हिमाचल प्रदेश के शिमला इलाके में करोड़ों साल पुराने एक पेड़ अवशेष मिले हैं। ये अवशेष राजधानी शिमला से 70 किमी दूर के खड़ापत्थर में मिले है। साथ ही, अनुमान लगाया जा रहा है ये अवशेष मेसोजॉइक जियोलॉजिकल ईरा के समय का है। न्यूज़ एजेंसी एएनआई ने इन अवशेषों के पाए जाने की पुष्टि की है।
Himachal Pradesh: A tree fossil found in Kharapathar, Shimla district. According to Harish Chauhan, Curator State Museum the fossil belongs to the Mesozoic geological era. pic.twitter.com/qJ0vjLuZcB
हिमाचल प्रदेश के शिमला इलाके में करोड़ों साल पुराने एक पेड़ अवशेष मिले हैं। ये अवशेष राजधानी शिमला से 70 किमी दूर के खड़ापत्थर में मिले है। साथ ही, अनुमान लगाया जा रहा है ये अवशेष मेसोजॉइक जियोलॉजिकल ईरा के समय का है। न्यूज़ एजेंसी एएनआई ने इन अवशेषों के पाए जाने की पुष्टि की है।खबरों की माने तो, हिमाचल प्रदेश राज्य संग्रहालय के क्यूरेटर हरीश चौहान ने बताया कि रोहडू के डीएफओ की ओर से पेड के अवेशष मिलने की सूचना मिली है। हरीश चौहान ने बताया कि अगले सप्ताह तक संग्रहालय की टीम मौके का दौरा करेगी। इसके बाद ही अवशेष कितना पुराना है, इसके बारे में जानकारी दी जा सकती है।जानकारी के अनुसार, हिमाचल वन विभाग की एक टीम इलाके में पेड़ कटान को लेकर गश्त पर थी, इसी दौरान उन्हें खड़ापत्थर में यह विशालकाय पेड का अवशेष मिला है। अनुमान है कि पृथ्वी पर डायनासुर की मौजूदगी के समय का यह अवशेष है। शुरुआती जानकारी में पता चला है कि यह अवशेष मेसोजॉइक काल का है।क्या है मेसोजॉइक कालभू-वैज्ञानिकों ने फैनोरोजॉइक काल के अनुसार पृथ्वी के इतिहास को तीन हिस्सों में विभाजित किया है। मेसोजॉइक काल जिस हिस्से में आता है, इस दौरान धरती पर डायनासुर पाए जाते थे। मेसोज़ोइक युग 252.2 मिलियन साल पहले शुरू हुआ और यह 66 मिलियन साल पहले समाप्त हुआ था।
— ANI (@ANI) May 2, 2019
खबरों की माने तो, हिमाचल प्रदेश राज्य संग्रहालय के क्यूरेटर हरीश चौहान ने बताया कि रोहडू के डीएफओ की ओर से पेड के अवेशष मिलने की सूचना मिली है। हरीश चौहान ने बताया कि अगले सप्ताह तक संग्रहालय की टीम मौके का दौरा करेगी। इसके बाद ही अवशेष कितना पुराना है, इसके बारे में जानकारी दी जा सकती है।
जानकारी के अनुसार, हिमाचल वन विभाग की एक टीम इलाके में पेड़ कटान को लेकर गश्त पर थी, इसी दौरान उन्हें खड़ापत्थर में यह विशालकाय पेड का अवशेष मिला है। अनुमान है कि पृथ्वी पर डायनासुर की मौजूदगी के समय का यह अवशेष है। शुरुआती जानकारी में पता चला है कि यह अवशेष मेसोजॉइक काल का है।
क्या है मेसोजॉइक काल
भू-वैज्ञानिकों ने फैनोरोजॉइक काल के अनुसार पृथ्वी के इतिहास को तीन हिस्सों में विभाजित किया है। मेसोजॉइक काल जिस हिस्से में आता है, इस दौरान धरती पर डायनासुर पाए जाते थे। मेसोज़ोइक युग 252.2 मिलियन साल पहले शुरू हुआ और यह 66 मिलियन साल पहले समाप्त हुआ था।
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