ट्राई (TRAI) केबल से जुड़े नियमों में लगातार बदलाव करता आ रहा है। ट्राई फिर से एक बदलाव करने जा रहा है जिससे अब डीटीएच का बिल यानी टीवी देखना सस्ता हो जाएगा।
ET की एक रिपोर्ट के मुताबिक, टेलीकॉम एंड ब्रॉडकास्टिंग रेग्यूलेटर एक कंस्लटेशन पेपर जारी करने की तैयारी में है जिसका मकसद केबल और डीटीएच बिल को कंज्यूमर्स के लिए कम करना है। इतना ही नहीं, ये बात भी मानी गई है कि TRAI द्वारा जारी की गई नई प्राइसिंग पॉलिसी प्लान के तहत यूजर्स के लिए अफोर्डेबल नहीं हो पाया है।
इस रिपोर्ट में एक ऑफिशियल के हवाले से कहा गया है, ‘ब्रॉडकास्टिंग के टैरिफ कम करने के लिए कंस्लटेशन पेपर पर काम चल रहा है, इसके लिए हमें देखना होगा कि किस तरह की मैकेनिज्म अपनाना होगा।’
आपको बता दें कि फिलहाल इस रिपोर्ट से ये साफ नहीं हो रहा है कि कोई नया नियम आएगा या फिर मौजूदा नियम में ही कुछ बदलाव किए जाएंगे। कुछ बड़े ब्रॉडकास्टर्स का ये मानना है कि TRAI को उनके टैरिफ में बदलाव करने का अधिकार नहीं है, हालांकि ऑफिशियल का कहना है कि रेग्यूलेटर के बार हमेशा से इसका अधिकार है, लेकिन इससे पहले तक उसने इसे मार्केट पर ही छोड़ रखा था।
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ट्राई (TRAI) केबल से जुड़े नियमों में लगातार बदलाव करता आ रहा है। ट्राई फिर से एक बदलाव करने जा रहा है जिससे अब डीटीएच का बिल यानी टीवी देखना सस्ता हो जाएगा।ET की एक रिपोर्ट के मुताबिक, टेलीकॉम एंड ब्रॉडकास्टिंग रेग्यूलेटर एक कंस्लटेशन पेपर जारी करने की तैयारी में है जिसका मकसद केबल और डीटीएच बिल को कंज्यूमर्स के लिए कम करना है। इतना ही नहीं, ये बात भी मानी गई है कि TRAI द्वारा जारी की गई नई प्राइसिंग पॉलिसी प्लान के तहत यूजर्स के लिए अफोर्डेबल नहीं हो पाया है।इस रिपोर्ट में एक ऑफिशियल के हवाले से कहा गया है, ‘ब्रॉडकास्टिंग के टैरिफ कम करने के लिए कंस्लटेशन पेपर पर काम चल रहा है, इसके लिए हमें देखना होगा कि किस तरह की मैकेनिज्म अपनाना होगा।’आपको बता दें कि फिलहाल इस रिपोर्ट से ये साफ नहीं हो रहा है कि कोई नया नियम आएगा या फिर मौजूदा नियम में ही कुछ बदलाव किए जाएंगे। कुछ बड़े ब्रॉडकास्टर्स का ये मानना है कि TRAI को उनके टैरिफ में बदलाव करने का अधिकार नहीं है, हालांकि ऑफिशियल का कहना है कि रेग्यूलेटर के बार हमेशा से इसका अधिकार है, लेकिन इससे पहले तक उसने इसे मार्केट पर ही छोड़ रखा था।गौरतलब है कि नए नियम के बाद कोई भी चैनल 19 रुपये से ज्यादा चार्ज नहीं कर सकते हैं, जो बकेट के पार्ट हैं। नए नियम के बाद कुछ यूजर्स का कहना है कि उनका बिल कम हुआ है, जबकि कुछ डीटीएच कंज्यूमर्स का कहना है कि इससे कोई फायदा नहीं हुआ है और टैरिफ और भी बढ़ गया है।
गौरतलब है कि नए नियम के बाद कोई भी चैनल 19 रुपये से ज्यादा चार्ज नहीं कर सकते हैं, जो बकेट के पार्ट हैं। नए नियम के बाद कुछ यूजर्स का कहना है कि उनका बिल कम हुआ है, जबकि कुछ डीटीएच कंज्यूमर्स का कहना है कि इससे कोई फायदा नहीं हुआ है और टैरिफ और भी बढ़ गया है।
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