जूली चौरसिया
Yogi Adityanath: जब से बीजेपी को लोकसभा चुनाव में उत्तर प्रदेश में हार का सामना करना पड़ा है, तभी से योगी की कुर्सी पर खतरा मंडरा रहा है। सूत्रों के हवाले से यह कहा जा रहा है कि योगी और अमित शाह की बीच की कोल्ड वॉर कम होने के बजाय और ज्यादा बढ़ती जा रही है। ऐसा कहा जा रहा है कि योगी को उनकी कुर्सी से कभी भी उतारा जा सकता है। दरअसल हाल ही में बीजेपी अध्यक्ष जेपी नड्डा लखनऊ कार्यकर्ताओं की मिटिंग के लिए गए थे। सूत्रों के हवाले से ऐसा कहा जा रहा है कि नड्डा यूपी में स्थिति को भापने गए थे। वह यह जानने गए थे कि कितने कार्यकर्ता योगी के सपोर्ट में थे।
रिपोर्ट तैयार-
इसके अलाव कुछ समय पहले ही बीएल संतोष जो कि बीजेपी के जनरल सेक्रेट्री हैं, भी उत्तर प्रदेश गए थे। वहां जाक वह योगी जी समेत बीजेपी के अन्य कार्यकर्ताओं से भी मिले और ऐसा कहा जा रहा है कि उन्होंने वहां रहकर एक रिपोर्ट तैयार की है, जिसमें उत्तर प्रदेश में बीजेपी के हारने के कारण लिखे हैं। इसके साथ ही सूत्रों के हवाले से यह कहा जा रहा है कि इस रिपोर्ट में बीजेपी की हार का कारण कही ना कहीं योगी को बताया गया है। एक तरह से कहा जाए तो यहग योगी जी को हटाने की उलटी गिनती है। अब इस रिपोर्ट को पढ़ने के बाद ही मोदी और अमित शाह इस पर एक्शन लेंगे।
अमित शाह और पीएम मोदी-
अब सवाल यह है कि जब अमित शाह और पीएम मोदी को यह लगता है कि इस हार का कारण योगी हैं, तो उन्हें हटाने में इतनी मुश्किलें क्यों आ रही हैं। क्योंकि अगर पीछे जाकर देखा जाए तो उन्होंने बहुत से राज्यों के सीएम को जीतने के बाद भी पद से हटा दिया, तो यहां ऐसा क्यों हो रहा है? विशेषज्ञों का कहना है कि िसके पीछे दो कारण हो सकते हैं, पहला कारण यह है कि अमित शाह टाइमिंग डिसाइट नहीं कर पा रहे हैं। क्योंकि कुछ समय बाद अक्टूबर में विधानसभा चुनाव है और अगर बीजेपी हार जाती है तो योगी को कैसे हटाएंगे। इसलिए टाइमिंग को लेकर असमंजस्य बना हुआ है।
योगी को किससे रिप्लेस किया जाए?
दूसरे का कारण की बात कि जाए तो वह यह है कि योगी को किससे रिप्लेस किया जाए। यानि योगी को तो कभी भी हटाया जा सकता है, लेकिन उनकी जगह पर किसे रखा जाए। क्योंकि उत्तर प्रदेश में योगी की जगह पहले अमित शाह केशव प्रसाद मोर्या को सीएम बनाना चाहते थे, लेकिन बदकिस्मती से केशव प्रसाद मोर्या अपना चुनाव हार गए। अब जो नेता खुद चुनाव हारा हो वह बीजेपी को क्या जीत दिलाएगा। सूत्रों के हवाले से यह कहा जा रहा है कि किसी ऐसे नेता की तलाश की जा रही है, जिसे योगी की जगह सीएम पद पर बैठाया जाए। हालांकि जिस दिन उन्हें यह ऑप्शन मिल जाएगा, वह योगी जी को सीएम पद से हटा देंगे।
बीजेपी इंडिया अलायंस-
अब सवाल यह है कि क्या अमित शाह और योगी के बीच चल रही इस कोल्ड वॉर से बीजेपी का नुकसान हो रहा है और आने वाले विधानसभा में क्या बीजेपी इंडिया अलायंस को हरा पाएगी या नहीं? विशेषज्ञों का कहना है कि अमित शाह और योगी के बीच जो कोल्ड वॉर चल रही है वह और ज्यादा बढ़ती जा रही है। वहीं उत्तर प्रदेश में जिन दस सीटों पर उपचुनाव होने वाले हैं, उसमें पहले भी बीजेपी ने कुछ खास प्रदर्शन नहीं कर पाएंगे, तो उन सभी पर जीत हासिल करना मुश्किल है।
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कोल्ड वॉर-
वहीं विशेषज्ञों का कहना अमित शाह और योगी के बीच जो कोल्ड वॉर चल रही है, उससे बीजेपी को नुकसान तो हुआ है, दूसरी ओर आने वाले चुनावों में कांग्रेस को इसका एडवांटेज मिल सकता है। अगर योगी को सीएम की कुर्सी से हटा दिया गया, तो अखिलेश यादव और राहुल गांधी के लिए उत्तर प्रदेश में थोड़ा आसान हो जाएगा। क्योंकि उत्तर प्रदेश के सीएम योगी एक लोकप्रिय चेहरा हैं और अपने कार्यकाल में उन्होंने काफी काम भी किया हैं। वहीं उनकी जगह लेने के लिए बीजेपी के पास कोई खास चेहरा नहीं है।
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