Kheshari Lal Yadav: भोजपुरी इंडस्ट्री के सुपरस्टार खेसारी लाल यादव पर इन दोनों परेशानियों के बादल छाए हुए हैं। रिपोर्ट्स की मानें तो खेसारी लाल यादव पर गिरफ्तारी की तलवार लटकी हुई है। आपको बता दें कि खेसारी के खिलाफ गैर-जमानत वारंट जारी किया गया है। इस वारंट को छपरा कोर्ट ने 2019 के जमीन विवाद और चेक बाउंस कराने के मामले में जारी किया था। आपको बता दें की हाल ही में खेसारी लाल यादव और पवन सिंह के बीच दोस्ती हुई थी। वहीं अगर देखा जाए तो एक्टर के जीवन में मुश्किलें थमने लगी थी लेकिन फिर कुछ दिनों बाद उनके जीवन में फिर से मुश्किलें आ गईं।
यह भी पढ़ें: Badshah: हनी सिंह से क्यों हुआ था झगड़ा सालों बाद बादशाह ने बताया चौंकाने वाला सच
आपकी जानकारी के लिए बता दें कि यह विवाद कोई नया विवाद नहीं है बल्कि 2019 का है। वर्ष 2019 में खेसारी के खिलाफ गैर जमानती वारंट जारी किया गया था। खेसारी ने अपनी बीवी चंदा देवी के नाम से एक जमीन की डील की थी। एक्टर पर आरोप यह लगाया गया है कि उन्होंने जमीन तो खरीदी लेकिन उसके पैसे नहीं चुकाए। इस मामले में खेसारी लाल यादव पर पहले से ही कार्यवाई की जा रही है। न्यायिक दंडाधिकारी ने रसूलपुर थाना कांड संख्या 120/19 के एनआईएक्ट विचारण संख्या 241/21 के तहत ये आदेश दिए हैं।
एक्टर ने की चालाकी-
आपकी जानकारी के लिए बता दें कि खेसारी ने गिरफ्तारी से बचने के लिए अंतरिम जमानत ले ली थी और जमानत लेने के बाद वह एक भी सुनवाई में शामिल नहीं हुए। इसके साथ ही उनके वकील ने और उन्होंने कोर्ट से किसी तरह के कोई कागजात नहीं लिए। कोर्ट ने खेसारी लाल कि लापरवाही देखते हुए उनके खिलाफ गैर जमानती वारंट जारी कर दिया। इसके बाद कोर्ट ने खेसारी लाल के खिलाफ न केवल वारंट जारी किया, बल्कि एक्टर के अंतरिम जमानत को भी खारिज कर दिया। ऐसी स्थिति में अब खेसारी लाल यादव पर गिरफ्तारी की तलवार लटक रही है।
क्या है पूरा मामला?
कुछ साल पहले रसूलपुर थाना क्षेत्र के असहनी निवासी मृत्युंजयनाथ पांडे ने रसूलपुर थाना में 16 अगस्त 2019 को भोजपुरी सुपरस्टार खेसारी लाल यादव के खिलाफ FIR दर्ज कराई थी। जिसमें खेसारी पर यह आरोप लगाया गया था कि मृत्युंजयनाथ ने अपनी खरीदी जमीन को बेचने के लिए खेसारी की पत्नी चंदा देवी से 22 लाख 7 हजार रुपये में बेचने की बात की थी। इस जमीन की रजिस्ट्री 4 जून 2019 को एकमा रजिस्ट्री कार्यालय में हुई थी। उस समय खेसारी लाल यादव ने कैश के बदले 18 लख रुपए का चेक दिया था। इसके बाद मृत्युंजयनाथ पांडे ने 20 जून 2019 को अपने खाते में जमा करवा लिया था, लेकिन 24 जून को यह चेक वापस आ गया। इसके बाद उन्होंने फिर से 27 जून 2019 को जब चेक जमा कराया तो अगले दिन बैंक के तरफ से चेक बाउंस होने की जानकारी दी गई। चेक के बाउंस होने के बाद मृत्युंजयनाथ ने रसूलपुर थाने में FIR दर्ज कराई। अब इस केस को देखते हुए ऐसा माना जा रहा है कि खेसारी लाल यादव को माननीय न्यायालय के समक्ष पेश होना पड़ सकता है।
यह भी पढ़ें: Bollywood: शहनाज गिल को लेकर राघव ने किया बड़ा खुलासा, कहा मैंने शादी कर ली है