सोनम शर्मा
दिल्ली से एक चौंकाने वाली खबर सामने आई है, हरी नगर के पड़ोस के पार्क में एक व्यक्ति को आवारा कुत्ते के साथ बलात्कार करते हुए पकड़ा गया था। इस पूरी घटना को कैमरे में कैद कर लिया गया और वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो गया, इस वीडियो में पशु के साथ घिनौनी हरकत करने वाले व्यक्ति की सभी ने निंदा की।
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कैमरे में किसने कैद किया अपराध-
जिस व्यक्ति ने इस अपराध को देखा वह एक पशु फीडर है, व्यक्ति ने अपराध को होते हुए देखा और इसे वीडियो में कैद किया, इसके बाद उस व्यक्ति ने इसकी रिपोर्ट करने के लिए अधिकारियों से संपर्क किया। हालांकि व्हाट्सएप चर्चा स्नैपशॉट के जरिए यह पता चला कि पुलिस अधिकारियों ने कुत्ते के बलात्कार के बारे में जानने से इंकार कर दिया है। पशु फीडर का कहना है कि एसएचओ ने उसे शिकायत दर्ज नहीं करने के लिए मना लिया और कहा कि उस आदमी को 2-3 दिन बाद फिर से आने दो फिर वे कार्रवाई करेंगे।
इस घटना पर पशु फीडर के साथ-साथ कई टि्वटर यूजर्स ने इस घटना को नजरअंदाज करने के लिए दिल्ली पुलिस की निंदा की।
what is the responsibility of someone who is in power? Is it to do they merely have an obligation to refrain from misuse of that power?Or does it become one's duty to protect those without it? Harinager SHO Denied FIR on #DOG #RAPE @DelhiPolice Waiting for women be raped for FIR? pic.twitter.com/TVmJDpaBoU
— Tarun Agarwal- Anti-Cruelty Officer (@Pfa_AntiCruelty) February 25, 2023
AICC की सदस्य पंखुड़ी पाठक ने क्या कहा-
अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी की सदस्य पंखुड़ी पाठक ने भी इसके खिलाफ आवाज उठाई है और यह सवाल किया है, कि इस मुकदमे को दर्ज क्यों नहीं किया गया। उसने दिल्ली पुलिस और अन्य अधिकारियों को भी यह ट्वीट किया और कहा कि हमें स्पष्ट होना चाहिए। प्राथमिकी दर्ज न करके और इस राक्षस को गिरफ्तार न करके दिल्ली पुलिस एक बलात्कारी को बचा रही है और उसे सक्षम कर रही है। क्या एसएचओ हरिनगर को कार्यवाही करने से रोक रहा है?
लोगों की टिप्पणी-
इंटरनेट यूजर ने कमेंट किया और कहा कि, शर्म आनी चाहिए। उस व्यवस्था पर धिक्कार है जो ऐसी घटनाओं को अंजाम देने वाले कमजोर कानून को मजबूत करने से इंकार करती है। एक अन्य व्यक्ति ने टिप्पणी की और कहा कि हर कोई सरकार की आलोचना कर रहा है लेकिन कोई भी उन लोगों की मानसिकता का विरोध नहीं कर रहा, जो यह सब बकवास कर रहे हैं। वहीं एक अन्य ने टिप्पणी की, कि मुझे उस व्यवस्था पर शर्म आती है जो कि न्याय के प्रति इतनी कमजोर है, कानून और व्यवस्था जो बेजुबान जीवित आत्माओं को न्याय से वंचित कर रही है। मानवता अपने निम्नतम स्तर पर गिर गई है।
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