परिवहन और राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी ने सोमवार को कहा कि वह और उनकी टीम साल के अंत तक कश्मीर से कन्याकुमारी (Kashmir to Kanyakumari) तक एक राजमार्ग बनाने जा रहे हैं। ये उनका एक लंबे समय से सपना रहा है जो अब अगले साल की शुरुआत तक पूरा हो जाएगा। इसके लिए रोहतांग दर्रे और लद्दाख के बीच पहाड़ों के बीच चार सुरंगें खोदी जाएंगी। लेह से हम कारगिल आएंगे और जोजिला और जेड-मोड़ सुरंगों से जुड़ेंगे। इस नई सड़क से और नई सड़क से दिल्ली और चेन्नई के बीच की दूरी 1,312 किमी कम हो जाएगी। यह सपना 2024 की शुरुआत तक पूरा होगा।
2014 में तैयार कर लिया था रौडमैप-
गडकरी सड़क परिवहन और राजमार्ग पर संसदीय सलाहकार समिति की दूसरी बैठक में भाग लेने के लिए जम्मू-कश्मीर क्षेत्र में थे। उन्होंने कहा कि 2014 में जब भाजपा की सरकार बनी थी तो हमने राज्य में सड़क अधोसंरचना का रोडमैप पहले ही बना लिया था।
गडकरी सड़क परिवहन एवं राजमार्ग पर संसदीय सलाहकार समिति की दूसरी बैठक में हिस्सा लेने के लिए केंद्र शासित प्रदेश में थे। गडकरी ने कहा कि जब 2014 में केंद्र में भाजपा की सरकार बनी थी, तो हमने जम्मू-कश्मीर में सड़क बुनियादी ढांचे के लिए एक रोडमैप तैयार किया था।
स्विट्जरलैंड से अधिक सुंदर है जम्मू-कश्मीर-
गडकरी ने कहा, ”हमने जम्मू-कश्मीर में 1.25 लाख करोड़ रुपये की परियोजनाएं शुरू की हैं, लोग स्विट्जरलैंड जाते हैं, हमारा जम्मू-कश्मीर अधिक सुंदर है। मंत्री ने कहा कि जम्मू-कश्मीर प्रशासन ने पर्यटकों के लिए सड़क के किनारे सुविधाएं बनाने के लिए 13 एकड़ भूमि की पहचान की है। उन्होंने कहा, ‘पर्यटन बढ़ने से स्थानीय लोगों के लिए रोजगार सृजन होगा, आने वाले कुछ वर्षों में हम जम्मू-कश्मीर के सड़क नेटवर्क को अमेरिकी मानकों पर ले जाएंगे।
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तीर्थयात्रियों को भी मिलेगा फायदा-
तीर्थयात्रा पर्यटन पर ध्यान केंद्रित करते हुए गडकरी ने अमरनाथ यात्रा मार्ग पर शेषनाग और पंजतरणी के बीच एक सुरंग के निर्माण की योजना की घोषणा की, उन्होंने दावा किया कि इससे यात्रा का समय मौजूदा तीन दिनों से घटकर केवल नौ घंटे रह जाएगा। उन्होंने कहा, ‘अमरनाथ यात्रियों की सुगमता के लिए 5,300 करोड़ रुपये की लागत से खानाबल से पंजतरणी तक 110 किलोमीटर लंबी सड़क का निर्माण किया जाएगा। खानाबल से चंदनवाड़ी तक 73 किलोमीटर के खंड के लिए डीपीआर जुलाई 2023 में किया जाएगा।
श्रीनगर – लेह राजमार्ग पर (NH-1) भूस्थैतिक रूप से महत्वपूर्ण जेड-मोड़ टनल का आज जम्मू और कश्मीर के उपराज्यपाल श्री @manojsinha_ जी तथा सड़क परिवहन और राजमार्ग के संसदीय सलाहकार समिति के सदस्य सांसद की उपस्थिति में मुआयना किया।
जम्मू-कश्मीर में 25 हजार करोड़ रुपए की लागत से 19… pic.twitter.com/jBuP378Sv8
— Nitin Gadkari (@nitin_gadkari) April 10, 2023
जम्मू-कश्मीर के लिए ये हैं सडक योजनाएं-
गडकरी ने कहा कि चंदनवाड़ी से बालटाल के बीच 37 किलोमीटर लंबे रूट की डीपीआर इसी साल अक्टूबर में तैयार हो जाएगी। उन्होंने कहा शेषनाग और पंजतरणी के बीच एक सुरंग बनाई जाएगी, जिससे श्रीनगर में यातायात की भीड़ और प्रदूषण को कम करने में मदद मिलेगी। मंत्री ने यह भी घोषणा की कि पुंछ में इसे घाटी में शोपियां से जोड़ने के लिए एक सुरंग बनाई जा रही है। इस सुरंग पर लगभग 6,000 मिलियन रुपये खर्च होंगे और इसमें बारहमासी सड़क का निर्माण भी शामिल होगा। इससे पुंछ और शोपियां के बीच यात्रा काफी तेज और आसान हो जाएगी।
जम्मू-श्रीनगर गलियारे पर सुरंगों के निर्माण के कारण जम्मू और श्रीनगर के बीच यात्रा का समय लगभग 20 प्रतिशत कम हो गया है। एक बार शेष पांच सुरंगों पर काम पूरा हो जाने के बाद जम्मू और श्रीनगर के बीच यात्रा का समय घटकर दो घंटे हो जाएगा।
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