AI के आविष्कार होने के बाद से ही इसके बारे में बहुत कुछ कहा जा रहा है। इसे लेकर मानव नौकरियों के छीन जाने का ख़तरा भी लोगों में बढ़ रहा है। ऐसे में लाखों लोग इससे संभावित नौकरी के नुकसान के बारे में अपनी आशंकाएं और डर को व्यक्त कर रहे हैं। तो वहीं AI प्रोद्योगिकियों में तेजी से हो रहे विकास ने लोगों की चिंताओं को और बढ़ा दिया है। लेकिन आपको इससे घबराने की कोई ज़रूरत नहीं है।
मेटा के वैज्ञानिक प्रोफ़ेसर यान लेकन , जिन्हें AI के तीन ‘GODFATHER’ में से एक के रूप में जाना जाता है। उन्होंने कहा कि, “कृत्रिम बुधिमत्ता कभी भी दुनिया पर हावी नहीं होगी और न ही लोगों को इसके चलते अपनी नौकरियों से हाथ धोना पड़ेगा। पेरिस में मेटा के एक प्रेस कांफ्रेंस के दौरान लेकन ने मानवता के लिए ख़तरा पैदा करने वाले AI के डर को निराधार बताया है। उन्होंने कहा कि, “हाँ ये सच है कि कंप्यूटर इंसानों की तुलना में ज्यादा स्मार्ट हो जायेंगे, लेकिन अभी उसमें बहुत समय लगेगा”।
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जबकि वहीं AI के पहले और दूसरे ‘गॉडफादर’ कहे जाने वाले ज्योफी हिंटन और योशुआ बेंगियो का बयान यान लेकन के बयान से बेहद अलग था। उन दोनों ने ही AI को मानव जाति के लिए ख़तरा बताया है। लेकन के मुताबिक, लोग AI को लेकर इसलिए चिंतित हैं क्यूंकि वह अभी तक यह नहीं समझ पा रहे हैं कि तकनीक को कैसे सुरक्षित बनाया जा सकता है। अपनी बात को साबित करने के लिए उन्होंने टर्बोजेट का उदहारण दिया। उन्होंने कहा कि अगर हम 1930 में किसी से यह सवाल करें की वे इसे कैसे सुरक्षित बनाने जा रहें हैं, तो यह व्यर्थ होगा क्यूंकि टर्बोजेट का अविष्कार ही 1930 में हुआ था।
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प्रोफेसर लेकन ने कहा की ऐसा नहीं है की AI मानव बुद्धि से आगे निकल जायेगा। लेकन एक फ्रांसीसी कंप्यूटर वैज्ञानिक हैं। वह ट्यूरिंग पुरूस्कार विजेता रह चुके हैं। उन्होंने मशीन लर्निंग, कम्प्यूटेशनल न्यूरोसाइंस, कंप्यूटर विज़न और मोबाइल रोबोटिक्स में महारथ हासिल की है। वर्तमान समय में प्रोफेसर यान लेकन मेटा में उपाध्यक्ष और मुख्य AI वैज्ञानिक हैं।