राष्ट्रीय राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी ने अपने टि्वटर हैंडल के माध्यम से जानकारी साझा करते हुए बताया, कि राजस्थान में 41,000 करोड़ रुपए की लागत से चार ग्रीनफील्ड एक्सप्रेसवे का निर्माण किया जा रहा है। ग्रीन फील्ड एक्सप्रेसवे में अमृतसर जामनगर इकोनॉमिक कॉरिडोर, अंबाला चंडीगढ़ ग्रीन फील्ड कॉरिडोर, दिल्ली मुंबई एक्सप्रेसवे, अंबाला कोटपुतली इकोनामिक कॉरिडोर शामिल होंगे। इन सभी की लंबाई कितनी होगी इन्हें बनाने में कितनी लागत आएगी और यह कितने लेन वाले होंगे, आइए इनके बारे में विस्तार से जानते हैं।
अमृतसर जामनगर कॉरीडोर-
अमृतसर जामनगर कॉरिडोर 6 लेन का बनाया जाएगा, इसकी कुल लंबाई 917 किलोमीटर होगी। इस कॉरिडोर को 22500 लागत से बनाया जा रहा है, इस 917 किलोमीटर लंबे कॉरिडोर का 637 किलोमीटर हिस्सा राजस्थान में आता है, जिसमें से 215 किलोमीटर तक का काम पूरा हो चुका है। यह कॉरिडोर राजस्थान, पंजाब, गुजरात और हरियाणा के 15 जिलों से होकर गुजरेगा।
अंबाला चंडीगढ़ ग्रीन फील्ड कॉरिडोर-
अंबाला चंडीगढ़ ग्रीन फील्ड कॉरिडोर को 1641 करोड़ रुपए की लागत से बनाया जाएगा। इस ग्रीन फील्ड एक्सप्रेसवे के बन जाने के बाद ये राजस्थान, चंडीगढ़ को शिमला जैसे पर्यटन स्थलों से सीधे कनेक्टिविटी प्रदान करेगा, यह ग्रीन फील्ड कॉरिडोर छह लेन का बनाया जाएगा।
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दिल्ली-मुंबई एक्सप्रेसवे-
दिल्ली-मुंबई ग्रीनफील्ड एक्सप्रेसवे को 16600 करोड़ रुपए की लागत से बनाया जा रहा है, ये एक्सप्रेसवे 8 लेन का बनाया जाएगा। ये 1382 किलोमीटर लंबा होगा और इसका 374 किलोमीटर हिस्सा राजस्थान में आएगा, जिसमें से 115 किलोमीटर तक निर्माण कार्य पूरा भी हो चुका है। यह एक्सप्रेसवे, भरतपुर, दौसा, अलवर और कोटा से होकर गुजरेगा।
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अंबाला कोटपुतली कॉरिडोर-
अंबाला कोटपुतली इकोनामिक कॉरिडोर 313 किलोमीटर लंबा और 6 लेन का होगा। कॉरिडोर का निर्माण 11375 करोड़ रुपए की लागत से किया जाएगा। जानकारी के मुताबिक, इस कॉरिडोर के बन जाने के बाद कुरुक्षेत्र, रोहतक से होकर पंजाब आना-जाना आसान हो जाएगा। वहीं दूसरी ओर यह एक्सप्रेसवे राजस्थान को कटरा से जोड़ने का काम करेगा, इसके साथ ही इस कॉरिडोर के बन जाने पर अंबाला और कोटपुतली के बीच 50 किलोमीटर तक की दूरी कम हो जाएगी।