लोकसभा चुनाव के चौथे चरण पर होने वाले मतदान पर सबकी निगाहें टिक गई हैं। इन हुए तीन चरणों में आधी से ज्यादा सीटों पर मतदान हो चुका है, लेकिन तीसरे चरण की तरह चौथे चरण में भी सबसे बड़ा दांव भाजपा का ही लगा हुआ है। इस चरण में यूपी, बिहार, बंगाल, महाराष्ट्र, झारखंड, ओडिशा, मध्य प्रदेश, राजस्थान और जम्मू कश्मीर सहित नौ राज्यों की जिन 71 सीटों पर 29 अप्रैल, सोमवार को मतदान होना है उनमें से 45 सीटों पर पिछले चुनाव में भाजपा के उम्मीदवारों ने जीत का परचम फहराया था।
चौथे चरण के नौ राज्यों में सबसे ज्यादा अहम है उत्तर प्रदेश। इस राज्य में 29 अप्रैल को लोकसभा की 13 सीटों पर मतदान होना है। इनमें से 12 सीटें भाजपा के कब्जे में हैं जबकि खीरी लोकसभा सीट पर सपा के सांसद हैं। इसी तरह राजस्थान में जिन 13 सीटों के लिए वोटिंग होनी है, उन सभी पर पिछले चुनाव में भाजपा के उम्मीदवार जीते थे। इसके अलावा मध्य प्रदेश की छह सीटों में पांच (सीधी, शहडोल, जबलपुर, मांडला, बालाघाट) पर भाजपा के सांसद हैं, जबकि छिंदवाड़ा की परंपरागत सीट कांग्रेस के कब्जे में है। छिंदवाड़ा सीट पर 1980 से कांग्रेस के कमलनाथ जीतते आ रहे हैं।
वही बिहार, महाराष्ट्र, राजस्थान और झारखंड में भी भाजपा का काफी कुछ दांव पर लगा हुआ है। बिहार की जिन पांच सीटों पर 29 अप्रैल को मतदान होना है उनमें से तीन (दरभंगा, उजियारपुर, बेगूसराय) पर भाजपा ने पिछले चुनाव में जीत हासिल की थी, जबकि बाकी दो सीटों (समस्तीपुर और मुंगेर) में रामविलास पासवान की लोक जनशक्ति पार्टी (लोजपा) के उम्मीदवार जीते थे। इस तरह से बिहार की पांचों सीटें राजग की अगुआ भाजपा और उसके सहयोगी दल के पास थी। यही हाल झारखंड का भी है। इस राज्य की तीन सीटों पर 29 अप्रैल को मतदान होगा। ये तीनों सीटों (चतरा, लोहरदगा और पलामू) पर भाजपा काबिज है। महाराष्ट्र में जिन 17 सीटों पर चुनाव होना है उनमें से आठ पर भाजपा और आठ पर पिछले लोकसभा चुनाव में शिव सेना को जीत मिली थी। राजस्थान में भी चौथे चरण में 13 सीटों पर मतदान होगा। इनमें से सभी सीटें भाजपा के खाते में गई थीं।
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लोकसभा चुनाव के चौथे चरण पर होने वाले मतदान पर सबकी निगाहें टिक गई हैं। इन हुए तीन चरणों में आधी से ज्यादा सीटों पर मतदान हो चुका है, लेकिन तीसरे चरण की तरह चौथे चरण में भी सबसे बड़ा दांव भाजपा का ही लगा हुआ है। इस चरण में यूपी, बिहार, बंगाल, महाराष्ट्र, झारखंड, ओडिशा, मध्य प्रदेश, राजस्थान और जम्मू कश्मीर सहित नौ राज्यों की जिन 71 सीटों पर 29 अप्रैल, सोमवार को मतदान होना है उनमें से 45 सीटों पर पिछले चुनाव में भाजपा के उम्मीदवारों ने जीत का परचम फहराया था।चौथे चरण के नौ राज्यों में सबसे ज्यादा अहम है उत्तर प्रदेश। इस राज्य में 29 अप्रैल को लोकसभा की 13 सीटों पर मतदान होना है। इनमें से 12 सीटें भाजपा के कब्जे में हैं जबकि खीरी लोकसभा सीट पर सपा के सांसद हैं। इसी तरह राजस्थान में जिन 13 सीटों के लिए वोटिंग होनी है, उन सभी पर पिछले चुनाव में भाजपा के उम्मीदवार जीते थे। इसके अलावा मध्य प्रदेश की छह सीटों में पांच (सीधी, शहडोल, जबलपुर, मांडला, बालाघाट) पर भाजपा के सांसद हैं, जबकि छिंदवाड़ा की परंपरागत सीट कांग्रेस के कब्जे में है। छिंदवाड़ा सीट पर 1980 से कांग्रेस के कमलनाथ जीतते आ रहे हैं।वही बिहार, महाराष्ट्र, राजस्थान और झारखंड में भी भाजपा का काफी कुछ दांव पर लगा हुआ है। बिहार की जिन पांच सीटों पर 29 अप्रैल को मतदान होना है उनमें से तीन (दरभंगा, उजियारपुर, बेगूसराय) पर भाजपा ने पिछले चुनाव में जीत हासिल की थी, जबकि बाकी दो सीटों (समस्तीपुर और मुंगेर) में रामविलास पासवान की लोक जनशक्ति पार्टी (लोजपा) के उम्मीदवार जीते थे। इस तरह से बिहार की पांचों सीटें राजग की अगुआ भाजपा और उसके सहयोगी दल के पास थी। यही हाल झारखंड का भी है। इस राज्य की तीन सीटों पर 29 अप्रैल को मतदान होगा। ये तीनों सीटों (चतरा, लोहरदगा और पलामू) पर भाजपा काबिज है। महाराष्ट्र में जिन 17 सीटों पर चुनाव होना है उनमें से आठ पर भाजपा और आठ पर पिछले लोकसभा चुनाव में शिव सेना को जीत मिली थी। राजस्थान में भी चौथे चरण में 13 सीटों पर मतदान होगा। इनमें से सभी सीटें भाजपा के खाते में गई थीं।बता दे यूपी, बिहार, मध्य प्रदेश, राजस्थान, महाराष्ट्र और झारखंड के उलट पश्चिम बंगाल और ओडिशा में पिछले लोकसभा चुनाव में भाजपा विरोधी दलों का दबदबा रहा था। लोकसभा चुनाव 2019 में बंगाल की जिन आठ सीटों पर अगले चरण में वोट डाले जाएंगे, उनमें से छह सीटों पर ममता बनर्जी की तृणमूल कांग्रेस और एक-एक पर कांग्रेस और भाजपा का कब्जा है। भाजपा ने आसनसोल सीट से जीत हासिल की थी, जबकि कांग्रेस के खाते में बहरमपुर की सीट आई थी। ओडिशा में जिन छह सीटों पर मतदान होना है वे सभी बीजू जनता दल के कब्जे में हैं। इन आठ राज्यों के अलावा जम्मू कश्मीर की अनंतनाग सीट पर भी 29 अप्रैल को मतदान होगा। यह देश की एकमात्र ऐसी सीट है जिस पर तीन चरणों में मतदान हो रहा है। यह सीट अभी भी खाली है।
बता दे यूपी, बिहार, मध्य प्रदेश, राजस्थान, महाराष्ट्र और झारखंड के उलट पश्चिम बंगाल और ओडिशा में पिछले लोकसभा चुनाव में भाजपा विरोधी दलों का दबदबा रहा था। लोकसभा चुनाव 2019 में बंगाल की जिन आठ सीटों पर अगले चरण में वोट डाले जाएंगे, उनमें से छह सीटों पर ममता बनर्जी की तृणमूल कांग्रेस और एक-एक पर कांग्रेस और भाजपा का कब्जा है। भाजपा ने आसनसोल सीट से जीत हासिल की थी, जबकि कांग्रेस के खाते में बहरमपुर की सीट आई थी। ओडिशा में जिन छह सीटों पर मतदान होना है वे सभी बीजू जनता दल के कब्जे में हैं। इन आठ राज्यों के अलावा जम्मू कश्मीर की अनंतनाग सीट पर भी 29 अप्रैल को मतदान होगा। यह देश की एकमात्र ऐसी सीट है जिस पर तीन चरणों में मतदान हो रहा है। यह सीट अभी भी खाली है।
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