सावन का महीना भक्तों के लिए बहुत ही खास होता है, क्योंकि सावन के महीने में देवों के देव महादेव अपने भक्तों पर विशेष कृपा करते हैं। इसके साथ ही सावन की शिवरात्रि भक्तों के लिए बड़ी ही पवित्र और विशेष होती हैं। इस साल के सावन माह की शिवरात्रि 15 जुलाई यानी शनिवार के दिन होगी। आए शिवरात्रि की पूजा विधि और मुहूर्त के बारे में जानते हैं।
सावन माह की शिवरात्रि बहुत ही विशेष होती है इस बार शिवरात्रि शनिवार की है। जिसमें जिन लोगों की कुंडली में शानि प्रकोप चल रहा है वह शिवरात्रि के दिन शिवलिंग पर जलाभिषेक और बेलपत्र अर्पण करें, ऐसा करने से उन लोगों की कुंडली से शनि दोष दूर हो जाएगा।
पूजा की विधि-
सावन शिवरात्रि के दिन भक्त भोलेनाथ की विशेष पूजा अर्चना और उपवास करते हैं। इसके लिए सुबह जल्दी उठकर स्नान करके भगवान भोलेनाथ के समक्ष पूजा में दीप प्रज्वलित करें। इसके बाद शिवलिंग का दूध और गंगाजल से अभिषेक करें, विधि विधान और मंत्र उच्चारण के साथ जब आप भगवान भोलेनाथ को जल अर्पण करेंगे, तो वह आपकी सभी मनोकामनाएं पूरी करेंगे। जल अभिषेक के साथ आप बेलपत्र, धतूरा और फूल भी भगवान शिव को अर्पण कर सकते हैं। सावन की शिवरात्रि के दिन भगवान शिव और माता पार्वती की पूजा होती है, ताकि घर में सुख समृद्धि और लक्ष्मी का वास रहें।
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मुहूर्त-
सावन की शिवरात्रि के दिन जब आप भगवान शिव को जल अर्पण करते हैं, इससे आपके बिगड़े काम भी बन जाते हैं। लेकिन जल अर्पण अगर सही समय पर किया जाएं, तो पर भगवान शिव की विशेष कृपा रहती है। साल 2023 की सावन शिवरात्रि का शुभ मुहूर्त सुबह 7 बजे से लेकर 9 बजे तक है।
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