्सा थीं। जिसके खिलाफ होम बायर्स ने भी सुप्रीम कोर्ट का दरवाजा खटखटाया था। अब महेंद्र धोनी ने भी ऐसा ही किया है।वही, आम्रपाली ग्रुप मामले में सुप्रीम कोर्ट ने पिछले साल भी सख्त रुख अपनाया था। पिछले साल अक्टूबर में सुप्रीम कोर्ट के आदेश पर ही आम्रपाली समूह के डायरेक्टर अनिल कुमार शर्मा, शोव प्रिया और अजय कुमार को हिरासत में ले लिया गया था। आम्रपाली होम बायर्स का मामला अभी भी सुप्रीम कोर्ट में चल रहा है।
— ANI (@ANI) March 27, 2019
जाने क्या है पूरा मामला
एमएस धोनी 2009 में आम्रपाली ग्रुप के ब्रांड एम्बेसडर रहे। लेकिन साल 2016 में जब कंपनी पर खरीददारों को ठगने का आरोप लगा, तब उन्होंने आम्रपाली से खुद को अलग कर लिया और कंपनी की तरफ से धोनी का 40 करोड़ रुपये बकाया नहीं चुकाया गया। जिसके लिए उन्होंने सुप्रीम कोर्ट में याचिका दर्ज की।
आपको बता दें कि आम्रपाली ग्रुप पर करीब 45000 होम बायर्स को घर ना देने का आरोप है, इसी कारण तब हज़ारों लोगों ने ग्रुप के खिलाफ सोशल मीडिया पर कैंपेन चलाया था। इसी कैंपेन के बाद धोनी ने घर खरीदारों का समर्थन करते हुए आम्रपाली ग्रुप से अपना नाता तोड़ लिया था। तब लोग मांग कर रहे थे कि ब्रांड एंबेसडर होने के नाते धोनी को उनके हक में बोलना चाहिए। एमएस धोनी की पत्नी साक्षी भी ग्रुप का हिस्सा थीं। जिसके खिलाफ होम बायर्स ने भी सुप्रीम कोर्ट का दरवाजा खटखटाया था। अब महेंद्र धोनी ने भी ऐसा ही किया है।
वही, आम्रपाली ग्रुप मामले में सुप्रीम कोर्ट ने पिछले साल भी सख्त रुख अपनाया था। पिछले साल अक्टूबर में सुप्रीम कोर्ट के आदेश पर ही आम्रपाली समूह के डायरेक्टर अनिल कुमार शर्मा, शोव प्रिया और अजय कुमार को हिरासत में ले लिया गया था। आम्रपाली होम बायर्स का मामला अभी भी सुप्रीम कोर्ट में चल रहा है।
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