Mallikarjun Kharge: शुक्रवार को केंद्र सरकार ने हर साल 25 जून को संविधान हत्या दिवस मनाने का ऐलान कर दिया, जिसे लेकर राजनीति चरम पर पहुंच गई। कांग्रेस की ओर से इस पर तुरंत जवाब आया। पार्टी के अध्यक्ष मल्लिकार्जुन ने कहा कि 10 सालों में केंद्र सरकार ने हर दिन को संविधान की हत्या की तरह ही मनाया है। हर पल हर गरीब, वंचित तबके से आत्म सम्मान को छीन लिया जाता है। मल्लिकार्जुन खरगे ने कहा कि भाजपा नेता जब एमपी में आदिवासियों पर पेशाब करते हैं या यूपी के हाथरस की दलित बेटी का पुलिस जबरन अंतिम संस्कार करती है तो वह संविधान की हत्या नहीं होती तो फिर क्या है?
दलितों के खिलाफ बड़ा अपराध-
मल्लिकार्जुन खरगे ने आगे कहा कि देश के अंदर हर 15 मिनट में एक बड़ा अपराध दलितों के खिलाफ होता है। इसके साथ की 6 दलित महिलाओं के साथ हर दिन दुष्कर्म होता है। यह संविधान की हत्या नहीं और तो क्या है? बीजेपी पर आरोप लगाते हुए मल्लिकार्जुन खरगे ने कि कहा कि अल्पसंख्यकों के घरों पर जब गैर कानूनी तरीके से बुलडोजर चलता है।
7.38 लाख लोग बेघर-
जिसके चलते 2 साल में ही डेढ़ लाख घरों को तोड़कर 7.38 लाख लोगों को बेघर किया जाता है, तो वह संविधान की हत्या नहीं होती तो क्या है? गृहमंत्री अमित शाह की ओर से इससे पहले शुक्रवार की दोपहर को एक के बाद एक एक्स पर पोस्ट के माध्यम से यह बताया गया था कि गृह मंत्रालय ने अधिसूचना जारी कर देश में हर साल 25 जून को संविधान हत्या दिवस मनाने का ऐलान किया है।
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इमरजेंसी-
इस निर्णय का मकसद साल 1975 में इसी दिन देश में लगाई गई इमरजेंसी को याद करना है। खुद पीएम मोदी की ओर से इस पोस्ट को रिट्वीट किया गया। बाद में सड़क परिवहन और राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी समेत सरकार के तमाम बड़े मंत्रियों की ओर से इसे लेकर पोस्ट किया गया।
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