उत्तर प्रदेश सरकार ने जेवर में बन रहे नोएडा अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डे और इंदिरा गांधी अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डे को जोड़ने के लिए एक हाई स्पीड़ मेट्रो ट्रेन ट्रैक निर्माण करने की योजना सबके सामने रखी है।
इसपर नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट लिमिटेड (एनआईएल) के अधिकारियों ने कहा है कि एयरपोर्ट एक्सप्रेस लाइन की हाई-स्पीड मेट्रो परियोजना में केवल छह स्टेशन होंगे, इसकी कुल लंबाई 72 किलोमीटर की होगी और इसपर हाई स्पीड़ में यात्रा की जाएगी। जिसके परिणामस्वरूप 72 किलोमीटर की रेल लाइन पर तेज यात्रा होगी।
14 जून को होगी बैठक-
NIAL के अधिकारीयों के मुताबिक, 14 जून को DPR को आखिरी रुप देने के लिए उत्तर प्रदेश के मुख्य सचिव DS मिश्रा की अध्यक्षता में एक उच्च स्तरीय बैठक होगी। इस बैठक में DMRC, यमुना मोटरवे, औद्योगिक विकास प्राधीकरण (YEIDA), NIAL नागरिक उड्डयन मंत्रालय, यमुना मोटर्स मेगा मेट्रो कॉरिडोर प्रोजेक्ट के लिए स्टेशनों के बारे में और उनको आखिरी रुप देने के लिए मिलकर बातचीत करेंगे, इसके साथ ही इस बैठक में फंडिंग पैटर्न पर भी चर्ची की जाएगी।
12 स्टेशनों का प्रस्ताव रखा-
इससे पहले DMRC (दिल्ली मैट्रो रेल कॉररपोरेशन) ने कॉरिडोर पर 12 स्टेशनों का प्रस्ताव रखा था, जो नई दिल्ली मेट्रो इंटरचेंज पर चलेंगे, जहां से एयरपोर्ट एक्सप्रेस लाइन शुरु होती है और ज़ेवर नोएडा एयरपोर्ट तक जाती है। हिंदुस्तान टाइम्स की रिपोर्ट को मुताबिक, उत्तर प्रदेश सरकार के एक अधिकारी का कहना है कि उत्तर प्रदेश सरकार इस प्रोजेक्ट पर सिर्फ 6 स्टेशन ही चाहती है, जिससे जेवर एयरपोर्ट से नई दिल्ली स्टेशन तक जाने में सिर्फ आधे घंटे का समय लगेगा।
कॉरिडोर की स्पीड-
इन सब के बीच NIAL और Yeida के CEO अरुण वीर सिंह का कहना है कि पिछली बार में DMRC ने कॉरडोर पर 12 स्टेशनों का प्रस्ताव रखा था ,जो जे़वर एयरपोर्ट से दिल्ली तक चलता, लेकिन ज्यादा स्टेशनों की वजह से कॉरिडोर की स्पीड कम हो जाती। उन्होने आगे कहा कि इसलिए NIAL ने कॉरिडोर को 6 स्टेशनों के प्रस्ताव दिया, जिससे यात्रा की स्पीड कम न हो।
ये भी पढ़ें- Mumbai Murder : नहीं थम रहा लिव- इन रिलेशनशिप के नाम पर हत्या का सिलसिला, रोगंटे खड़े कर देगा यह मामला
यूपी सरकार और Yeida जेवर से IGI एयरपोर्ट तक मल्टिमीडिया कनेक्टिविटि प्रदान करेंगे, जिसके लिए जेवर एयरपोर्ट कंसेशनेयर कंपनी, स्विज़रलैड के ज्यूरिख इंटरनेशनल एयरपोर्ट एजी, यमुना इंटरनेशनल प्राइवेट लिमिटिड और नोयडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट लिमिटेड द्वारा कॉन्ट्रेक्ट साइन किया गया है। ऐसा इसलिए किया गया है क्योंकि 29 सितंबर 2024 से नोएडा एयरपोर्ट परिचालन शुरु करने वाला है।
ये भी पढ़ें- Gurugram Metro Connectivity: केंद्र सरकार ने गुरुग्राम मेट्रो कनेक्टिविटी के विस्तार को दी मंज़ूरी, मिलेंगे ये फायदे
परियोजना की लागत-
ऐसी उम्मीद जताई जा रही है कि दिल्ली के IGI Airport को नोएडा के जेवर एयरपोर्ट से जोड़ने वाली इस परियोजना को पूरा करने में 13,000 करोड़ रुपए की लागत आएगी।