किरण शर्मा
पशु कल्याण बोर्ड (Animal Welfare Board) द्वारा पूरे देश में 14 फरवरी को ‘काउ हग डे’ के रूप में मनाने की अपील की गई थी। यह बोर्ड पशुपालन मंत्रालय के अंतर्गत आता है, जिसके प्रमुख बीजेपी के पुरुषोत्तम रुपाला है।
पशु कल्याण बोर्ड द्वारा लिया गया यह फैसला सोशल मीडिया पर हर तरफ छाया हुआ था इसको लेकर हजारों मीम्स भी बने।
लेकिन बीजेपी विरोधी पार्टियों को यह फैसला पसंद नहीं आया और
आम आदमी पार्टी और तृणमूल कांग्रेस जैसी विपक्षी पार्टियों ने 14 फरवरी को ‘काउ हग डे’ मनाने के फैसले का जमकर विरोध किया। विरोधी हवाओं के बीच सरकार ने इस फैसले को अब वापस ले लिया है। एनिमल वेलफेयर बोर्ड द्वारा 6 फरवरी को अपने अपील पत्र में कहा था, कि हम सभी जानते हैं, कि गाय भारतीय संस्कृति और ग्रामीण अर्थव्यवस्था की रीढ़ है वह हमारे जीवन को बनाए रखती है और इसे ‘कामधेनु’ और ‘गौमाता’ के रूप में जाना जाता है। इस सोच के अनुसार उन्होंने पूरे देश में यह दिन मनाने का विचार रखा था लेकिन अब ‘काउ हग डे’ मनाने के फैसले पर विरोध के चलते इसे वापस ले लिया गया है।
विरोध में क्या कहा विपक्ष ने-
कांग्रेस की वरिष्ठ सांसद रजनी पाटिल ने ‘काउ हग डे’ के विरोध में कहा, कि मैं भी किसान परिवार से हूं…मैं रोजाना अपनी गाय को गले लगाती हूं, सिर्फ 1 दिन के लिए नहीं, यह कदम बेरोजगारी और महंगाई जैसे मुद्दों से ध्यान भटकाने के लिए है।
इस फैसले पर सवाल उठाते हुए शिवसेना ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर निशाना साधते हुए कहा, कि अरबपति उद्योगपति गौतम अडानी भी मोदी के लिए होली (पवित्र) कॉउ जैसे ही है।
इसके अलावा माकपा नेता इलामारम करीम ने ‘काउ हग डे’ को देश के लिए हास्यास्पद और शर्मनाक कांसेप्ट बताया।
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वापस ली गई अपील-
इस फैसले का विरोध होने के बाद पशुपालन बोर्ड के सचिव एसके दत्ता ने एक बयान जारी किया और कहा, कि सक्षम प्राधिकारी और मत्स्य पालन पशुपालन और डेयरी मंत्रालय के अनुसार भारतीय पशु कल्याण बोर्ड द्वारा 14 फरवरी को ‘काउ हग डे’
मनाने के लिए जारी की गई अपील वापिस ले ली जाती है। आपको बता दें, पशु कल्याण बोर्ड के द्वारा कहा गया था कि पश्चिमी संस्कृति के कारण भारतीय संस्कृति और विरासत विलुप्त होने के कगार पर है। जिसको लेकर यह फैसला लिया गया था लेकिन अब यह अपील वापस ले ली गई है।
The appeal issued by the Animal Welfare Board of India for celebration of Cow Hug Day on 14th February 2023 stands withdrawn. pic.twitter.com/5MvEbHPdBZ
— ANI (@ANI) February 10, 2023