लोकसभा चुनावों के नतीजों पर सबकी निगाहें टिकी हुई है क्योंकि इसका असर हर तरफ देखा जाएगा। इसका असर ऑटो में चलने वाले यात्रियों पर भी पड़ेगा। आने वाले दिनों में यातायात के प्राइवेट साधनों से सफर महंगा हो जाएगा। क्योंकि मई के आखिर तक ऑटो का किराया बढ़ जाएगा, जिसके बाद टैक्सी, ग्रामीण सेवा और आरटीवी आदि के किराए में बदलाव किए जा सकते हैं।
खबरों के अनुसार, ऑटो के किराए से जुड़े एक प्रस्ताव को दिल्ली कैबिनेट से पहले ही मंजूरी मिल चुकी है, लेकिन अभी चुनाव की वजह से आचार संहिता लागू है जिसकी वजह से इसे प्रभाव में नहीं लाया जा रहा। वहीं, खबर ये भी है कि किराया मई के आखिर में बढ़ सकता है क्योंकि 19 मई को आखिरी चरण की वोटिंग के बाद 23 को नतीजे भी आ जाएंगे।
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लोकसभा चुनावों के नतीजों पर सबकी निगाहें टिकी हुई है क्योंकि इसका असर हर तरफ देखा जाएगा। इसका असर ऑटो में चलने वाले यात्रियों पर भी पड़ेगा। आने वाले दिनों में यातायात के प्राइवेट साधनों से सफर महंगा हो जाएगा। क्योंकि मई के आखिर तक ऑटो का किराया बढ़ जाएगा, जिसके बाद टैक्सी, ग्रामीण सेवा और आरटीवी आदि के किराए में बदलाव किए जा सकते हैं।खबरों के अनुसार, ऑटो के किराए से जुड़े एक प्रस्ताव को दिल्ली कैबिनेट से पहले ही मंजूरी मिल चुकी है, लेकिन अभी चुनाव की वजह से आचार संहिता लागू है जिसकी वजह से इसे प्रभाव में नहीं लाया जा रहा। वहीं, खबर ये भी है कि किराया मई के आखिर में बढ़ सकता है क्योंकि 19 मई को आखिरी चरण की वोटिंग के बाद 23 को नतीजे भी आ जाएंगे।इतना बढ़ेगा किरायादिल्ली कैबिनेट ने जो प्रस्ताव मंजूर किया था उसके मुताबिक, प्रति किलोमीटर का किराया 9.50 रुपये हो जाएगा। यह फिलहाल 8 रुपये प्रति किलोमीटर है। इसके साथ ही बेस फेयर (25 रुपये) जो फिलहाल पहले 2 किलोमीटर के लिए लागू होता है वह नया किराया लागू होने के बाद 1.5 किलोमीटर पर लगाया जाएगा।आपको बता दें कि ऑटोरिक्शा समेत बाकी यातायात के साधनों के किराए की समीक्षा के लिए सरकार ने कमिटी गठित की थी। इसमें 9 लोग हैं, ट्रांसपोर्ट विभाग के सीनियर अधिकारी के साथ-साथ विभिन्न आरडब्लूए के सदस्य और कुछ छात्र भी शामिल हैं। कमिटी के प्रपोजल के मुताबिक ऑटोरिक्शा का बढ़ा किराया लागू होने के बाद टैक्सी, ग्रामीण सेवा और आरटीवी आदि के किराए में बदलाव किए जा सकते हैं। बता दें कि ऑटोरिक्शा और टैक्सी का किराया आखिरी बार 2013 में बढ़ाया गया था। वहीं ग्रामीण सेवा और फटफट सेवा में किराया 2009 से नहीं बढ़ाया गया है।
इतना बढ़ेगा किराया
दिल्ली कैबिनेट ने जो प्रस्ताव मंजूर किया था उसके मुताबिक, प्रति किलोमीटर का किराया 9.50 रुपये हो जाएगा। यह फिलहाल 8 रुपये प्रति किलोमीटर है। इसके साथ ही बेस फेयर (25 रुपये) जो फिलहाल पहले 2 किलोमीटर के लिए लागू होता है वह नया किराया लागू होने के बाद 1.5 किलोमीटर पर लगाया जाएगा।
आपको बता दें कि ऑटोरिक्शा समेत बाकी यातायात के साधनों के किराए की समीक्षा के लिए सरकार ने कमिटी गठित की थी। इसमें 9 लोग हैं, ट्रांसपोर्ट विभाग के सीनियर अधिकारी के साथ-साथ विभिन्न आरडब्लूए के सदस्य और कुछ छात्र भी शामिल हैं। कमिटी के प्रपोजल के मुताबिक ऑटोरिक्शा का बढ़ा किराया लागू होने के बाद टैक्सी, ग्रामीण सेवा और आरटीवी आदि के किराए में बदलाव किए जा सकते हैं। बता दें कि ऑटोरिक्शा और टैक्सी का किराया आखिरी बार 2013 में बढ़ाया गया था। वहीं ग्रामीण सेवा और फटफट सेवा में किराया 2009 से नहीं बढ़ाया गया है।
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