दुनियाभर में मशहूर लवकुश रामलीला कमिटी में द्वारा आयोजित रामलीला में छठे दिन राम की कई लीलाओं का मनोहारी मंचन किया गया। रामलीला के लीला मंचन की शुरुआत वानर सेना और श्रीराम के बीच होने वाली बातचीत से हुई। इसके बाद हनुमान का लंका जाना, लंका में सीताजी की तलाश, लंका में हनुमान का उत्पात, विभीषण से हनुमान की मुलाकात और रावण-सीता के बीच हुए संवाद को दिखाया गया।
साथ ही, रामलीला के मंचन में लंका में हनुमान की सीता तलाश पूरी, हनुमान जी का सीता जी के साथ संवाद, अंगूठी भेंट करना, सीता जी का आशीर्वाद प्राप्त करना, लंका में हनुमान जी द्वारा उत्पात मचाने की सूचना का रावण के दरबार तक पहुंचने को दिखाया गया। वहीं, इसके बाद लक्ष्मण का मुर्छित होना, संजीवनी बूटी लाने के लिए हनुमान जी का प्रस्थान, अंगद का लंका पहुंचना, रवण अंगद संवाद, मेघनाद और हनुमान का सामना, रावण और हनुमान के बीच संवाद के उपरांत हनुमान द्वारा लंका दहन और अशोक वाटिका में हनुमान जी का सीता जी से भेंट जैसे प्रसंगों का मनोहारी और भव्य मंचन किया गया।
लवकुश रामलीला: पांचवे दिन हुआ सीता-हरण, देख भीगी दर्शकों की आंखें
लीला के अलग-अलग किरदारों में रावण (अवतार गिल), अमित घनश्याम (नारद), गगन मलिक (रामचंद्र), मोहित (लक्ष्मण), मनीष चतुर्वेदी (शिव), अलका तिवारी (पार्वती), मनोज नरेंद्र दत्त (दशरथ), अंजना सिंह (सीता) आदि ने अपने-अपने किरदारों में अभिनय के इंद्रधनुषी रंग भरकर लोगों का भरपूर मनोरंजन किया।
लवकुश रामलीला : चौथे दिन राम-लक्ष्मण-सीता के वनगमन का प्रसंग देख दर्शकों की आंखें हुईं नम