Walking vs Running: पहले के समय में लोग बहुत ज्यादा Walking किया करते थे, Walking उनके जीवन की जरूरतों के लिए जरूरी थी, हम जानते हैं कि Walking का बहुत ज्यादा फायदा होता है। Walking बेहद कारगर कार्डियो एक्सरसाइज है, जिसमें सांसें बहुत तेज़ी से चलती है। इससे क्रॉनिक डिज़ीज़ जैसे कि हार्ट डिजीज और डायबिटीज का खतरा भी काफी कम हो जाता है, रिसर्च में भी कहा गया है कि पैदल चलने से हार्ट डिज़ीज़, ब्लड प्रेशर, स्ट्रोक कैंसर और टाइप टू डायबिटीज के जोखिम को बहुत कम किया जा सकता है। वहीं Running में धड़कनेंऔर तेजी से चलने लगती है और कम समय में बहुत ज्यादा शारीरिक हलचल पैदा हो जाती है। हालांकि जब वजन कम करने की बात आती है तो लोगों को यह जानना जरूरी हो जाता है, कि Running उनके लिए ज्यादा सही है या फिर Walking इसके बारे में विज्ञान का क्या कहना है आइए जानते हैं-
दोनों कार्डियो एक्सरसाइज-
जानकारी के मुताबिक, Walking और Running दोनों कार्डियो एक्सरसाइज हैं इससे कई सारी परेशानियों का खतरा कम किया जा सकता है, रिसर्च के मुताबिक कार्डियो एक्सरसाइज डिमेंशिया, कोलेस्ट्रॉल, ब्लड शुगर जैसे बीमारियों के लेवल को कम करता है। इसके साथ ही मेमोरी पावर सरकुलेशन को भी बूस्ट करता है, कार्डियो एक्सरसाइज से मूड बेहतर हो जाता है और इरेक्टाइल फंक्शन भी सही रहता है। Walking हर इंसान कर सकता है लेकिन Running बहुत शक्तिशाली एक्सरसाइज है, इसमें ताकत और स्टेमिना दोनों की ही जरूरत होती है 2 मिनट की रनिंग 4 मिनट के Walk के बराबर होती है। हेल्दी लाइफ के लिए एक्सपर्ट सप्ताह में डेढ़ सौ मॉडरेटर्स की सलाह देते हैं या फिर 75 मिनट की तेज गति से चलने वाली एक्सरसाइज की सलाह देते हैं, इसीलिए मसल्स को मजबूत करने के लिए भी एक्सरसाइज बताई जाती है दोनों एक्सरसाइज में कुछ फर्क है।
Running ज्यादा बेहतर है या Walking-
लेकिन अब लोगों के मन में सवाल यह उठता है कि Running ज्यादा बेहतर है या Walking, अगर आप शुरुआत में एक्सरसाइज करना चाहते हैं तो आपको सबसे पहले Walking पर ध्यान देना चाहिए। इसके लिए अगर आपकी Walk में 3 या 3.5 किलोमीटर प्रति घंटे की स्पीड है तो इससे कई फायदे होंगे, एक रिसर्च के मुताबिक इतनी स्पीड से Walk करने वाले लोगों की हार्ट की परेशानी कर 31 प्रतीशत तक कम हो सकती है। वहीं जब आप Walk की स्पीड को बढ़ा लेते हैं तो आप Running कर सकते हैं रनिंग में वॉकिंग की तुलना दोगुना कैलोरी बर्न हो जाती है। अगर कोई व्यक्ति 32 किलोग्राम का है और 5 से 6 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से वॉकिंग करे, तो आधे घंटे में 156 कैलोरी उर्जा खत्म होगी। वहीं दूसरी और अगर कोई व्यक्ति 10 से 12 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से दौड़ता है तो आधे घंटे में 365 कैलोरी उर्जा खत्म हो जाएगी। इसलिए वजन कम करने के लिए Running बेहतर है, लेकिन यह सब के लिए ठीक नहीं है इसके लिए स्वस्थ होना बहुत जरूरी है।
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Running करने से ओस्टियोआर्थराइटिस की परेशानी-
Running करने से ओस्टियोआर्थराइटिस की परेशानी भी हो सकती है, ओस्टियोआर्थराइटिस तब हो जाता है जब बोन के बीच में कार्टीलेट फटने लगते हैं जिससे जॉइंट में दर्द होता है। हालांकि रिसर्च में यह भी देखा गया है कि ओस्टियोआर्थराइटिस होते हुए भी हिप रिप्लेसमेंट की जरूरत होती है। वहीं दूसरी ओर Running में इंजरी का खतरा भी रहता है, हालांकि वैज्ञानिकों ने यह भी पाया है कि Walking से हार्टअटैक, डायबिटीज, हाई कोलेस्ट्रॉल, स्ट्रोक, ब्लड प्रेशर, जैसे जोखिम उतना ही कम होते है जितने Running करने से होता है। Walking में कोई जोखिम नहीं है इसके बावजूद यह बहुत फायदेमंद है लेकिन रनिंग में फैक्चर हो सकता है।
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