Sawan 2024: सावन का महीना शुरू हो चुका है, जिसे भगवान शिव का प्रिया महीना माना जाता है। सावन के महीने में शिव पुराण पढ़ने या सुनने का बहुत महत्व माना गया है। सावन के अलावा आप पूरे साल भी कभी भी शिव पुराण पढ़ सकते हैं। शिव पुराण में भगवान शिव की महात्मा और उनके जीवन से जुड़ी हुई घटनाओं के बारे में उल्लेख किया गया है। शिव भक्तों के लिए शिव पुराण का विशेष महत्व है। शिव पुराण में भगवान के स्वरूप का वर्णन उनकी महिमा, रहस्य और उपासना के बारे में बताया गया है।
पुराण की रचना (Sawan 2024)-
शिव पुराण सभी सिद्धांत से संपन्न, भक्ति को बढ़ाने वाला, शिवजी को संतुष्ट करने वाला और अमृत के समान एक दिव्य शास्त्र होता है। सबसे पहले शिव जी ने इसका प्रवचन स्वयं ही दिया था। गुरु वेद व्यास ने संत कुमार मुनी का उपदेश सुनकर इस पुराण की रचना की थी। कलयुग में यह पुराण लोगों के हितों को पूरा करने वाला शास्त्र माना जाता है।
शिव पुराण पढ़ने के लाभ (Sawan 2024)-
शिव पुराण एक उत्तम शास्त्र है, भगवान शिव के परम विशाल स्वरूप को इस धरती पर सभी को समझना चाहिए। इसे सुनने मात्र से ही चीज़ें सुलभ होती हैं। इसका पाठ करने से व्यक्ति की मनोकामना पूरी होती है और इसके प्रभाव से व्यक्ति पाप से मुक्ति भी पा सकता है। उसे संसार के सभी सुखों की प्राप्ति होती है।
शिव भक्ति-
ऐसा कहा जाता है कि जो भी व्यक्ति शिव भक्ति करता है, उसे शिव पद प्राप्त हो जाता है। शिव पुराण को श्रद्धा पूर्वक पढ़ने से मनुष्य के जीवन के आखिर में शिव लोक में स्थान प्राप्त करता है। शिव पुराण में 24000 श्लोक हैं। उसमें सात संहिताएं हैं, शिव पुराण परम ब्रह्म परमात्मा के समान गति प्रदान करने वाला है। सभी व्यक्ति को संयम और भक्ति भाव से शिव पुराण को सुनना चाहिए, जो व्यक्ति प्रतिदिन शिव पुराण का पाठ में भाव से करता है।
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भगवान शिव प्रसन्न-
जो मनुष्य शिव पुराण का पाठ करता है उससे भगवान शिव प्रसन्न होते हैं और उसे अपने धाम में स्थान देते हैं, जो व्यक्ति सम्मानपूर्ण शिव पुराण की पूजा करता है, वह सुखी रहता है और शिव पद को प्राप्त करता है। शिव पुराण में भगवान शिव का सर्वस्व निहित है। इस लोक और परलोक में सुख पाने के लिए व्यक्ति को उसका पाठ करना चाहिए। उसे पुराण के माध्यम से व्यक्ति को धर्म का महत्व प्राप्त हो जाता है। इस वजह से हमेशा श्रद्धा और भक्ति भाव से शिव पुराण को पढ़ाना और सुनना चाहिए।
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