बीते 15 महीनों के भीतर वैश्विक बाजार में कच्चे तेल की कीमतों में काफी गिरावट आई है। मंदी बढ़ने, मांग में गिरावट होने और फेडरल रिजर्व की ओर से ब्याज दरें बढ़ाने की आशंका से भी कच्चे तेल के दाम घटे हैं।
अंतरराष्ट्रीय तेल मानक ब्रेंट क्रूड सोमवार को 2.32 डॉलर से गिरकर 71 डॉलर से नीचे 70.65 डॉलर प्रति बैरल रह गया। यह इसका दिसंबर, 2021 के बाद का निचला स्तर है। उस समय ब्रेंट क्रूड 70.56 डॉलर प्रति बैरल रहा था।पिछले सप्ताह ब्रेंट क्रूड में 12 फीसदी तक की गिरावट दर्ज की गई थी। जिसे दिसंबर के बाद सबसे बड़ी साप्ताहिक गिरावट के रूप में माना गया है।
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वहीं, डब्ल्यूटीआई 2.15 डॉलर से गिरकर 64.59 डॉलर प्रति बैरल तक आ गया है। गोल्डमैन सैश का अनुमान है कि तेल उत्पादक देशों का संगठन ओपेक 2024 की तीसरी तिमाही में उत्पादन बढ़ा सकता है।
तो वहीं दूसरी तरफ, केंद्रीय ऊर्जा मंत्री आरके सिंह ने बिजली ग्राहकों से स्मार्ट प्रीपेड मीटर का उपयोग करने की अपील की। जिससे बिजली बिलों में 2.5 फीसदी तक की कमी आएगी।
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आरके सिंह ने सोमवार को कहा, “स्मार्ट मीटर के उपयोग से सिस्टम का डिजिटलीकरण, स्वचालन और दक्षता बढ़ेगी। यह उन क्षेत्रों की पहचान करने में मदद करेगा, जहां पर ध्यान देने की आवश्यकता है। बिलिंग के पारंपरिक पोस्ट-पेड मीटरिंग सिस्टम की तुलना में स्मार्ट प्रीपेड मीटर के उपयोगकर्ताओं को बेहतर अनुभव हो रहा है। एक सर्वेक्षण में शामिल 92 फीसदी ग्राहकों ने बताया कि, मीटर का इंस्टॉलेशन काफी आसान है जबकि 50 फीसदी ने कहा कि उनके बिलों में इससे सुधार हुआ है।”
कर्मचारी भविष्य निधि संगठन (ईपीएफओ) ने जनवरी, 2023 में 14.86 लाख नए शेयर होल्डरस जोड़े हैं। श्रम एवं रोजगार मंत्रालय ने सोमवार को बताया कि, इस दौरान लगभग 3.54 लाख सदस्य ईपीएफओ के दायरे से बाहर हो गए, कुल 14.86 लाख अंशधारकों (shareholder) में से करीब 7.77 लाख पहली बार ईपीएफओ के दायरे में आए हैं, जबकि 10.62 लाख सदस्यों ने ईपीएफओ की सदस्यता दोबारा ली है।
निर्मला सीतारमण ने सोमवार को लोकसभा में अपने लिखित जवाब में लिखा कि, ‘सहारा इंडिया समूह की कंपनियों की जांच SFIO कर रहा है। हालांकि एजेंसी ने अभी तक मामले में संपत्तियों से जुड़े किसी भी प्रकार का कोई आवेदन नहीं दिया है।’ उन्होंने कहा, जांच के दायरे में सहारा क्यू शॉप यूनिक प्रोडक्ट्स रेंज लिमिटेड, एंबी वैली लिमिटेड समेत कई कंपनियां शामिल हैं।