युवाओं के बीच बढ़ रहे रेव पार्टी के क्रेज के चलते लड़के-लड़कियां अपना वीकएंड इंजॉय करते है। इन पार्टियों में पूरी रात डांस, ड्रग्स, नशे और एंटरटेनमेंट से गुलजार होती है। एक रात की इस पार्टी में लाखों रुपये बहा दिये जाते हैं। जो युवा यहां आते हैं, वो बड़े घरों के होते हैं, महंगी गाड़ियों से वो यहां आते हैं। उनके साथ ज्यादातर उनकी गर्ल्स पार्टनर भी होती हैं।
देश के सभी बड़े शहरों में इस तरह की पार्टियों का चलन बढ़ गया है। यहां तक कि जयपुर, लखनऊ और बेंगलुरु जैसे शहरों में भी अब दिल्ली-मुंबई की तरह रेव पार्टियों के आयोजन बढ़ गए हैं। इन पार्टियों में दो खास तरह की ड्रग्स का चलन ज्यादा है। जिसको लेने के बाद युवा छह से आठ घंटे डांस कर सकते हैं। हालांकि, ये ड्रग्स बहुत नुकसानदायक भी होती हैं।
ये दोनों ड्रग्स गैरकानूनी है। इन्हें ना तो बेच सकते हैं और ना ही इनका सेवन कर सकते हैं, लेकिन रेव पार्टियों में ये आसानी से उपलब्ध रहती हैं। इन ड्रग्स का नाम है एसिड और इक्सटैसी। इसे लेने के बाद युवा आठ घंटे तक लगातार डांस कर सकते हैं। ये ड्रग्स उनमें लगातार नाचने का जुनून पैदा करती हैं। ये काफी महंगे भी होती हैं। जिनके पास पैसे होते हैं वे एसिड व इक्सटेसी जैसी महंगी ड्रग लेते हैं, जिनके पास उतना पैसा नहीं होता वे हशीश या गांजा लेते हैं।
रेव पार्टी शराब, ड्रग्स, म्यूजिक, नाच गाना और सेक्स का कॉकटेल होता है। ये बड़े गुपचुप तरीके से आयोजित की जाती हैं। वाट्सएप के जरिए सीक्रेट ग्रुप बनाकर इसमें लोगों को बुलाया जाता है। जिन्हें बुलाया जाता है वो सर्किल से बाहर के लोगों को भनक भी नहीं लगने देते।
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युवाओं के बीच बढ़ रहे रेव पार्टी के क्रेज के चलते लड़के-लड़कियां अपना वीकएंड इंजॉय करते है। इन पार्टियों में पूरी रात डांस, ड्रग्स, नशे और एंटरटेनमेंट से गुलजार होती है। एक रात की इस पार्टी में लाखों रुपये बहा दिये जाते हैं। जो युवा यहां आते हैं, वो बड़े घरों के होते हैं, महंगी गाड़ियों से वो यहां आते हैं। उनके साथ ज्यादातर उनकी गर्ल्स पार्टनर भी होती हैं।देश के सभी बड़े शहरों में इस तरह की पार्टियों का चलन बढ़ गया है। यहां तक कि जयपुर, लखनऊ और बेंगलुरु जैसे शहरों में भी अब दिल्ली-मुंबई की तरह रेव पार्टियों के आयोजन बढ़ गए हैं। इन पार्टियों में दो खास तरह की ड्रग्स का चलन ज्यादा है। जिसको लेने के बाद युवा छह से आठ घंटे डांस कर सकते हैं। हालांकि, ये ड्रग्स बहुत नुकसानदायक भी होती हैं।ये दोनों ड्रग्स गैरकानूनी है। इन्हें ना तो बेच सकते हैं और ना ही इनका सेवन कर सकते हैं, लेकिन रेव पार्टियों में ये आसानी से उपलब्ध रहती हैं। इन ड्रग्स का नाम है एसिड और इक्सटैसी। इसे लेने के बाद युवा आठ घंटे तक लगातार डांस कर सकते हैं। ये ड्रग्स उनमें लगातार नाचने का जुनून पैदा करती हैं। ये काफी महंगे भी होती हैं। जिनके पास पैसे होते हैं वे एसिड व इक्सटेसी जैसी महंगी ड्रग लेते हैं, जिनके पास उतना पैसा नहीं होता वे हशीश या गांजा लेते हैं।रेव पार्टी शराब, ड्रग्स, म्यूजिक, नाच गाना और सेक्स का कॉकटेल होता है। ये बड़े गुपचुप तरीके से आयोजित की जाती हैं। वाट्सएप के जरिए सीक्रेट ग्रुप बनाकर इसमें लोगों को बुलाया जाता है। जिन्हें बुलाया जाता है वो सर्किल से बाहर के लोगों को भनक भी नहीं लगने देते। इस तरह की पार्टियों में आम लोगों के लिए कोई जगह नहीं है। बड़े और अमीर घरों के लड़के-लड़कियां रात के अंधेरों में इन पार्टियों में शामिल होकर नशा करते हैं और इंजॉय करते हैं। इस तरह की पार्टियों में लड़के ही नहीं लड़कियां भी खासी संख्या में होती हैं। महानगरों के युवक-युवतियों के बीच ऐसी पार्टियों का क्रेज बढ़ता जा रहा है।रेव पार्टियों में 20 हजार, 30 हजार या 60 हजार वॉट का म्यूजिक भी बजता है, सुपर फास्ट। इस तेज संगीत और नशे के मिश्रण से सारे बंधन टूट जाते हैं। रेव वेन्यू पर हट बनने लगे हैं। जहां युवा नजदीकियां बढ़ा सकते हैं।