लोकसभा चुनाव के मैदान में उतरे प्रत्याशी हथियारों का शौक तो रखते ही हैं लेकिन उनकी पत्नियां भी इस मामले में कम नहीं हैं। चुनाव लड़ते समय सभी उमीदवारों ने जो शपथपत्र दिया है, उसमें यह बात सामने आई है कि उम्मीदवारों के साथ उनकी पत्नियां भी बंदूक, रिवॉल्वर, राइफल, पिस्टल का शौक रखती हैं। मीडिया रिपोर्ट्स के आधार पर बताते है कि वह कौन से प्रत्याशी हैं जो लोकसभा चुनाव लड़ रहे हैं, जिनकी पत्नियों के पास हथियार हैं।
एटा से भाजपा प्रत्याशी राजवीर सिंह के पास पिस्टल, राइफल, रिवॉल्वर हैं तो इनकी पत्नी प्रेमलता देवी के पास भी बंदूक, रिवॉल्वर और राइफल है।
नैनी जेल में बंद और वाराणसी से निर्दलीय चुनाव लड़ रहे अतीक के पास पिस्टल, राइफल और दोनाली बंदूक है तो वहीं, पत्नी शाइस्ता परवीन के पास भी रिवॉल्वर, राइफल और एक नाली बंदूक है।
गाजियाबाद से भाजपा उम्मीदवार जनरल वीके सिंह के पास दो राइफल और उनकी पत्नी के नाम पिस्टल और एक बंदूक है।
नगीना से ही बीएसपी उम्मीदवार गिरीश चंद के नाम राइफल और रिवॉल्वर है जबकि उनकी पत्नी वीरमावती के पास भी राइफल और पिस्टल है।
उत्तर प्रदेश की मेरठ लोकसभा सीट से बीएसपी प्रत्याशी कारोबारी हाजी याकूब कुरैशी के नाम राइफल, रिवॉल्वर और बंदूक है जबकि उनकी पत्नी संजीदा के नाम पिस्टल और बंदूक है।
पूर्व केंद्रीय मंत्री और धौरहरा से कांग्रेस प्रत्याशी जितिन प्रसाद के पास पिस्टल, राइफल और बंदूक है जबकि उनकी पत्नी नेहा प्रसाद के नाम एक-एक राइफल और बंदूक है।
मुरादाबाद से भाजपा प्रत्याशी कुंवर सर्वेश सिंह और उनकी पत्नी के नाम भी तीन-तीन शस्त्र हैं।
कभी बसपा के कद्दावर नेता रहे नसीमुद्दीन सिद्दीकी अब बिजनौर से कांग्रेस का चेहरा हैं। उनके पास राइफल, रिवॉल्वर और डबल बैरल बंदूक है जबकि पत्नी हुस्ना के पास राइफल और रिवॉल्वर है।
उत्तर प्रदेश की नगीना लोकसभा सीट से से कांग्रेस उम्मीदवार ओमवती भी हथियारों की शौकीन हैं। इनके पास राइफल और डबल बैरल बंदूक है जबकि पति रामकिशन सिंह के पास सन 1977 में आर्मी से ली गई कार्बाइन और पिस्टल है।
गोरखपुर से सपा प्रत्याशी राम भुआल निषाद और उनकी पत्नी के पास दो रिवॉल्वर और दो राइफल हैं।