लोकसभा चुनाव के मतदान होने के बाद भी राजनीतिक दलों के बीच गर्मागर्मी कम नहीं हुई है। मध्यप्रदेश सरकार ने सुनील जोशी हत्याकांड को लेकर हाई कोर्ट में अपील दाखिल करने का फैसला किया है। इस मामले में भोपाल सीट से बीजेपी उम्मीदवार साध्वी प्रज्ञा सिंह ठाकुर भी आरोपी रही हैं जिनकी भूमिका की जांच कराने की मांग की जा रही है। इस मामले में मध्य प्रदेश के जनसंपर्क पीसी शर्मा ने कहा है कि पहले वह इस मामले में कानूनी राय लेंगे और उसके बाद आगे की प्रक्रिया पर विचार करेंगे।
पीसी शर्मा ने कहा, ‘प्रज्ञा सिंह ठाकुर ने जिस तरह महात्मा गांधी के हत्यारे नाथूराम गोडसे को देशभक्त बताया है, शहीद हेमंत करकरे को देशद्रोही, यह इंगित करता है कि सुनील जोशी हत्याकांड पर दोबारा से जांच होनी चाहिए।’ उन्होंने कहा, ‘फाइल बंद करने से पहले कलेक्टर को इसे कानून विभाग के पास भेजना चाहिए था जो कि नहीं हुआ। हम हमने फाइल मंगवाई है। हम उस पर लीगल ओपनियन लेंगे फिर आगे की उच्च अदालत में अपील करेंगे।’
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लोकसभा चुनाव के मतदान होने के बाद भी राजनीतिक दलों के बीच गर्मागर्मी कम नहीं हुई है। मध्यप्रदेश सरकार ने सुनील जोशी हत्याकांड को लेकर हाई कोर्ट में अपील दाखिल करने का फैसला किया है। इस मामले में भोपाल सीट से बीजेपी उम्मीदवार साध्वी प्रज्ञा सिंह ठाकुर भी आरोपी रही हैं जिनकी भूमिका की जांच कराने की मांग की जा रही है। इस मामले में मध्य प्रदेश के जनसंपर्क पीसी शर्मा ने कहा है कि पहले वह इस मामले में कानूनी राय लेंगे और उसके बाद आगे की प्रक्रिया पर विचार करेंगे।पीसी शर्मा ने कहा, ‘प्रज्ञा सिंह ठाकुर ने जिस तरह महात्मा गांधी के हत्यारे नाथूराम गोडसे को देशभक्त बताया है, शहीद हेमंत करकरे को देशद्रोही, यह इंगित करता है कि सुनील जोशी हत्याकांड पर दोबारा से जांच होनी चाहिए।’ उन्होंने कहा, ‘फाइल बंद करने से पहले कलेक्टर को इसे कानून विभाग के पास भेजना चाहिए था जो कि नहीं हुआ। हम हमने फाइल मंगवाई है। हम उस पर लीगल ओपनियन लेंगे फिर आगे की उच्च अदालत में अपील करेंगे।’बता दें कि सुनील जोशी हत्याकांड के सभी आरोपियों को 2017 में निचली अदालत ने बरी कर दिया था जिसमें से एक आरोपी प्रज्ञा सिंह ठाकुर भी थीं। इस मामले में कुल 8 आरोपी थे। जोशी हत्याकांड के मुकदमे में ठोस सबूतों के अभाव में आरोपों से बरी कर दिया था। बता दें कि संघ के पूर्व प्रचारक सुनील जोशी की मध्य प्रदेश के देवास के औद्योगिक थानाक्षेत्र में 29 दिसंबर, 2007 को गोली मारकर हत्या कर दी गई थी।
बता दें कि सुनील जोशी हत्याकांड के सभी आरोपियों को 2017 में निचली अदालत ने बरी कर दिया था जिसमें से एक आरोपी प्रज्ञा सिंह ठाकुर भी थीं। इस मामले में कुल 8 आरोपी थे। जोशी हत्याकांड के मुकदमे में ठोस सबूतों के अभाव में आरोपों से बरी कर दिया था। बता दें कि संघ के पूर्व प्रचारक सुनील जोशी की मध्य प्रदेश के देवास के औद्योगिक थानाक्षेत्र में 29 दिसंबर, 2007 को गोली मारकर हत्या कर दी गई थी।
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