Mallikarjun Kharge: आज प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के साथ-साथ निचले सदन के निर्वाचित सदस्य के शपथ ग्रहण समारोह के साथ 18वीं लोकसभा सत्र के पहले दिन की शुरुआत हुई है। इसके अलावा पहले ही दिन विपक्षी पार्टी ने हंगामा शुरू कर दिया। विपक्ष ने संविधान की कॉपी लेकर विरोध प्रदर्शन किया और इस दौरान मल्लिकार्जुन खड़गे ने पीएम मोदी के बयानों पर भी पलटवार किया। सत्र के पहले दिन पीएम मोदी, अमित शाह, राजनाथ सिंह, मनोहर लाल खट्टर, नितिन गडकरी और अन्य केंद्रीय मंत्रियों ने शपथ ली। इस दौरान द्रौपदी मुर्मू ने बीजेपी सांसद भर्तृहरी मेहताब को लोकसभा के प्रोटेम स्पीकर के तौर पर शपथ दिलाई। जिससे इंडिया गठबंधन के सांसदों के बीच नाराजगी देखने को मिली।
प्रोटेम स्पीकर-
भर्तृहरी मेहताब के प्रोटेम स्पीकर चुने जाने के लिए बहुत विरोध प्रदर्शन हुआ। जिसमें कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने कहा कि मोदी जी ने संविधान तोड़ने की कोशिश की है। इसलिए आज हम सभी दलों के नेता एक साथ आए हैं और विरोध कर रहे हैं। यहां पर गांधी की मूर्ति थी, वह सभी लोकतांत्रिक मानदंडों को तोड़ रहे हैं। इसलिए आज हम दिखाना चाहते हैं कि मोदी जी आपको संविधान के अनुसार आगे बढ़ना चाहिए।
पीएम मोदी के बयान पर भी पलटवार-
इसके साथ ही उन्होंने इमरजेंसी पर दिए गए पीएम मोदी के बयान पर भी पलटवार किया। उन्होंने कहा कि आप बार-बार वही कहते रहते हैं, आपके पास कहने को कुछ भी नहीं है, पीएम मोदी की आपातकाल वाली टिप्पणी पर उन्होंने कहा कि वह यह बात 100 बार कहेंगे, लेकिन आप तो बिना इमरजेंसी की घोषणा के यह कर रहे हैं। आगे उन्होंने कहा कि एक ही बात को बार-बार करके आप कब तक हुकूमत करना चाहते हैं।
सोशल मीडिया हैंडल का सहारा-
अपने सोशल मीडिया हैंडल का सहारा लेते हुए पीएम मोदी पर निशाना साधा उन्होंने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर पोस्ट करते हुए कहा कि पीएम हमेशा जिन शब्दों का इस्तेमाल करते हैं, उस पर आज जरूरत से ज्यादा बोल गए हैं। इसे कहते हैं की रस्सी जल गई, लेकिन बल नहीं गया। वहीं पीएम मोदी के भाषण को टारगेट करते हैं उन्होंने कहा कि पूरे देश ने पीएम से आशा लगाई थी, कि वह अपने भाषण में अहम मुद्दों की बात करेंगे लेकिन ऐसा नहीं हुआ।
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लोगों ने सोचा-
लोगों ने सोचा था कि वह NEET और अन्य परीक्षा भर्ती पेपर लीक जैसे मामलों के बारे में सहानुभूति दिखाएंगे। लेकिन उन्होंने ऐसा नहीं किया, क्योंकि इसमें उनकी सरकार की धांधली और भ्रष्टाचार है, जिसकी जिम्मेदारी उन्होंने नहीं ली है। उन्होंने हाल ही में पश्चिम बंगाल में दुर्घटना के बारे में भी कुछ नहीं कहा है, आगे उन्होंने लिखा कि एक साल से ज्यादा समय मणिपुर में हिंसा हो रही है। लेकिन ना ही पीएम मोदी वहां गए हैं और ना ही वहां की हिंसा का जिक्र किया है।
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