Maharashtra NDA: महाराष्ट्र एनडीए में कुछ सही नहीं चल रहा है, एक बैठक के दौरान भाजपा नेता ने भी ऐसी मांग कर दी, जिससे एनडीए के अंदर सब कुछ ठीक नहीं है यह अंदाजा लगाया जा सकता है। दरअसल पुणे जिले के शिरूर के एक भाजपा पदाधिकारी ने डिप्टी सीएम पावर और उनकी एनसीपी को एनडीए गठबंधन से हटाने की मांग की है। आपकी जानकारी के लिए बता दें की महाराष्ट्र में गठबंधन में NDA गठबंधन में मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे की शिवसेना भी शामिल है।
उपाध्यक्ष सुदर्शन चौधरी (Maharashtra NDA)-
भाजपा नेता और शिरूर तहसील के उपाध्यक्ष सुदर्शन चौधरी ने पार्टी की बैठक में यह डिमांड रखी है। इसका वीडियो सोशल मीडिया पर भी तेजी से वायरल हो रहा है, वायरल वीडियो में भाजपा के शिरूर तहसील उपाध्यक्ष सुदर्शन चौधरी एक बैठक में अजीत पवार को गठबंधन से बाहर करने की मांग कर रहे थे। हालांकि वीडियो देखकर NCP भड़क गई और अजीत गुट की एनसीपी ने भाजपा नेता की मांग पर कड़ी प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए भाजपा नेता पर गुरुवार को ताबड़तोड़ हमले किए और उनसे माफी मांगने के लिए कहा।
पवार को Maharashtra NDA से हटा दें-
इस बैठक के दौरान सुदर्शन चौधरी ने वीडियो में भाजपा के नेतृत्व से कहा कि आपके लिए मेरा यह एक सुझाव है, आप जानें कि पार्टी कार्यकर्ता क्या सोच रहे हैं, अगर आप वाकई में कोई फैसला करना चाहते हैं तो अजीत पवार को गठबंधन से हटा देना चाहिए। उन्होंने यह भी कहा कि बैठक में मौजूद सुभाष, देशमुख, राहुल कुलकर्णी और योगेश जैसे वरिष्ठ नेता मंत्री बन सकते थे और अन्य को राज्य संचालित नियमों का प्रमुख बनाया जा सकता था, अगर अजीत पवार NDA का हिस्सा नहीं होते।
अजीत पवार का विरोध-
वहीं भाजपा के नेता चौधरी का यह दावा है कि भाजपा पिछले 10 सालों में अजीत पवार का विरोध कर रही थी। लेकिन मुख्यमंत्री के हाथों में सत्ता होने की वजह से कार्यकर्ता डरे हुए हैं। सभी भाजपा कार्यकर्ताओं की इच्छा है कि उन्हें ऐसी सत्ता नहीं चाहिए, जिसमें अजीत पवार शामिल हों। इस वीडियो में चौधरी ने आगे कहा कि अजित पवार को सत्ता से में क्यों लाया जाए, क्योंकि वह आदेश जारी करेंगे और भाजपा कार्यकर्ताओं को दबाएंगे।
कालीख पोतने की कोशिश-
इस सबके बीच चौधरी ने पत्रकारों से बात करते हुए कहा कि अजीत की एनसीपी के कई नेता और कार्यकर्ता कृषि, उपज, बाजार समिति परिषद में पहुंचे और उनके खिलाफ नारे भी लगाने लगे। इसके अलावा कार्यकर्ताओं ने डिप्टी सीएम के खिलाफ दिए बयान को लेकर माफी मांगने के लिए कहा। इसके अलावा उन्होंने चौधरी के चेहरे पर कालीख पोतने की भी कोशिश की, लेकिन वह वहां से बच निकले।
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पुलिस मौके पर पहुंची-
इसके बाद पुलिस मौके पर पहुंची और किसी तरह से स्थिति को काबू कर लिया। इसके बाद भाजपा नेता सुदर्शन चौधरी ने सफाई देते हुए कहा कि उनका बयान व्यक्तिगत तौर पर था और भाजपा के रूख का प्रतिनिधित्व नहीं करते। उन्होंने कार्यकर्ताओं से कहा कि अगर मेरे शब्दों से दादा को ठेस पहुंची है, तो मैं माफी मांगता हूं, आपकी जानकारी के लिए बता दें, लोकसभा चुनाव के नतीजे के बाद से ही महाराष्ट्र एनडीए में खटपट चल रही है।
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