Chandigarh Mayor Election: मंगलवार को चंडीगढ़ मेयर चुनाव में बीजेपी को बड़ी जीत हासिल हुई है। बीजेपी उम्मीदवार मनोज सोनकर ने मेयर चुनाव जीत लिया है। मनोज सोनकर का मुकाबला आम आदमी पार्टी के उम्मीदवार कुलदीप कुमार से था। भाजपा पिछले 8 सालों से मेयर पद जीतती आ रही है। हरियाणा और पंजाब हाई कोर्ट के आदेश के बाद आज चंडीगढ़ में मेयर का चुनाव हुआ था और इस चुनाव में सीधा मुकाबला कांग्रेस-AAP के गठबंधन और बीजेपी के बीच हुआ था। ज्यादा वोट होने के बावजूद भी गठबंधन BJP से हार गया। दरअसल कांग्रेस आप उम्मीदवार के पक्ष में आए 20 में से 8 वोट रिजेक्ट कर दिए गए। आम आदमी पार्टी और कांग्रेस के वोट 13 प्लस 7 यानी की 20 में से 8 वोट रिजेक्ट होने की वजह से माइनस हो गए।
आठ वोट अवैध घोषित-
इसके बाद दोनों दलों के उम्मीदवारों को मिले वैलिड वोट 12 ही बचे थे। आम आदमी पार्टी और कांग्रेस के उम्मीदवार के 12 वैलिड वोट के मुकाबले भाजपा उम्मीदवार मनोज सोनकर के पक्ष में 16 वोटो की गिनती के बाद भाजपा उम्मीदवार को विजय घोषित किया गया। उम्मीदवारों के आठ वोट अवैध घोषित होने के बाद भाजपा के मनोज सोनकर ने आप कांग्रेस गठबंधन के उम्मीदवार कुलदीप कुमार को 16-12 से हरा दिया। पंजाब और हरियाणा अन्य न्यायालय के हस्तक्षेप के बाद विवादस्पद परिस्थितियों में चुनाव हुए।
AAP ने अदालत का दरवाजा खटखटाया-
शुरुआत में पीठासीन अधिकारी की बीमारी का हवाला देते हुए 18 जनवरी के मतदान को 6 फरवरी के लिए डाला गया। जिसके बाद अब AAP ने अदालत का दरवाजा खटखटाया और 30 जनवरी को चुनाव करवाने के निर्देश दिए गए। चंडीगढ़ में आप और कांग्रेस ने गठबंधन किया था। जिसमें आप ने मैयर की सीट ले ली और कांग्रेस को सीनियर डिप्टी मेयर और डिप्टी मेयर पद मिले थे।
चंडीगढ़ मेयर चुनाव में दिन दहाड़े जिस तरह से बेईमानी की गई है, वो बेहद चिंताजनक है। यदि एक मेयर चुनाव में ये लोग इतना गिर सकते हैं तो देश के चुनाव में तो ये किसी भी हद तक जा सकते हैं। ये बेहद चिंताजनक है।
— Arvind Kejriwal (@ArvindKejriwal) January 30, 2024
अरविंद केजरीवाल-
संख्या बल उनके पक्ष में होने की वजह से चुनाव आसान माना जा रहा था। लेकिन आठ वोटो के आमान्य होने से बीजेपी के लिए यह काम आसान हो गया। दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने घटनाक्रम को लेकर एक्स पर कहा है कि जिस तरह से चंडीगढ़ मेयर चुनाव में दिनदहाड़े बेईमानी हुई है, वह चिंताजनक है। अगर मेयर के चुनाव में यह लोग इतने नीचे गिर सकते हैं, तो देश के चुनाव में किसी भी हद तक जाएंगे।
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चुनाव में धांधली का आरोप-
जानकारी के मुताबिक सुबह 10:40 बजे पर मेयर पद के लिए मतदान प्रक्रिया शुरू की गई थी और चंडीगढ़ के सांसद किरण खेर ने सबसे पहले वोट डाला। उन्होंने सुबह 11:00 बजे नगर निकाय भवन में मतदान किया। उनके पास चंडीगढ़ नगर निगम के पदेन सदस्य के रूप में मतदान का अधिकार है। मेयर पद के वोटो की गिनती के बाद सीनियर डिप्टी मेयर पद और डिप्टी मेयर पद के लिए चुनाव कराए जाएंगे। चुनाव में धांधली का आरोप लगाते हुए चंडीगढ़ नगर निगम की पार्षद प्रेमलता ने हाई कोर्ट जाने का ऐलान किया है।
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