भारत की अग्रणी ऑनलाईन ओटोमाबाईल ट्रांजेक्शनल मार्केटप्लेस कंपनी Droom.in ने गुरुग्राम के सेक्टर 18 स्थित अपने कैंपस में अपना सालाना ई-कॉमर्स डे का आयोजन किया। इस अवसर पर Droom.in के सीईओ संदीप अग्रवाल ने विभिन्न बिजनेस कॉलेजों से आए छात्रों से अपना अनुभव साझा किया और उन्हें प्रेरित किया।
इस कार्यक्रम में 200 से अधिक छात्रों ने हिस्सा लिया और एक खास पैनल से ई- कोमर्स की बारीकियां जानी। उपस्थित छात्रों को ड्रूम के जीवन को करीब से देखने को मिला। इसके लिए उन्हें ऑफिस का एक टूर कराया गया। इसके माध्यम से नेटवर्किंग का मौका भी दिया गया, ताकि कर्मचारियों और कैम्पस से भर्ती किए गए लोगों की आपसी जान-पहचान हो जाए। इस अवसर को मजेदार बनाने के लिए सभी उपस्थितों के लिए मनोरंजक प्रतियोगिता भी कराई गई। शशांक कुलश्रेष्ठ और माणिक गर्ग ने लाइव ट्वीट कम्पीटिशन जीती, जबकि शिवांगी लोहिया ने सेल्फी प्रतियोगिता में जीत हासिल की।
भारत के सबसे बड़े और सबसे नए ई-कॉमर्स ऑटोमोबाइल स्टार्टअप ड्रूम का उदाहरण उन युवाओं के लिए एक महत्वपूर्ण प्रेरणा बनकर उभरा, जो ई-कॉमर्स में करियर बनाने या स्वयं की उद्यमशीलता के बूते उद्यम स्थापित करने की इच्छा रखते हैं। सत्र में विभिन्न आईआईएम जैसे आईआईएम कोझिकोड, आईआईएम लखनऊ, आईआईएम शिलांग, आईआईएम काशीपुर, आईआईएम इंदौर और आईआईएम उदयपुर के छात्रों ने भाग लिया। इसके अलावा, आईआईटी दिल्ली, आईआईटी रुड़की, आईआईटी खड़गपुर, एनएसआईटी, डीटीयू, ग्रेट लेक इंस्टीट्यूट, एमडीआई, आईएमआई दिल्ली, आईएसबी हैदराबाद, और एनएमआईएमएस के छात्रों ने उद्यमिता और ई-कॉमर्स उद्योग में उपलब्धि हासिल करने के लिए सत्र में भाग लिया।
अपने मुख्य भाषण में ड्रूम के संस्थापक और सीईओ संदीप अग्रवाल ने कहा, “यह बात किसी से नहीं छिपी है कि भारत इस समय डिजिटल क्रांति से गुजर रहा है। इंटरनेट की अपार शक्ति मजबूत आर्थिक विकास के साथ सामाजिक बदलाव लाने को अग्रसर है। भारत की कुल आबादी की औसत आयु इस समय 26 वर्ष है। ऐसे में युवाओं की जिम्मेदारी है कि वे अपने विचारों, क्षमताओं और आकांक्षाओं के जरिये देश को आगे बढ़ाएं। एनुअल ई-कॉमर्स दिवस जैसी पहल के माध्यम से ड्रूम में हमारा एजेंडा युवा पीढ़ी को इस क्रांति का हिस्सा बनने के लिए प्रेरित करना और आग्रह करना और इस अभूतपूर्व रूप से बढ़ते उद्योग में नई संभावनाओं का लाभ उठाने का है।
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इस आयोजन में संदीप अग्रवाल ने भारत में एक रिटेल बिजनेस स्थापित करने के लिए संरचनात्मक बाधाओं पर विचार-विमर्श किया। साथ ही यह भी बताया कि ई-कॉमर्स उद्योग किस तरह एक सॉल्युशन बनकर उभरा है। ऑडियंस को प्रत्येक विभाग का महत्व बताने और युवा दिमागों के सवालों का जवाब देने के लिए कुछ सूचनात्मक और इंटरैक्टिव पैनल भी बनाए गए थे। ड्रूम में कैम्पस के जरिये भर्ती किए गए कर्मचारियों ने भी ड्रूम में काम करने के अनुभव साझा किए ताकि छात्रों को ई-कॉमर्स की दुनिया में उद्यम शुरू करने के लिए प्रेरित किया जा सके। चौथे ई-कॉमर्स दिवस पर साझा किए गए महत्वपूर्ण जानकारी और बातचीत के साथ, भविष्य की उद्यमी पीढ़ी के सामने वास्तविक दुनिया की एक तस्वीर पेश की गई, जिसके जरिये एक विचार को वास्तविकता में बदला जा सकता है। साथ ही तेजी से प्रगति कर रहे ई-कॉमर्स इकोसिस्टम में सफल हुआ जा सकता है।