Tortoise Ring: बहुत बार अपने लोगों को देखा होगा, कि उन्होंने अपने हाथों में कछुए की अंगूठी पहनी है। लेकिन क्या आप जानते हैं कि यह सिर्फ फैशन के लिए नहीं होती, बल्कि बहुत से लाभ पहुंचाती है। इसके साथ ही कछुए की अंगूठी पहनते समय बहुत ही नियमों का भी ध्यान रखना जरूरी होता है। ज्योतिष शास्त्र और वास्तु शास्त्र के मुताबिक कछुए को बहुत ज्यादा शुभ माना गया है। इसे धन संपदा को जोड़कर देखा जाता है। ऐसी मान्यता है की अंगूठी को पहनने से व्यक्ति को माता लक्ष्मी की कृपा प्राप्त होती है। लेकिन इसे धारण करने से पहले बहुत नियमों का ध्यान रखना जरूरी है, नहीं तो परेशानी हो सकती है।
सात्विक व्यक्ति (Tortoise Ring)-
कछुए की अंगूठी पहनने वाले व्यक्ति को यह पता होना चाहिए कि कछुआ मां लक्ष्मी का प्रतीक है। उसके लिए इसे धारण करने वाले व्यक्ति को इसके नियम का पालन भी करना होगा, तभी यह उसके जीवन में लाभदायक साबित होगा। ज्योतिष शास्त्र के मुताबिक, सबसे पहले इसे पहनने वाले व्यक्ति को सात्विक रहना होगा।
शराब नहीं पी सकते (Tortoise Ring)-
सनातन धर्म में जीव हत्या करके खाने का कोई प्रावधान नहीं है। अगर आप मांसाहारी भोजन नहीं करते हैं, तो आप इसे धारण कर सकते हैं। यह आपके लिए काफी अच्छा रहेगा। इसके साथ ही जो भी व्यक्ति शराब नहीं पीते तो वह इसे पहन सकते हैं। यह आपके लिए अच्छा हो सकता है।
सुबह के संय उतार दें अंगूठी-
इसके अलावा अगर आपने कछुए की अंगूठी को धारण किया है, तो उसे सुबह के समय और नित्य क्रिया करते हुए अंगूठी को निकाल कर रख दीजिए। चांदी की बनी हुई कछुए की अंगूठी धारण करना ज्यादा शुभ माना गया है। कछुए की अंगूठी धारण करते समय इस बात का ध्यान रखना जरूरी है कि कछुए का मौख आपकी ओर होना चाहिए।
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किस उंगली में करें धारण-
इसके साथ ही अंगूठी को सीधे हाथ की अनामिका उंगली यानी की मध्यमा उंगली में पहनना चाहिए। कछुए को मां लक्ष्मी से जोड़कर देखा गया है। इसलिए इस अंगूठी को शुक्रवार के दिन पहनना ज्यादा शुभ माना गया है। वहीं यह भी बताया गया है कि जिस समय दिन की बेला और रात की बेला मिलन कर रही हो उस समय कछुए की अंगूठी पहनना ज्यादा शुभ माना जाता है और यह आपके लिए काफी फायदेमंद साबित होती है।
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