Vande Bharat Express: 12 अप्रैल को राजस्तान को पहली वंदे भारत एक्सप्रेस ट्रेन मिलेगी। दिल्ली-जयपुर-अजमेर के बीच चलाई जाएगी। यह ट्रेन भारत की 14वीं वंदे भारत ट्रेन होगी, जिसका उद्घाटन PM नरेंद्र मोदी के द्वारा Virtually किया जाएगा। इस बीच, इस अवसर पर रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव और कई अन्य सांसद और विधायक इस ट्रेन के उद्घाटन के दौरान जयपुर में मौजूद रहेंगे, जोकि जयपुर से दोपहर 12.30 बजे तक रवाना हो जाएगी। इस ट्रेन के संचालन की सभी तैयारियां पूरी हो गई हैं।
यह भी पढ़ें: कोविड के बढ़ते मामले देख इन तीन राज्यों में माक्स लगाना हुआ अनिवार्य
Chief Public Relations Officer ने क्या कहा?
इस ट्रेन का ट्रायल रन हाल ही में पूरा किया गया था। इसके साथ ही उत्तर पश्चिम रेलवे के द्वारा रेलवे बोर्ड को इस ट्रेन कि ट्रायल रिपोर्ट भी भेजी गई थी। ये बात उत्तर पश्चिम रेलवे के Chief Public Relations Officer ने एक मीडिया रिपोर्ट में कही।
कथित तौर पर इस ट्रेन के दो स्टॉपेज होंगे अलवर और गुरुग्राम। शशि किरण ने यह कहा कि इस ट्रेन को चलाए जाने से लोगों को बड़ी राहत मिलेगी और दिल्ली-जयपुर के बीच का सफर कम समय में ही पूरा हो जाएगा।
19 मार्च को केंद्रीय रेल मंत्री ने क्या कहा-
इससे पहले 19 मार्च को केंद्रीय रेल मंत्री के द्वारा यह कहा कि वंदे भारत एक्सप्रेस ट्रेन को रुट पर चलाने से पहले इसके रूट में कुछ तकनीकी बदलाव करने कि जरुरत है।
इसी बीच, PM मोदी ने शनिवार को दो और वंदे भारत ट्रेनों को राष्ट्र को समर्पित किया। सुबह उन्होंने अपने तेलंगाना दौरे के दौरान सिकंदराबाद-तिरुपति वंदे भारत ट्रेन का उद्घाटन किया और शाम को PM ने चेन्नई-कोयंबटूर वंदे भारत एक्सप्रेस को हरी झंडी दिखाई।
इन 2 और वंदे भारत ट्रेनों के साथ, भारत में अब ऐसी 13 सेमी-हाई स्पीड ट्रेनें चुकीं हैं जो देश भर में विभिन्न मार्गों पर चलाई जा रहीं हैं।
वंदे भारत ट्रेनों कि रूट:
1. नई दिल्ली-वाराणसी।
2. नई दिल्ली – माता वैष्णो देवी कटरा जम्मू-कश्मीर।
3. गांधीनगर-मुंबई।
4. हिमाचल प्रदेश वंदे भारत एक्सप्रेस में नई दिल्ली-अंब अंदौरा।
5. चेन्नई-मैसूर।
6. नागपुर-बिलासपुर।
7. हावड़ा-न्यू जलपाईगुड़ी।
8. सिकंदराबाद-विशाखापत्तनम।
9. मुंबई- सोलापुर।
10. मुंबई- शिरडी।
11. दिल्ली का हजरत निजामुद्दीन-भोपाल का रानी कमलापति स्टेशन।
12. सिकंदराबाद-तिरुपति।
13. चेन्नई-कोयंबटूर।
यह भी पढ़ें: Project Tiger के 50 साल पूरे, जाानिए भारत में कितनी बढ़ी बाघों की आबादी