स्नेहा मिश्रा
अमेरिका की एयरोस्पेस कंपनी GE Aviation के वाइस प्रेसिडेंट यंगजे किम ने कहा कि वे खुद ही भारत के LCA Tejas MK2 के इंजन का डिजाइन, विकास और उसका निर्माण करेंगे।
किम द्वारा एक फाइनेंशियल एक्सप्रेस अखबार को दिए उनके एक इंटरव्यू में उन्होंने कहा था कि, “आगे बढ़ने के साथ ही हमारी योजना ‘मेक इन इंडिया’ के समर्थन में योगदान देने की भी है।” उन्होंने यह भी कहा कि, “किस तरह से हमने ‘मेक इन इंडिया’ में समर्थन के लिए अमेरिकी सरकार को LCA MK2 के लिए प्रस्ताव भेजे थे। हालांकि अभी भी हमें वैश्विक स्तर पर लाइसेंस प्राप्त करना है। हम उस इंजन के एक महत्वपूर्ण हिस्से को भारत में बनाएंगे। इसके साथ ही उसके रखरखाव, मरम्मत और ओवरहाल भी किया जाएगा।”
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एक रिपोर्ट के मुताबिक, अक्टूबर, साल 2010 में भारत ने 99 इंजनों का आदेश दिया था। एक पूर्ण प्राधिकरण डिजिटल इलेक्ट्रॉनिक्स कंट्रोल प्रणाली के अलावा ये पूर्व पुनरावृत्तियों की तुलना में कहीं ज्यादा है।
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GE के अनुसार, इन सभी इंजनों का विकास कार्य पूरा हो चुका है। इसके साथ ही GE का इरादा इसे भारत में निर्माण करने का भी है। फाइनेंशियल एक्सप्रेस को दिए अपने इंटरव्यू में किम ने यह भी कहा कि, ‘वे भारत देश में इंजीनियरिंग का बहुत-सा काम कर रहे थे।’ उन्होंने यह भी बताया कि बेंगलुरु में उन्होंने एक इंजीनियरिंग सेंटर भी बनवाया है।
एयरो इंडिया के कर्टन रेजर इवेंट में आए रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने अपने भाषण के दौरान कहा कि, “मेड इन इंडिया LCA TEJAS पर भारत काम कर रहा है।” यह कयास लगाए जा रहे हैं कि Tejas Mk2 jet को पावर देगा। जिसे साल 2024 की पहली छमाही में डीआरडीओ की एनडीए द्वारा प्रस्तुत करने की प्लानिंग की जा रही है।